क्राइमTrading Newsब्रेकिंग न्यूज़

Dadri police News : क्रेडिट कार्ड और लोन की फर्जी कंपनी का पर्दाफाश, दादरी पुलिस ने किया 15 करोड़ की ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, महिला बैंक मैनेजर समेत कई आरोपी फरार

ग्रेटर नोएडा, रफ़्तार टुडे। दादरी थाना पुलिस ने एक ऐसे ठग गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जिसने फर्जी लोन और क्रेडिट कार्ड जारी करने की आड़ में करोड़ों की ठगी को अंजाम दिया। इस गिरोह में एक महिला बैंक मैनेजर भी शामिल है, जो फिलहाल फरार है। गिरोह के दो प्रमुख सदस्य, गोविंद और विशाल, को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस गिरोह ने अब तक 15 से 20 करोड़ रुपये की ठगी की है, और उनके पास से भारी मात्रा में फर्जी दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक सामान बरामद किए गए हैं।

कैसे चल रहा था फर्जीवाड़ा? DCP साद मियां खान की जुबानी

DCP साद मियां खान ने बताया कि इस गिरोह का संचालन बड़ी ही सुनियोजित तरीके से किया जा रहा था। ये लोग आधार कार्ड में रेंट एग्रीमेंट के माध्यम से फर्जी जानकारी अपडेट करते थे और फिर बैंक में खाते खुलवाते थे। इन खातों में फर्जी वेतन स्लिप के आधार पर सैलरी ट्रांसफर की जाती थी, जिससे सिविल स्कोर बढ़ाया जाता था। इसके बाद बैंक से लाखों का लोन और क्रेडिट कार्ड जारी करवाया जाता था। जिन व्यक्तियों के नाम पर लोन लिया जाता था, उन्हें मामूली रकम दी जाती थी, जबकि बाकी पैसा गिरोह खुद रख लेता था।

गिरोह के सदस्य कई महीनों तक लोन की ईएमआई जमा करते थे, ताकि बैंक को शक न हो। इसके बाद अचानक एड्रेस और संपर्क जानकारी बदल दी जाती थी। जब बैंक द्वारा लोन की वसूली के लिए संपर्क किया जाता था, तो पता फर्जी निकलता था और मोबाइल नंबर बंद होते थे। इस तरह से यह गिरोह बैंकों को चकमा देकर करोड़ों की ठगी कर रहा था।

अमित राठौर हत्याकांड से खुलासा

DCP साद मियां खान ने बताया कि इस ठगी का खुलासा तब हुआ, जब 7 अक्टूबर को दादरी पुलिस ने अमित राठौर नामक युवक की हत्या के मामले को सुलझाया। जांच में पता चला कि अमित के कुछ दोस्तों ने डेढ़ करोड़ रुपये के विवाद के चलते उसकी हत्या कर दी थी। इस हत्याकांड से पुलिस को यह जानकारी मिली कि यह पूरा गिरोह फर्जी लोन और क्रेडिट कार्ड घोटाले में लिप्त था। मृतक अमित, गोविंद, विशाल, और अन्य साथी इस गिरोह का हिस्सा थे, जो एक निजी कंपनी बनाकर फर्जी लोन और क्रेडिट कार्ड जारी करते थे।

महिला बैंक मैनेजर की भूमिका

इस पूरे गिरोह में एक महिला बैंक मैनेजर की भूमिका भी सामने आई है, जो दिल्ली के एक निजी बैंक में कार्यरत है। वह गिरोह की मदद से फर्जी तरीके से बैंक खातों और क्रेडिट कार्ड जारी करवाने में मदद करती थी। फिलहाल, वह फरार है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है। पुलिस का मानना है कि इस महिला की गिरफ्तारी के बाद और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं।

क्या -क्या बरामद हुआ?

दादरी पुलिस ने आरोपियों के पास से 206 डेबिट और क्रेडिट कार्ड, 58 पासबुक, 40 आधार कार्ड, 40 पैन कार्ड, 70 चेकबुक, 6 स्वाइप मशीनें, 30 मोबाइल फोन और एक टाटा हैरियर गाड़ी बरामद की है। इन बरामद सामानों से स्पष्ट है कि यह गिरोह बड़े पैमाने पर ठगी का काम कर रहा था।

गिरोह का मास्टरमाइंड अमित राठौर

गिरोह का मास्टरमाइंड अमित राठौर था, जो अपने साथियों के साथ मिलकर यह ठगी का धंधा चला रहा था। अमित लोन और क्रेडिट कार्ड जारी करवाने के बाद बचे हुए पैसे को अपने साथियों में बांट देता था। गिरोह के सदस्य एक लोन पास करवाने पर 4 से 5 लाख रुपये की कमाई कर रहे थे।

अभी भी फरार हैं कई आरोपी

दादरी पुलिस ने इस हत्याकांड और ठगी के मामले में अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, लेकिन गिरोह में शामिल एक महिला बैंक मैनेजर और एक अन्य आरोपी अभी भी फरार हैं। पुलिस का कहना है कि जल्द ही इन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा और इस मामले से जुड़ी सभी कड़ियां साफ हो जाएंगी।

ग्रेटर नोएडा में ठगी का बढ़ता चलन

ग्रेटर नोएडा और आसपास के क्षेत्रों में ऐसे ठग गिरोहों का बढ़ता चलन चिंता का विषय बनता जा रहा है। इस गिरोह ने बैंकों को चकमा देकर करोड़ों रुपये का घोटाला किया है। पुलिस द्वारा किए गए इस खुलासे से क्षेत्र में अन्य ऐसे गिरोहों की जांच भी तेज कर दी गई है। आने वाले दिनों में और भी बड़े खुलासे होने की उम्मीद जताई जा रही है।


🛑 Raftar Today व्हाट्सएप चैनल से जुड़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक को टच करें।

Follow the Raftar Today channel on WhatsApp

Twitter (X): Raftar Today (@raftartoday)


टैग्स #GreaterNoidaNews #DaadriPolice #FraudGang #LoanScam #CreditCardScam #RaftarToday #CrimeNews #FIR #FraudulentLoan #BankFraud #NoidaCrimeNews #LoanFraud #FakeCompany #FraudBusted #WomenFraudster #DelhiBankFraud #UPPolice #FraudInvestigation #LoanScam #ScamAlert #GreaterNoidaCrime

रफ़्तार टुडे की न्यूज़

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button