UP News: नोएडा के बराबर होगा राज्य राजधानी क्षेत्र में निवेश, दो वर्ष में पांच लाख करोड़ के निवेश का लक्ष्य
मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी ने एक्स (ट्विटर) के जरिए यह जानकारी साझा की है कि अगले दो वर्षों में एससीआर में पांच लाख करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा।
यूपी, रफ़्तार टुडे। यूपी सरकार ने यूपीसीडा और यूपीडा को भूमि अधिग्रहण के निर्देश दे दिए हैं। राज्य राजधानी क्षेत्र (एससीआर) में अगले दो वर्षों में पांच लाख करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य रखा गया है।
नोएडा के बाद सबसे बड़ा औद्योगिक गढ़ बनेगा एससीआर
नोएडा के बाद राज्य राजधानी क्षेत्र (एससीआर) और बुंदेलखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बीडा) उद्योगों के सबसे बड़े गढ़ के रूप में विकसित होंगे। सरकार ने अगले दो वर्षों में एससीआर में पांच लाख करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य रखा है। इसके लिए सभी एजेंसियों उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) और उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) को भूमि अधिग्रहण के निर्देश दिए गए हैं।
एससीआर के विकास की कार्यवाही शुरू
यूपी सरकार ने एनसीआर की तर्ज पर प्रदेश में एससीआर बनाने की कार्यवाही शुरू कर दी है। इसमें लखनऊ, हरदोई, सीतापुर, बाराबंकी, उन्नाव और रायबरेली को शामिल किया गया है। एससीआर में शहरों के सुनियोजित विकास के साथ ही निवेश को बढ़ावा देकर औद्योगिक विकास को भी फोकस किया जा रहा है। जिससे प्रदेश के युवाओं को स्थानीय स्तर पर ही रोजगार के अवसर मुहैया कराया जा सके। इसी कड़ी में सरकार ने एससीआर में निवेश के लक्ष्य को पूरा करने के लिए उद्यमियों के लिए भूमि प्रबंधन करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री के सलाहकार का बयान
मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी ने एक्स (ट्विटर) के जरिए यह जानकारी साझा की है कि अगले दो वर्षों में एससीआर में पांच लाख करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। यूपीसीडा और यूपीडा द्वारा जमीन अधिग्रहण के साथ ही निवेश में रुचि रखने वाले उद्यमियों को जमीन आवंटित की जाएंगी। इसका उद्देश्य क्षेत्र में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देना है।
एससीआर में क्लस्टर क्षेत्रों की विशेषता
नोएडा में आज पांच लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश हो चुका है। वर्ष 2026 तक एससीआर में निवेश का आकार नोएडा के बराबर होगा। खास बात यह है कि एससीआर में आने वाले संडीला, बाराबंकी, कुर्सी रोड, अमौसी, सरोजनी नगर और उन्नाव शुक्लागंज में पहले से ही क्लस्टर हैं। एससीआर के चेयरमैन मुख्यमंत्री हैं। मुख्य सचिव, विभागीय अपर मुख्य सचिव, विभागीय सचिव, अपर मुख्य सचिव और कई महत्वपूर्ण विभागों के सचिव इसके सदस्य हैं। सभी 6 जिलों के डीएम और विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष और भारत सरकार व रक्षा मंत्रालय द्वारा नामित अधिकारी भी प्राधिकरण के सदस्य हैं।
यूपीसीडा का उद्देश्य
यूपीसीडा के सीईओ मयूर महेश्वरी का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के मुताबिक प्रदेश के औद्योगिक विकास को गति देने का काम यूपीसीडा कर रहा है। इसी के तहत नोएडा की तरह ही राज्य राजधानी क्षेत्र को भी इंडस्ट्रियल कॉरिडोर बनाया जा रहा है। निवेश के मामले में एससीआर लगभग नोएडा के बराबर होगा। दस खरब डॉलर अर्थव्यवस्था बनाने में इसकी बड़ी भूमिका होगी।
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