Greater Noida Authority News : तुस्याना गांव में अवैध प्लॉटिंग का भंडाफोड़, 18 भूमाफियाओं पर एफआईआर, सरकारी जमीन को लेकर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के CEO रवि कुमार NG सख्त
Greater Noida News, Raftar Today। ग्रेटर नोएडा के तुस्याना गांव में लंबे समय से चल रही अवैध प्लॉटिंग का मामला आखिरकार उजागर हो गया है। सरकारी जमीन पर कब्जा करके अवैध कॉलोनियां बनाने वाले 18 भूमाफियाओं के खिलाफ थाना ईकोटेक-थर्ड में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। यह कार्रवाई ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और प्रशासन के समन्वय से की गई है, जिससे न केवल भूमाफियाओं पर शिकंजा कसा गया है, बल्कि प्राधिकरण के अधिकारियों ने भी राहत की सांस ली है।
क्या है मामला?
पिछले डेढ़ साल से तुस्याना गांव में अधिसूचित और सरकारी भूमि पर भूमाफिया सक्रिय थे। इन लोगों ने जमीन पर अवैध कॉलोनियां काटकर प्लॉट बेचने का धंधा शुरू कर दिया था।
अवैध प्लॉटिंग का खुलासा: अवैध प्लॉटिंग ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की जमीन और सरकारी भूमि पर की जा रही थी।
टेक्नोलॉजी पार्क लिमिटेड की विवादित जमीन की आड़ में भूमाफिया इस गोरखधंधे को अंजाम दे रहे थे।
जमीन पर कब्जे की गतिविधियां तुस्याना गांव के अलावा अन्य क्षेत्रों में भी फैल रही थीं।
जांच रिपोर्ट: दादरी के उपजिलाधिकारी ने 7 फरवरी 2024 को एक रिपोर्ट दी थी।
रिपोर्ट में तुस्याना गांव के खसरा नंबर 517, 964, 967, 975, 981, 984, 985, 992, और 1007 पर अवैध प्लॉटिंग की पुष्टि की गई।
इनके खिलाफ कराया गया है मुकदमा दर्ज
ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण के परियोजना विभाग की तरफ से सत्यवीर, शहादत अली, धनी उर्फ धनीराम, गोविंद शर्मा, सुनील बंसल, हरिश्चंद्र अरोड़ा, सहादत खान, मोनू खान, निजाकत अली, मोहब्बत, दयाराम शर्मा, कृष्ण शर्मा, शिवराम शर्मा, अमित कुमार, अंकित राजू, धूम सिंह (फरमान सैफी) और नावेद आलम के खिलाफ धारा 329 (3) और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई गई है
एफआईआर की प्रक्रिया और धाराएं
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के वर्क सर्कल-3 के सहायक प्रबंधक राजीव कुमार की तहरीर पर यह एफआईआर दर्ज हुई। एफआईआर में शामिल धाराएं:
बीएनएस की धारा 329(3)
सार्वजनिक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम 1984 की धारा 3 और 4
जांच अधिकारी: मामले की जांच उपनिरीक्षक कुलदीप सिंह करेंगे।
भूमाफियाओं की पहचान और कार्रवाई
एफआईआर में शामिल 18 नामजद आरोपियों में स्थानीय लोगों के साथ-साथ कन्नौज और बिहार के लोग भी शामिल हैं।प्राधिकरण के पास नामजद आरोपियों के खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं। ये सबूत जांच में पुलिस को उपलब्ध कराए जाएंगे।
भूमाफियाओं की गतिविधियों पर पिछले छह महीने से नजर रखी जा रही थी।
प्राधिकरण का रुख और भविष्य की कार्रवाई
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने इस कार्रवाई को बड़ी सफलता बताया है। अवैध प्लॉटिंग को रोकने के लिए प्राधिकरण और पुलिस का संयुक्त अभियान शुरू किया जाएगा।
सभी अवैध निर्माणों को जल्द ध्वस्त किया जाएगा।
दोषियों पर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों ने कोर्ट का रुख करने का भी संकेत दिया है।
जनता के लिए चेतावनी
इस घटना ने सरकारी और प्राधिकरण की जमीन पर अवैध कब्जे के खतरों को उजागर किया है। प्राधिकरण ने जनता से अपील की है कि जमीन खरीदने से पहले उसके दस्तावेजों की जांच कर लें।
अवैध कॉलोनियों में निवेश करने से बचें, क्योंकि भविष्य में ऐसी जमीनों पर कानूनी कार्रवाई हो सकती है।
निष्कर्ष: प्राधिकरण और प्रशासन का सख्त रुख
यह कार्रवाई दर्शाती है कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण भूमाफियाओं के खिलाफ सख्त है। यह कदम न केवल सरकारी संपत्ति की रक्षा करेगा, बल्कि अवैध कब्जों के कारण बढ़ती समस्याओं पर भी रोक लगाएगा।
संबंधित हैशटैग्स: #GreaterNoida #TusyanaVillage #IllegalPlotting #LandMafia #NoidaNews #PublicProperty #GreaterNoidaAuthority #PoliceAction #RaftarToday #LandScam
🛑 Raftar Today व्हाट्सएप चैनल से जुड़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक को टच करें।
Follow the Raftar Today channel on WhatsApp
Twitter (X): Raftar Today (@raftartoday)