GL Bajaj में “लीडिंग विद ग्रेस: एडैप्टेबल लीडरशिप – थ्योरी से प्रैक्टिस” पर एक दिवसीय प्रबंधन विकास कार्यक्रम
ग्रेटर नोएडा, रफ्तार टुडे। जीएलबीआईएमआर में “लीडिंग विद ग्रेस: एडैप्टेबल लीडरशिप – फ्रॉम थ्योरी टू प्रैक्टिस” शीर्षक पर एक दिवसीय प्रबंधन विकास कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम में जर्मनी से मास्टर फैसिलिटेटर रिंगो गोस्लर और साइप्रस से ब्रांका वैनडेर लिंडेन ने वक्ता के रूप में भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक दीप प्रज्ज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ हुई। कॉलेज की निदेशक डॉ. सपना राकेश ने अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ देकर किया।
नेतृत्व का लचीलापन और अनुकूलनशीलता
कार्यशाला का प्रमुख फोकस सिद्धांत, व्यवहार और नेतृत्व के ग्रेस मॉडल पर रहा, जिसमें प्रबंधन के लचीलापन, अनुकूलनशीलता, प्रतिबद्धता और भावनात्मक पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की गई। इस मॉडल ने प्रतिभागियों को नेतृत्व के नए आयामों और चुनौतियों के प्रति जागरूक किया।
इंटरैक्टिव सत्र और अनुभव साझा
दिन के एक अन्य सत्र में विभिन्न कॉरपोरेट्स के प्रतिभागियों और शिक्षाविदों ने चित्र रूपकों और केस स्टडीज के द्वारा अपने अनुभव साझा किए। इन इंटरैक्टिव सत्रों ने छात्रों को वास्तविक जीवन के उदाहरणों के माध्यम से नेतृत्व कौशल को समझने में मदद की।
शिक्षण पद्धति की आकर्षक डिजाइनिंग
वक्ताओं ने छात्रों को शिक्षण पद्धति को आकर्षक और सार्थक रूप से डिजाइन करने के तरीकों के बारे में बताया, जिससे सीखने का अनुभव अधिक रोचक और प्रभावी बनाया जा सके।
शुभकामनाएं और समझ की गहराई
कॉलेज के वाइस चेयरमैन पंकज अग्रवाल ने प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि इस कार्यशाला से छात्रों को इस बात की गहरी समझ मिली कि अपने पेशेवर सफर में शालीनता से कैसे नेतृत्व किया जा सकता है।
इस प्रकार का कार्यक्रम छात्रों को न केवल शैक्षणिक रूप से बल्कि व्यावहारिक जीवन में भी सक्षम बनाने के लिए महत्वपूर्ण है। ऐसे और भी कार्यक्रमों की प्रतीक्षा में, जीएलबीआईएमआर ने शिक्षा और व्यावहारिक अनुभव के बीच पुल बनाने का एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है।