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Sharda University News : शारदा स्कूल ऑफ डेंटल साइंसेज में अत्याधुनिक डेंटल सीएडी/सीएएम लैब का शुभारंभ, डिजिटल दंत चिकित्सा में नई क्रांति!

📍 ग्रेटर नोएडा, रफ़्तार टुडे।
नॉलेज पार्क स्थित शारदा विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ डेंटल साइंसेज ने डिजिटल दंत चिकित्सा को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए एक इनोवेटिव और अत्याधुनिक डेंटल सीएडी/सीएएम (कंप्यूटर-एडेड डिजाइन/कंप्यूटर-एडेड मैन्युफैक्चरिंग) लैब का भव्य शुभारंभ किया।

प्रो चांसलर वाई.के. गुप्ता, डीन डॉ. एम. सिद्धार्थ और डॉ. आशीष चौधरी ने इस लैब का उद्घाटन किया। यह अत्याधुनिक प्रयोगशाला उन्नत डिजिटल तकनीकों से लैस है, जो दंत चिकित्सा में सटीकता, दक्षता और रोगी देखभाल को एक नए स्तर पर ले जाएगी।


🦷 डिजिटल डेंटल टेक्नोलॉजी में क्रांति लाएगी यह नई लैब!

प्रो चांसलर वाई.के. गुप्ता ने इस अवसर पर कहा—
“डिजिटल दंत चिकित्सा हमारे इलाज के तरीके को पूरी तरह से बदल रही है। यह अत्याधुनिक सीएडी/सीएएम लैब दंत चिकित्सा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो रोगियों को उन्नत समाधान प्रदान करेगी और दंत चिकित्सकों के लिए उपचार प्रक्रिया को अधिक कुशल बनाएगी।”

स्कूल ऑफ डेंटल साइंसेज के डीन डॉ. एम. सिद्धार्थ ने बताया—
“यह प्रयोगशाला 3डी स्कैनिंग और मिलिंग तकनीक का उपयोग करेगी, जिससे दंत बहाली (डेंटल रेस्टोरेशन) की प्रक्रिया अधिक सटीक और प्रभावी होगी। इस तकनीक से मरीजों को अधिक आरामदायक अनुभव मिलेगा, जबकि दंत चिकित्सकों के लिए उपचार की गति और गुणवत्ता में जबरदस्त सुधार होगा।”


🔬 सीएडी/सीएएम लैब: क्या होगी खासियत?

3D स्कैनिंग और मिलिंग तकनीक: हर बहाली (रिस्टोरेशन) को पूरी तरह से फिट करने के लिए उन्नत डिजिटल स्कैनिंग।
समय की बचत: कम समय में सटीक डेंटल रिस्टोरेशन तैयार करना।
बेहतर गुणवत्ता: समायोजन कम करने और मरीजों के आराम को बढ़ाने में मदद करेगा।
दंत चिकित्सकों के लिए लाभ: यह तकनीक कुर्सी पर बैठने का समय कम करती है और उत्पादकता को बढ़ाती है।
डिजिटल दंत चिकित्सा का भविष्य: सीएडी/सीएएम तकनीक की मदद से उच्च गुणवत्ता वाली कृत्रिम दंत संरचनाएं (डेंटल प्रोस्थेटिक्स) बनाई जाएंगी, जो अधिक टिकाऊ और सुविधाजनक होंगी।

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शारदा स्कूल ऑफ डेंटल साइंसेज में अत्याधुनिक डेंटल सीएडी/सीएएम लैब का शुभारंभ

🦷 सीएडी/सीएएम टेक्नोलॉजी: दंत चिकित्सा में नया युग!

डॉ. आशीष चौधरी ने कहा कि “सीएडी/सीएएम प्रौद्योगिकी का एकीकरण दंत चिकित्सा देखभाल में एक बड़ी छलांग है।
📌 इससे मरीजों को पारंपरिक तरीकों की तुलना में अधिक आराम और कुशल उपचार मिलेगा।
📌 यह तकनीक दंत चिकित्सकों के लिए उपचार प्रक्रिया को अधिक सटीक और तेज बनाएगी।
📌 रोगियों को बार-बार क्लिनिक आने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी, जिससे समय और लागत दोनों की बचत होगी।


🎯 निष्कर्ष

📌 शारदा विश्वविद्यालय ने डिजिटल दंत चिकित्सा के क्षेत्र में एक नया अध्याय जोड़ा।
📌 सीएडी/सीएएम लैब से मरीजों को मिलेगा अधिक कुशल और आरामदायक अनुभव।
📌 3D स्कैनिंग और मिलिंग तकनीक से दंत बहाली की प्रक्रिया होगी और भी सटीक।
📌 मरीजों और दंत चिकित्सकों दोनों के लिए यह एक बड़ी तकनीकी सफलता।


📢 शारदा विश्वविद्यालय के इनोवेटिव कदम और डिजिटल दंत चिकित्सा से जुड़ी हर खबर के लिए जुड़े रहें Raftar Today के साथ!

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