UP BJP Organisation News : इंतहा हो गई इंतजार की!, "भाजपा कार्यकर्ताओं की परीक्षा कब खत्म होगी?, गौतम बुद्ध नगर व नोएडा में जिलाध्यक्ष की घोषणा लटकी, पार्टी ऑफिसों में पसरा सन्नाटा, CM योगी के दौरे से फिर जगी उम्मीद", कार्यकर्ताओं में निराशा, संगठन पर उठे सवाल

गौतम बुद्ध नगर, रफ्तार टुडे।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में कार्यकर्ताओं का जोश और संगठन की मजबूती हमेशा चर्चा का विषय रहे हैं, लेकिन गौतम बुद्ध नगर में जिलाध्यक्ष की घोषणा को लेकर जो अनिश्चितता बनी हुई है, उसने कार्यकर्ताओं की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। पार्टी के स्थानीय कार्यालयों में अब पहले जैसी चहल-पहल नहीं दिख रही, कार्यकर्ता दिशाहीन महसूस कर रहे हैं और नेता भी अब जिलाध्यक्ष पद के लिए लखनऊ के चक्कर काटना छोड़ चुके हैं।
इसी बीच, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 8 मार्च को गौतम बुद्ध नगर के दौरे पर आ रहे हैं, जिससे संगठन में एक बार फिर हलचल बढ़ी है। सीएम के आगमन से कार्यकर्ताओं को फोन कर सक्रिय होने के निर्देश दिए जा रहे हैं, लेकिन जिलाध्यक्ष की घोषणा में हो रही देरी ने पार्टी के भीतर ही सवाल खड़े कर दिए हैं।
भाजपा कार्यालयों में सन्नाटा, कार्यकर्ताओं का उत्साह ठंडा
भाजपा कार्यकर्ताओं को हमेशा चुनावी मोड में रहने और जनसंपर्क में सक्रिय रहने की हिदायत दी जाती है, लेकिन जब खुद संगठन ही निष्क्रिय हो जाए तो कार्यकर्ताओं की मेहनत भी फीकी पड़ने लगती है।
गौतम बुद्ध नगर में जिलाध्यक्ष की नियुक्ति का मामला महीनों से लटका हुआ है। पहले कई बार तारीखें तय की गईं, लेकिन हर बार घोषणा टलती गई। अब आलम यह है कि पार्टी कार्यकर्ता असंतोष जाहिर कर रहे हैं और धीरे-धीरे निष्क्रिय होते जा रहे हैं।
क्या भाजपा नेतृत्व ने कार्यकर्ताओं को भुला दिया?
भाजपा हमेशा अपने मजबूत संगठन की बदौलत हर चुनाव में जीत हासिल करती आई है, लेकिन अब स्थानीय कार्यकर्ताओं में यह धारणा बन रही है कि पार्टी नेतृत्व ने उनकी अनदेखी शुरू कर दी है।
गौतम बुद्ध नगर में होली जैसे प्रमुख त्योहारों पर भाजपा नेताओं के पोस्टर बैनर शहरभर में छाए रहते थे, लेकिन इस बार चौंकाने वाली बात यह रही कि भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं की होली शुभकामनाओं के पोस्टर नदारद हैं। इसके विपरीत, विपक्षी दलों के नेताओं के पोस्टर शहरभर में दिख रहे हैं, जिससे भाजपा कार्यकर्ताओं में असंतोष और बढ़ गया है।
“अब 2027 में ही जागेगा संगठन?”
भाजपा कार्यकर्ताओं में अब यह चर्चा आम हो गई है कि 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले संगठन कोई बड़ा कदम नहीं उठाएगा।
एक वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा,
“अब संगठन की प्राथमिकता सिर्फ बड़े चुनाव रह गए हैं। कार्यकर्ताओं को लगता है कि वे चाहे जितनी मेहनत करें, जब तक कोई चुनाव न हो, तब तक उन्हें नजरअंदाज किया जाएगा। यही कारण है कि गौतम बुद्ध नगर में भाजपा कार्यालयों में कार्यकर्ताओं की संख्या घटती जा रही है।”
सीएम योगी के दौरे से मिलेगी नई ऊर्जा या फिर बढ़ेगी नाराजगी?
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 8 मार्च को गौतम बुद्ध नगर दौरे पर आ रहे हैं। उनके इस दौरे को लेकर संगठन अचानक सक्रिय हो गया है। कई दिनों से जो भाजपा कार्यकर्ता संगठन की निष्क्रियता से नाराज थे, उन्हें अब फोन करके मुख्यमंत्री के स्वागत में आने के लिए कहा जा रहा है।
हालांकि, कार्यकर्ताओं का कहना है कि अगर सिर्फ मुख्यमंत्री के दौरे के लिए ही संगठन को याद किया जाएगा और जिलाध्यक्ष पद की घोषणा नहीं होगी, तो यह नाराजगी और बढ़ सकती है।
भाजपा संगठन को अब फैसला लेना ही होगा
गौतम बुद्ध नगर में भाजपा कार्यकर्ताओं की बढ़ती हताशा और संगठन की निष्क्रियता पार्टी के लिए चिंता का विषय बन सकती है। अगर जल्द ही जिलाध्यक्ष की घोषणा नहीं होती, तो आगामी चुनावों में भाजपा को ग्राउंड लेवल पर कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।
अब देखना यह है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दौरे के बाद भाजपा संगठन इस मुद्दे पर कोई ठोस कदम उठाता है या कार्यकर्ताओं को और इंतजार करना पड़ेगा।
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