फरीदाबाद3 घंटे पहले
- कॉपी लिंक
फोर्टिस एस्काटर्स हास्पिटल के एडिशनल डायरेक्टर डॉ. हरीश घूटा ने कहा कि बढ़ती उम्र के साथ लोगों के शरीर में कई तरह की समस्याएं आने लगती हैं। आर्थराइटिस भी इसी तरह की एक आम समस्या है। आर्थराइटिस में शरीर के जोड़ों पर असर पड़ता है। जोड़ों में दर्द और जकड़न इसके प्रमुख लक्षण हैं। इसके अलावा सूजन, लालिमा, और जोड़ों को सही तरह से न हिला पाना जैसे लक्षण भी दिखाई दे सकते हैं। कोेराेना महामारी ने बड़ी संख्या में लोगों को अपनी गिरफ्त में लिया है।
उन्होंने बताया कि आर्थराइटिस दो तरह का होता है, ऑस्टियोआर्थराइटिस और रूमटॉइड आर्थराइटिस। बहुत से लोग सोचते हैं कि आर्थराइटिस ज़्यादातर वृद्ध लोगों को होता है, लेकिन यह पूरी तरह से सच नहीं है। युवाओं में भी आर्थराइटिस की समस्या होती है, जिसे जुवेनाइल इडियोपैथिक आर्थराइटिस कहते हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान महामारी में कोविड के मरीज़ों और आर्थराइटिस के बीच भी संबंध देखा गया है। कोविड के कारण ऑटोइम्यून बीमारियों में बढ़ोतरी हुई है और आर्थराइटिस भी इसी तरह की बीमारी है। एक बात यह देखी गई कि जिन मरीजों को कोविड होने से पहले आर्थराइटिस की समस्या नहीं थी, उनमें कोविड ठीक होने के बाद आर्थराइटिस के लक्षण देखे गए। इस बारे में जनता को ज़्यादा जानकारी नहीं है।
हीट पैड से मिलती है राहत
डॉक्टर ने कहा कि घर पर व्यायाम और हीट पैड के ज़रिए आर्थराइटिस पर नियंत्रण किया जा सकता है। किसी भी तरह के लक्षण दिखाई दें तो मुश्किल से बचने के लिए तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लें।