मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजा गया प्रार्थना पत्र, सहारनपुर में महिला एसडीएम के प्रति अभद्रता पर कड़ी कार्यवाही की मांग
सहारनपुर जिले की नकुड तहसील में तैनात एक महिला एसडीएम के साथ तथाकथित नेता द्वारा अशोभनीय और अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हुए एक ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इस ऑडियो में स्पष्ट रूप से सुना जा सकता है कि नेता ने महिला एसडीएम के प्रति बेहद आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया है, जो न केवल उनके संवैधानिक पद का अनादर है,
लखनऊ, रफ़्तार टुडे: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सहारनपुर जिले की नकुड तहसील में तैनात महिला एसडीएम (SDM) के प्रति तथाकथित नेता द्वारा की गई अभद्रता के खिलाफ कठोर कार्यवाही की मांग करते हुए एक प्रार्थना पत्र एडवोकेट राकेश नागर द्वारा भेजा गया है। इस पत्र में मुख्यमंत्री से अनुरोध किया गया है कि वे इस मामले में सख्त कदम उठाएं और दोषी के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही सुनिश्चित करें।
घटना का विवरण
सहारनपुर जिले की नकुड तहसील में तैनात एक महिला एसडीएम के साथ तथाकथित नेता द्वारा अशोभनीय और अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हुए एक ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इस ऑडियो में स्पष्ट रूप से सुना जा सकता है कि नेता ने महिला एसडीएम के प्रति बेहद आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया है, जो न केवल उनके संवैधानिक पद का अनादर है, बल्कि महिलाओं के प्रति घटिया सोच को भी दर्शाता है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की छवि
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नाम पूरे उत्तर प्रदेश और देश में विकास और जन विश्वास के प्रतीक के रूप में जाना जाता है। उनके द्वारा किए गए ऐतिहासिक कार्यों और “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” अभियान ने महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान को एक नई दिशा दी है। ऐसी स्थिति में, इस प्रकार की घटना प्रदेश सरकार की छवि को धूमिल कर सकती है।
प्रार्थना पत्र में उल्लिखित मांगें
एडवोकेट राकेश नागर द्वारा प्रार्थना पत्र में मुख्यमंत्री से निम्नलिखित मांगें की गई हैं:
- तत्काल संज्ञान लेना: सोशल मीडिया पर वायरल ऑडियो का संज्ञान लेते हुए दोषी नेता के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाए।
- कानूनी कार्यवाही: सहारनपुर के पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिए जाएं कि वे उक्त तथाकथित नेता के विरुद्ध सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज करें।
- महिला एसडीएम की सुरक्षा: संवैधानिक पद पर बैठे महिला अधिकारियों की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित किया जाए।
- जन विश्वास: आमजन में प्रदेश सरकार के प्रति विश्वास बनाए रखने के लिए दोषियों के विरुद्ध कठोर कदम उठाए जाएं।
समाज में रोष
इस घटना ने अधिवक्ता समाज और आमजन में भारी रोष उत्पन्न कर दिया है। संवैधानिक पद पर बैठे अधिकारियों के प्रति इस प्रकार की अमर्यादित भाषा और व्यवहार समाज में नकारात्मक संदेश भेजता है। यदि ऐसे अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही नहीं की गई, तो उनके हौसले और बढ़ सकते हैं और वे न्याय प्रणाली को कमजोर करने का प्रयास कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री से उम्मीद
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उम्मीद की जा रही है कि वे इस मामले में त्वरित और न्यायपूर्ण कार्यवाही करेंगे। इससे न केवल समाज में महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि आमजन में प्रदेश सरकार के प्रति विश्वास भी मजबूत होगा।
प्रार्थना पत्र की प्रमुख बातें
- घटना का संज्ञान: सोशल मीडिया पर वायरल ऑडियो का संज्ञान लेना।
- कानूनी कार्यवाही: दोषी नेता के विरुद्ध सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज करना।
- महिला एसडीएम की सुरक्षा: संवैधानिक पद पर बैठे महिला अधिकारियों की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करना।
- जन विश्वास: आमजन में प्रदेश सरकार के प्रति विश्वास बनाए रखना।
इस प्रकार की घटनाओं के विरुद्ध कठोर कार्यवाही करने से न केवल समाज में महिलाओं के प्रति सम्मान बढ़ेगा, बल्कि प्रदेश सरकार की छवि भी और मजबूत होगी।