Jewar International Airport News : जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास बनेगा मिनी वर्ल्ड, चार देश बसाएंगे अपने शहर, यूपी को मिलेगा 52 हजार करोड़ का निवेश, CM योगी आदित्यनाथ का सपना यूपी को ‘वन ट्रिलियन यूएस डॉलर’ की अर्थव्यवस्था बनाना
ग्रेटर नोएडा का अंतरराष्ट्रीय महत्व बढ़ा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सपना है कि यूपी को 'वन ट्रिलियन यूएस डॉलर' की अर्थव्यवस्था में तब्दील किया जाए।
जेवर, रफ़्तार टुडे। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जिसे जेवर एयरपोर्ट भी कहा जाता है, अब केवल एक हवाई अड्डा नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश के औद्योगिक और अंतरराष्ट्रीय निवेश का सबसे बड़ा केंद्र बनता जा रहा है। एयरपोर्ट के इर्द-गिर्द विदेशी निवेश और अंतरराष्ट्रीय योजनाओं की बाढ़ आ गई है। चार प्रमुख देश – अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान और दक्षिण कोरिया – इस क्षेत्र में अपने विशेष शहर बसाने की तैयारी कर रहे हैं। यह भारत का पहला ऐसा क्षेत्र होगा, जहां अलग-अलग देशों के कारोबारी समूह अपने-अपने सांस्कृतिक और आर्थिक केंद्र स्थापित करेंगे।
अमेरिकन सिटी: शिक्षा और संस्कृति का केंद्र
जेवर एयरपोर्ट के पास 1,200 एकड़ भूमि पर विकसित होने वाली अमेरिकन सिटी पूरी तरह से शिक्षा, कला और संस्कृति को समर्पित होगी।
प्रमुख विशेषताएं:
स्कूल, कॉलेज, और यूनिवर्सिटीज का निर्माण।
अंतरराष्ट्रीय स्तर के सांस्कृतिक संस्थान।
कुल निवेश: ₹32,000 करोड़।
इस परियोजना को अमेरिकी राजनेता जॉन मैक्केन से जुड़ी कंपनी द्वारा विकसित किया जा रहा है।
जापानी और कोरियाई शहर, तकनीक का गढ़
जेवर एयरपोर्ट के आसपास जापानी और कोरियाई सिटी भी विकसित की जा रही है।
जापानी सिटी:
स्थान: सेक्टर 5-ए।
क्षेत्रफल: 395 हेक्टेयर।
विशेषताएं: माइक्रोचिप्स, सेमीकंडक्टर, और एआई आधारित उपकरणों का निर्माण।
कोरियाई सिटी:
स्थान: सेक्टर 4-ए।
क्षेत्रफल: 365 हेक्टेयर।
विशेषताएं: कैमरा और तकनीकी उपकरणों के लिए विश्वस्तरीय उद्योग।
इन दोनों शहरों से ₹2,544 करोड़ का राजस्व यमुना प्राधिकरण को मिलेगा और यह क्षेत्र इलेक्ट्रॉनिक्स और तकनीकी उद्योग का हब बनेगा।
ऑस्ट्रेलियाई एजुकेशन सिटी: नई ऊंचाइयों की ओर
हाल ही में, ऑस्ट्रेलियाई उद्यमियों ने यमुना प्राधिकरण से इस क्षेत्र में एजुकेशन सिटी बसाने की अनुमति मांगी है।
मुख्य उद्देश्य: उच्च शिक्षा और अनुसंधान केंद्र का विकास।
निवेश संभावनाएं: ऑस्ट्रेलिया के निवेशकों ने इलाके का सर्वे कर परियोजना के लिए रुचि दिखाई है।
नोएडा एयरपोर्ट: यूपी के सपनों को दे रहा पंख
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जो 2025 तक पूरी तरह से ऑपरेशनल होगा, केवल उत्तर प्रदेश का ही नहीं, बल्कि पूरे भारत का गौरव है।
सरकार की योजनाएं:
उत्तर प्रदेश सरकार अब तक इस परियोजना पर ₹20,000 करोड़ खर्च कर चुकी है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सपना है कि यूपी को ‘वन ट्रिलियन यूएस डॉलर’ की अर्थव्यवस्था में तब्दील किया जाए।
यह एयरपोर्ट और इसके आसपास के क्षेत्र इसमें अहम भूमिका निभाएंगे।
52 हजार करोड़ का निवेश: यूपी को नई उड़ान
इन चार शहरों के निर्माण से यमुना प्राधिकरण को ₹20,000 करोड़ का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश प्राप्त होगा। वहीं, अमेरिकी कंपनियां अगले 6 वर्षों में ₹32,000 करोड़ का निवेश करेंगी। कुल मिलाकर यह परियोजना उत्तर प्रदेश को आर्थिक रूप से नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के आसपास अंतरराष्ट्रीय शहरों का महत्व
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के इर्द-गिर्द इन चार देशों द्वारा विकसित किए जा रहे शहर, भारत को अंतरराष्ट्रीय निवेश का प्रमुख केंद्र बनाएंगे।
सामाजिक और आर्थिक लाभ:
लाखों रोजगार सृजन की संभावना।
भारत के तकनीकी और शैक्षिक मानचित्र को मजबूती।
पर्यटन, व्यापार और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा।
निष्कर्ष
जेवर एयरपोर्ट के पास विकसित हो रहे ये अंतरराष्ट्रीय शहर उत्तर प्रदेश के विकास में मील का पत्थर साबित होंगे। यह न केवल आर्थिक समृद्धि लाएंगे, बल्कि भारत को वैश्विक मानचित्र पर मजबूती से स्थापित करेंगे।
टैग्स #RaftarToday #JewarAirport #NoidaInternationalAirport #GreaterNoida #UPInvestments #ForeignInvestment #YamunaAuthority #AmericanCity #JapaneseCity #KoreanCity #AustralianCity #YogiAdityanath #IndiaGrowthStory #ElectronicsHub #EducationCity #GlobalDevelopment
🛑 Raftar Today व्हाट्सएप चैनल से जुड़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक को टच करें।
Raftar Today चैनल पर जुड़ें
Twitter (X): Raftar Today (@raftartoday)