नोएडा, रफ़्तार टुडे। फ्रेंच रक्षा कंपनी Dassault Aviation ने भारतीय सरकार से मांग की है कि वे Noida International Airport के पास एक MRO (Maintenance, Repair & Overhaul) सुविधा स्थापित कर सकें। इस सुविधा का मुख्य उद्देश्य भारतीय Mirage 2000 और भारतीय तथा इंडोनेशियाई Rafale विमानों की रखरखाव और मरम्मत की सेवाएं प्रदान करना होगा। Noida International Airport के पास मिराज 2000 और राफेल दसॉल्ट एविएशन का MRO सुविधा स्थापित करने का प्रस्ताव रखा गया है।
परियोजना में रिलायंस की भागीदारी नहीं
इस परियोजना के लिए दसॉल्ट एविएशन अकेले ही आगे बढ़ रहा है। पहले इस परियोजना में भारतीय साझेदार के रूप में रिलायंस का नाम आया था, लेकिन अब Dassault ने अकेले ही इसे लेने का फैसला किया है। इस सुविधा के निर्माण के लिए लगभग ₹1000 करोड़ का निवेश किया जाएगा।
निवेश की बड़ी योजना
इस MRO सुविधा के लिए दसॉल्ट एविएशन लगभग ₹1000 करोड़ का निवेश करने की योजना बना रहा है। यह निवेश न केवल भारतीय वायुसेना के बेड़े की देखभाल में मदद करेगा, बल्कि इंडोनेशियाई राफेल बेड़े की भी सेवा करेगा।
भारतीय वायुसेना के लिए लाभकारी
यह MRO सुविधा भारतीय वायुसेना के लिए अत्यंत लाभकारी साबित होगी। मिराज 2000 और राफेल जैसे उन्नत विमानों की देखभाल और मरम्मत के लिए यह सुविधा अत्याधुनिक तकनीक और विशेषज्ञता प्रदान करेगी। इससे भारतीय वायुसेना की परिचालन क्षमता में भी वृद्धि होगी।
इंडोनेशियाई राफेल बेड़े की देखभाल
इस सुविधा का एक और महत्वपूर्ण पहलू यह है कि यह इंडोनेशियाई राफेल बेड़े की भी देखभाल करेगी। इससे भारत और इंडोनेशिया के बीच रक्षा सहयोग को और मजबूती मिलेगी।
दसॉल्ट एविएशन का यह कदम भारतीय रक्षा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकता है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास स्थापित होने वाली यह MRO सुविधा न केवल भारतीय वायुसेना के बेड़े की देखभाल करेगी, बल्कि इंडोनेशियाई राफेल बेड़े की भी सेवा करेगी। इस परियोजना में लगभग ₹1000 करोड़ का निवेश किया जाएगा, जो भारतीय रक्षा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण योगदान होगा।