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GL Bajaj University News : जीएलबीआईएमआर में ‘डिजिटबेस-2024’ का सफल समापन, डिजिटल परिवर्तन और स्थिरता पर अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों की गहन चर्चा

ग्रेटर नोएडा, रफ़्तार टुडे। जीएल बजाज इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड रिसर्च (जीएलबीआईएमआर) में आयोजित 8वां अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन ‘डिजिटबेस-2024′ का दूसरा दिन डिजिटल परिवर्तन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), और स्थिरता के विभिन्न पहलुओं पर केंद्रित रहा। इस सम्मेलन का आयोजन जाकिर हुसैन दिल्ली कॉलेज (डीयू) और सनवे बिजनेस स्कूल, मलेशिया के सहयोग से किया गया, जिसमें अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों ने विभिन्न मुद्दों पर गहन चर्चा की।

मुख्य भाषण: एआई और डिजिटल परिवर्तन

सम्मेलन के दूसरे दिन की शुरुआत सनवे बिजनेस स्कूल, मलेशिया के प्रो. ज़हीर अनवर के मुख्य भाषण से हुई। उन्होंने मलेशिया में डिजिटल परिवर्तन और AI (एआई) की भूमिका पर प्रकाश डाला। प्रो. अनवर ने एशिया में एआई प्रतिभा विकास के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि भविष्य की आर्थिक वृद्धि और वैश्विक प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित करने के लिए एआई को अपनाने की दिशा में सरकारी समर्थन आवश्यक है। उन्होंने भारत और मलेशिया के बीच एआई सहयोग की संभावनाओं का भी उल्लेख किया।

पैनल चर्चा: हरित नवाचार और स्थिरता

दूसरे सत्र में “हरित कल के लिए नवाचार” विषय पर एक पैनल चर्चा का आयोजन हुआ, जिसमें प्रमुख विशेषज्ञों ने अपने विचार साझा किए। सस्टेनेबिलिटी पर जोर देते हुए टेटन एडवाइजर्स इंक. के निदेशक आनंद रवानी, फॉर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट नई दिल्ली के प्रो. अरुणादित्य सहाय, और आईआईएम लखनऊ के डॉ. आशीष अग्रवाल ने हरित हाइड्रोजन मिशन, सर्कुलर अर्थव्यवस्था और अपशिष्ट प्रबंधन पर चर्चा की। प्रो. सहाय ने नवाचार और उद्यमिता के महत्व को रेखांकित करते हुए डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम तकनिकी विश्वविद्यालय के साथ अपने अनुभव साझा किए।

स्थिरता और हरित ऊर्जा पर जोर

डॉ. आशीष अग्रवाल ने स्थिरता, इलेक्ट्रिक वाहनों और भारत के हरित हाइड्रोजन मिशन की दिशा में किए जा रहे प्रयासों पर जोर दिया। उन्होंने सर्कुलर अर्थव्यवस्था के लाभों और पर्यावरण संरक्षण के लिए किए जा रहे तकनीकी नवाचारों की आवश्यकता पर बल दिया। वहीं, डॉ. आनंद रवानी ने अपशिष्ट से ईंधन बनाने की तकनीकों और सौर ऊर्जा के टिकाऊ समाधान पर चर्चा की।

चेयरमैन पंकज अग्रवाल का समापन संदेश

जीएल बजाज शिक्षण संस्थान के चेयरमैन पंकज अग्रवाल ने इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के सफल आयोजन पर आयोजन समिति और सभी प्रतिभागियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह सम्मेलन जीएलबीआईएमआर के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ है, जो भविष्य में छात्रों को नए अवसर प्रदान करने में सहायक होगा।

धन्यवाद ज्ञापन
संस्थान की प्रो. पूजा सिंह ने कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए सभी अतिथियों और सहयोगियों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के सम्मेलन न केवल छात्रों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक्सपोजर देते हैं, बल्कि उन्हें भविष्य की चुनौतियों के लिए भी तैयार करते हैं।

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रफ़्तार टुडे की न्यूज़

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