Noida International Airport Breaking News : नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की उड़ानों पर ब्रेक!, 17 अप्रैल को नहीं बजेगी टेकऑफ की घंटी, मई या जून में नई तारीख की उम्मीद, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जताई नाराजगी, जानिए देरी की असली वजह
जेवर एयरपोर्ट से उड़ानें टलीं, जून से पहले शुरू नहीं होगी सेवा! निर्माण में देरी और लाइसेंस प्रक्रिया बनी बाधा, कंपनी पर लग सकता है ₹10 लाख रोजाना का जुर्माना

जेवर, रफ़्तार टुडे। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) से 17 अप्रैल 2025 से विमान उड़ान भरने वाले थे, लेकिन अब यह योजना खटाई में पड़ गई है। निर्माण कार्य में देरी और नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) से लाइसेंस प्रक्रिया पूरी न हो पाने के कारण उद्घाटन टाल दिया गया है। अब उम्मीद की जा रही है कि मई 2025 में एयरोड्रम लाइसेंस मिलेगा, जिसके बाद घरेलू उड़ानें शुरू हो सकती हैं, जबकि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए जुलाई 2025 तक इंतजार करना पड़ेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस देरी पर नाराजगी जताई है और संबंधित अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए हैं। वहीं, विकासकर्ता कंपनी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (YIAPL) पर देरी के कारण ₹10 लाख प्रतिदिन का जुर्माना लग सकता है।
निर्माण कार्य में देरी की वजह क्या है?
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण कार्य में हो रही देरी को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार, निम्नलिखित कारण प्रमुख रूप से देरी के लिए जिम्मेदार हैं:
- टर्मिनल बिल्डिंग अधूरी – हवाई अड्डे का यात्री टर्मिनल पूरी तरह तैयार नहीं हुआ है। यात्रियों के लिए जरूरी सुविधाएं, सुरक्षा व्यवस्था, चेक-इन काउंटर, बैगेज हैंडलिंग सिस्टम आदि का काम अभी बाकी है।
- लाइसेंस प्रक्रिया लंबित – हवाई अड्डे के संचालन के लिए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) से जरूरी एयरोड्रम लाइसेंस मिलना बाकी है। बिना लाइसेंस के विमान संचालन संभव नहीं है।
- एटीसी और रनवे तैयार नहीं – हवाई अड्डे का रनवे तैयार है, लेकिन उसकी आवश्यक सुरक्षा जांच और एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) टावर का काम पूरा नहीं हुआ है।
- संचालन से पहले अंतिम निरीक्षण बाकी – हवाई अड्डे पर बिजली, पानी, वाइल्डलाइफ मैनेजमेंट और आपातकालीन सेवाओं का अंतिम निरीक्षण होना बाकी है।

क्या कंपनी पर लगेगा जुर्माना?
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट परियोजना के लिए पहले 30 सितंबर 2024 तक निर्माण पूरा करने की समय सीमा थी, जिसे बाद में 31 दिसंबर 2024 तक बढ़ाया गया। शर्तों के मुताबिक, अगर इस तारीख तक हवाई अड्डे का संचालन शुरू नहीं हुआ तो विकासकर्ता कंपनी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रा. लि. (YIAPL) पर ₹10 लाख प्रतिदिन का जुर्माना लगाया जाना था। हालांकि, अभी तक इस जुर्माने को लागू करने पर कोई आधिकारिक फैसला नहीं हुआ है।
पहले 17 अप्रैल को होनी थी उड़ानों की शुरुआत
पूर्व निर्धारित योजना के अनुसार, 17 अप्रैल 2025 से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से तीन अंतरराष्ट्रीय, 25 घरेलू और दो कार्गो विमानों की उड़ानें शुरू होनी थीं। इसके लिए एयरपोर्ट का बुनियादी ढांचा तैयार किया जा रहा था। लेकिन 5 मार्च 2025 को हुई निरीक्षण बैठक में नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA), भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) और अन्य अधिकारियों ने पाया कि एयरपोर्ट का कई महत्वपूर्ण काम अधूरा है।
निरीक्षण में क्या-क्या खामियां पाई गईं?
जेवर एयरपोर्ट साइट के निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने निम्नलिखित प्रमुख खामियां पाईं:
- रनवे मार्किंग अधूरी – रनवे पर विमान संचालन के लिए जरूरी मार्किंग अभी नहीं हुई है।
- एटीसी टावर का कार्य अधूरा – एयर ट्रैफिक कंट्रोल टावर में उपकरणों की स्थापना पूरी नहीं हुई है।
- बिजली और पानी की आपूर्ति में दिक्कतें – हवाई अड्डे पर बिजली और पानी की सप्लाई को लेकर अभी भी सुधार की जरूरत है।
- वाइल्डलाइफ मैनेजमेंट सिस्टम अधूरा – पक्षियों और अन्य जानवरों को एयरपोर्ट क्षेत्र से दूर रखने के लिए जरूरी सिस्टम पूरी तरह काम नहीं कर रहा।
अब उड़ानों की संभावित नई तारीख क्या होगी?
एयरपोर्ट का निर्माण दो चरणों में किया जा रहा है। पहले चरण में घरेलू उड़ानें शुरू होंगी और दूसरे चरण में अंतरराष्ट्रीय उड़ानें।
- मई 2025 – नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) से एयरोड्रम लाइसेंस मिलने की उम्मीद। इसके बाद घरेलू उड़ानों की शुरुआत हो सकती है।
- जुलाई 2025 – सभी जरूरी व्यवस्थाएं पूरी होने के बाद अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की शुरुआत हो सकती है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जताई नाराजगी
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के उद्घाटन में हो रही देरी से उत्तर प्रदेश सरकार असंतुष्ट है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संबंधित अधिकारियों से जल्द से जल्द सभी बाधाओं को दूर करने और हवाई अड्डे का निर्माण पूरा करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने यह भी साफ कर दिया है कि अगर देरी जारी रही तो जिम्मेदार अधिकारियों और कंपनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) का बयान
यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) के सीईओ ने कहा कि “नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट उत्तर भारत के सबसे बड़े हवाई अड्डों में से एक होगा। हम जल्द से जल्द सभी आवश्यक औपचारिकताएं पूरी कर इसका संचालन शुरू करने के लिए प्रयासरत हैं।”
निष्कर्ष – 2025 की सबसे बड़ी विमानन देरी!
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को लेकर यात्रियों और निवेशकों में काफी उत्साह था, लेकिन अब इसकी शुरुआत में अनिश्चितता बनी हुई है। 17 अप्रैल 2025 को उड़ानों का टेकऑफ नहीं होगा, लेकिन जून 2025 में कोई नई तारीख आ सकती है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या एयरपोर्ट प्रबंधन जल्द से जल्द इस देरी को दूर कर हवाई सेवा शुरू कर पाता है या नहीं।
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