फरीदाबाद2 घंटे पहले
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डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की अध्यक्षता में हुई ग्रीवांस कमेटी की बैठक में निस्तारित फेरस मेगापोलिस सिटी के मामले में नया विवाद खड़ा हो गया है। इसके कई निवेशकों ने मीडिया के सामने आकर निस्तारण की सूचना देने वालों पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि कुछ लोगों ने डिप्टी सीएम को गुमराह किया है। हकीकत ये है कि बिल्डर ने अधिकांश लोगों को न तो पैसा वापस दिया और न ही वैकल्पिक कोई प्लाट। लेागों का कहना है कि बैठक के दिन उन्हें घुसने तक नहीं दिया गया। ये सब पूरी साजिश के तहत किया गया है। सोमवार को कई निवेशकों ने साइट पर जाकर प्रदर्शन भी किया। प्रदर्शन में धर्मपाल, राजेश कत्याल, रणवीर सिंह, रविंदर ओबेराय, विनय गौड़, ओपी शर्मा, मोहन सिंह आदि शामिल थे।
उक्त निवेशकों ने बताया कि करीब 9 -10 साल पहले फेरस मेगापोलिस सिटी सेक्टर-70 में लाखों रूपये के प्लाट खरीदे थे। मामला ग्रीवांस कमेटी के सामने चल रहा था। उन्होंने बताया कि सोमवार को सत्यनारायण गर्ग और एडवोकेट एनके गर्ग ने बैठक में उप मुख्य्मंत्री दुष्यंत चौटाला को गुमराह करते हुए कहा कि बिल्डर और प्लाट खरीदनें वालों में बात बन गई है। 90 प्रतिशत लोगों के करीब 250 करोड़ रुपये कंपनी द्वारा वापिस कर दिए गए हैं। बाकी लोगों का भुगतान भी जल्द मिल जाएगा। जबकि ये पूरी तरह से गलत है। उन्होंने कहाकि इन दो लोगों ने अन्य निवेशकों के साथ विश्वासघात किया है। निवेशकों ने कहाकि वह इस मामले को फिर से डिप्टी सीएम के सामने ले जाकर बिल्डर की हकीकत बताएंगे। जब तक उन्हें न्याय नहीं मिल जाता अपने हक के लिए संघर्ष करते रहेंगे। निवेशकों का कहना है कि इस खेल में बिल्डरों के साथ कई सम्बंधित अधिकारी मिले हुए हैं। उनके साथ इतना बड़ा अन्याय हो रहा है।