नई दिल्ली3 घंटे पहले
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उत्तर रेलवे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर बाइडायरेक्शनल सिग्नल सिस्टम लागू करने प्रपोजल तैयार किया है। बाइडायरेक्शनल सिग्नल सिस्टम लागू होने के बाद दिल्ली में दोनों तरफ की ट्रैकों पर रेलवे लाइन पर चल सकेगी और ट्रैक खाली होने पर किसी भी तरफ से रेलगाडिय़ों को चलाया जा सकेगा। इस योजना का हादसे, या आपात स्थिति में काफी फायदा मिलेगा और यात्रियों का सफर के दौरान लगभग 30मिनट का समय बचेगा।
उत्तर रेलवे के अधिकारियों के अनुसार नई रेलवे लाइनों पर दोनों तरफ से (अप और डाउन) की रेलगाडिय़ों चलाने की योजना है। इसके लिए इन लाइनों पर बाइडायरेक्शनल सिग्नल लगाए जाएंगे। इससे ट्रैक खाली होने पर रेलवे लाइन पर किसी भी तरफ से रेलगाडिय़ों को चलाया जा सकेगा। जिससे ट्रैक पर किसी हादसे के समय, आपात स्थिति में या किसी भी प्रकार की बाधा आने पर इससे यात्रियों को फायदा मिलेगा। फिलहाल पुरानी दिल्ली से गाजियाबाद तक की रेलवे लाइन पर बाइडायरेक्शनल सिग्नल लगे हुए हैं।
साहिबाबाद और तिलक ब्रिज लाइन पर लगेंगे बाइडायरेक्शनल सिग्नल
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक नई दिल्ली से साहिबाबाद करीब 22 किलोमीटर और तिलक ब्रिज से हजरत निजामुद्दीन तकरीबन 7 किलोमीटर ट्रैक को चुना गया है। इस काम के लिए करीब 21.45 करोड़ का बजट रखा गया है। जल्द ही इसकी टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी। जिसके बाद इस काम को खत्म करने की समय-सीमा और आगे की कार्य योजना तय होगी। उम्मीद है कि अगले साल में इन लाइनों पर अप और डाउन दोनों तरफ से ट्रेन चलने लगेगी।
ट्रैंगल जगहों पर भी बाइडायरेक्शनल सिग्नल
जानकारी के मुताबिक प्रगति मैदान के पास यमुना ब्रिज से तिलक ब्रिज और हजरत निजामुद्दीन के बीच रेलवे लाइन का एक त्रिकोण बनता है। इस त्रिकोण ट्रैक पर बाइडायरेक्शन सिग्नल लगाए जाएंगे।रेलवे अधिकारियों के मुताबिक फिलहाल सुबह के समय नई दिल्ली से साहिबाबाद जाने वाली कम संख्या में ट्रेन है जबकि सुबह 12 बजे तक यहां बिहार, उत्तर प्रदेश और आने वाली पैसेंजर ट्रेन की संख्या अधिक है। ऐसे में जब बाइडायरेक्शन सिग्नल लग जाएगा तो नई दिल्ली आने वाली रेलगाडिय़ों को रोककर रखने की जरूरत नहीं पड़ेगी।