नई दिल्ली5 घंटे पहले
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दिल्ली सरकारी के स्कूलों में पढ़ने वाले दलित छात्रों को परीक्षा परिणाम को लेकर प्रदेश कांग्रेस ने दिल्ली सरकार पर निशाना साधा है। अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों में गिरती शिक्षा का गिरता स्तर इस बात से स्पष्ट होता है कि 12वीं बोर्ड की परीक्षा देने वाले 1.60 लाख छात्रों में से इस वर्ष, लगभग 25000 दलित छात्र थे, लेकिन केवल 22 दलित छात्र ही 90 प्रतिशत अंक प्राप्त कर सके। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी ने प्रेस वार्ता कर कहा है कि केजरीवाल सरकार शिक्षा के स्तर को वर्ल्ड क्लास कहती है।
उन्होंने कहा कि अनिल कुमार ने कहा कि पिछले 7 वर्षों में, अरविंद सरकार ने 9वीं और 11वीं कक्षा में लगभग 5 लाख छात्रों को बोर्ड परीक्षा में बेहतर परिणाम दिखाने के लिए विफल कर दिया है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार असफल होने वाले अधिकांश छात्रों ने अपनी स्कूली शिक्षा नहीं ली, उनमें से एक बड़ा प्रतिशत दलित समुदाय से था और शिक्षा से वंचित रहने के कारण बढ़ी तादाद में बेरोजगार हुए और कई युवा अपराधी प्रवृत के बन गए । चौ. अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली में स्कूली शिक्षा की दयनीय स्थिति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि शिक्षकों के 45 फीसदी पद खाली हैं और प्राचार्यों के 750 पद भी नहीं भरे गए हैं।
केजरीवाल दलित छात्रों काे दिखा रहे हैं सपना
चौ. अनिल कुमार ने कहा कि वाल्मीकि जयंती और अंबेडकर जयंती के दौरान सीएम अरविंद बड़ी-बड़ी घोषणाएं करते हैं जो की कभी पूरी नही होती हैं । चौ. अनिल कुमार ने कहा कि दलित छात्रों को डॉक्टर, इंजीनियर, आईएएस और आईपीएस अधिकारी बनने के लिए कोचिंग देने का उनका वादा केवल झूठ का पुलिंदा है।