Greater Noida CEO Authority News : ग्रेटर नोएडा में जाम से मिलेगी राहत, सीईओ का बड़ा कदम, गोलचक्करों का आकार घटेगा और सड़कों का होगा चौड़ीकरण, सीईओ रवि कुमार NG एक शानदार पहल
ग्रेटर नोएडा, रफ़्तार टुडे। शहर के बढ़ते ट्रैफिक जाम की समस्या को कम करने और भविष्य में यातायात के दबाव को नियंत्रित करने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने एक नई योजना बनाई है। प्राधिकरण ने शहर के प्रमुख मार्गों पर स्थित बड़े गोलचक्करों का आकार छोटा करने और सड़कों को चौड़ा करने का फैसला किया है। इस महत्वाकांक्षी योजना की शुरुआत ग्रेटर नोएडा वेस्ट के इटेड़ा गोलचक्कर से हो चुकी है।
शहर में बढ़ता ट्रैफिक: क्या है समस्या?
ग्रेटर नोएडा तेजी से विकसित होता हुआ एक प्रमुख शहरी क्षेत्र है। यहां कई बड़े औद्योगिक क्षेत्रों, रिहायशी इलाकों और आगामी नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जुड़ने वाले मार्गों पर वाहनों का भारी दबाव है।
बड़े गोलचक्करों की समस्या:
गोलचक्करों के बड़े आकार के कारण वाहनों का सुचारू प्रवाह बाधित होता है।
जाम का मुख्य कारण:
सुबह और शाम के व्यस्त समय में बड़े गोलचक्करों पर ट्रैफिक रुक जाता है, जिससे वाहन चालकों को घंटों जाम में फंसे रहना पड़ता है।
योजना की शुरुआत: 130 मीटर चौड़ी सड़क पर काम शुरू
130 मीटर चौड़ी सड़क, जो शहर की प्रमुख सड़कों में से एक है, पर सबसे पहले काम शुरू किया गया है। यह सड़क नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जुड़ी हुई है और यहां सबसे ज्यादा यातायात दबाव देखा गया है।
कदम उठाए गए:
सभी बड़े गोलचक्करों का आकार घटाया जा रहा है।
सड़क के चौड़ीकरण का कार्य भी शुरू हो चुका है।
अलग से बस-वे का निर्माण किया जा रहा है, ताकि सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा मिले।
लाभ:
इस परियोजना से जाम की समस्या में कमी आएगी और यात्रियों के समय की बचत होगी।
औद्योगिक क्षेत्रों पर विशेष ध्यान
ग्रेटर नोएडा के इकोटेक-10 और इकोटेक-11 जैसे प्रमुख औद्योगिक क्षेत्रों में सड़कों का चौड़ीकरण किया जा रहा है।
प्रभाव:
औद्योगिक गतिविधियों को तेजी मिलेगी और श्रमिकों व सामान की आवाजाही सुगम होगी।
फोकस:
व्यस्त ट्रैफिक वाले इलाकों में ट्रैफिक दबाव कम करना प्राथमिकता है।
नोएडा एयरपोर्ट के प्रभाव को लेकर तैयारी
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के चालू होने के बाद ग्रेटर नोएडा में यातायात का दबाव कई गुना बढ़ने की संभावना है।
सर्वेक्षण का आधार:
प्राधिकरण ने सभी प्रमुख मार्गों पर सर्वेक्षण शुरू कर दिया है।
वे स्थान चिन्हित किए जा रहे हैं, जहां वाहनों का दबाव अधिक है। ऐसे गोलचक्करों को प्राथमिकता दी जा रही है, जो ट्रैफिक को बाधित कर रहे हैं।
सीईओ का निर्देश:
“शहर के यातायात को सुगम बनाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।”
क्या
- जाम से राहत:
बड़े गोलचक्करों के छोटे होने से यातायात का प्रवाह बेहतर होगा। - यात्रा में समय की बचत:
प्रमुख मार्गों पर वाहनों की गति बढ़ेगी, जिससे सफर में समय कम लगेगा। - सार्वजनिक परिवहन का सुधार:
बस-वे निर्माण से बसों की सुविधा बेहतर होगी। - औद्योगिक और व्यावसायिक लाभ:
बेहतर सड़क कनेक्टिविटी से औद्योगिक और व्यावसायिक गतिविधियां तेज होंगी।
प्राधिकरण की अपील
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने आम जनता से सहयोग की अपील की है। निर्माण के दौरान वैकल्पिक मार्ग अपनाएं। सड़क पर सुरक्षा नियमों का पालन करें। धैर्य बनाए रखें और प्रशासन का सहयोग करें।
अधिकारियों के बयान
सीईओ रवि कुमार NG ने कहा:
“यह योजना शहर में ट्रैफिक को सुगम बनाने और भविष्य के यातायात दबाव को संभालने के लिए बनाई गई है।”
प्राधिकरण के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया:
“नोएडा एयरपोर्ट के संचालन के बाद वाहनों का दबाव बढ़ेगा। ऐसे में मुख्य मार्गों और गोलचक्करों को दुरुस्त करना अनिवार्य है।”
कहती है जनता?
आशा:
स्थानीय निवासियों और वाहन चालकों को उम्मीद है कि इस परियोजना के लागू होने से उन्हें जाम से राहत मिलेगी।
चुनौती:
हालांकि निर्माण कार्य के दौरान ट्रैफिक व्यवस्था को बनाए रखना एक बड़ी चुनौती होगी।
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