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Organizing Rahgiri Day From 14th November In Delhi – युद्ध प्रदूषण के विरुद्ध : 14 नवंबर से राहगीरी दिवस का आयोजन, लोगों को किया जाएगा जागरूक

अमर उजाला नेटवर्क, नई दिल्ली
Published by: दुष्यंत शर्मा
Updated Wed, 10 Nov 2021 05:04 AM IST

सार

राहगीरी फाउंडेशन और डब्ल्यूआरआई इंडिया के सहयोग से डीडीसी अगले तीन महीनों में छह राहगीरी दिवस आयोजित करेगा।

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राजधानी में प्रदूषण को रोकने के लिए 14 नवंबर से राहगीरी दिवस का आयोजन होगा। डायलॉग एंड डेवलपमेंट कमीशन (डीडीसी) की ओर से राहगीरी फाउंडेशन और डब्ल्यूआरआई इंडिया के सहयोग से यह अभियान पूरी दिल्ली में चलेगा। अगले तीन माह तक चलने वाले इस अभियान में छह राहगिरी दिवस आयोजित किए जाएंगे। 

राहगीरी दिवस का पहला आयोजन 14 नवंबर सुबह 7 बजे से 10 बजे तक पटपड़गंज में किया जाएगा। यह आयोजन बीएसईएस यमुना पावर लिमिटेड कार्यालय और पश्चिम विनोद नगर स्थित सर्वोदय कन्या/बाल विद्यालय के नजदीक सड़क पर होगा। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया शामिल होंगे। कार्यक्रम के दौरान दौड़ना, साइकिलिंग, स्केटिंग, नुक्कड़ खेल, संगीत बैंड, पेंटिंग, नृत्य, प्रदर्शन कला, योग, एरोबिक्स व जुंबा आदि गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम में बच्चे, कलाकार व फिटनेस विशेषज्ञ सहित अन्य लोग शामिल होंगे।

सरकार के मुताबिक, कार्यक्रम का आयोजन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा शुरू किए गए युद्ध प्रदूषण के विरुद्ध अभियान के तहत किया जा रहा है। इससे लोगों को वायु प्रदूषण को कम करने के लिए व्यक्तिगत जिम्मेदारी लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।इस तरह के आयोजनों का मुख्य उद्देश्य लोगों को कारों के बिना सड़कों का सुखद अहसास महसूस कराना है।

उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि यह हमारा सामूहिक कर्तव्य है कि व्यक्तिगत और सामुदायिक स्तर पर आगे आएं और प्रदूषण को कम करें। ट्रैफिक सिग्नल पर वाहनों को बंद करने और सार्वजनिक परिवहन से यात्रा करने जैसे छोटे कदम उठाकर एक स्वस्थ दिल्ली की नींव तैयार की जा सकती है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार सड़कों को सुरक्षित और सार्वजनिक परिवहन को सुलभ बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।

दिल्ली डायलॉग एंड डेवलपमेंट कमीशन के उपाध्यक्ष जस्मीन शाह ने कहा कि अरविंद केजरीवाल की ओर से शुरू किए गए युद्ध प्रदूषण के विरुद्ध अभियान का मुख्य पहलू सस्टेनेबल मोबिलिटी को बढ़ावा देकर प्रदूषण कम करना है। राहगीरी लोगों की कार-मुक्त पहल है जो सुरक्षित, सुलभ और समावेशी सार्वजनिक सड़कों की वकालत करती है। राहगीरी फाउंडेशन की सह-संस्थापक और ट्रस्टी सारिका पांडा भट्ट ने कहा कि लोगों की जागरूकता और इच्छा सड़कों पर बदलाव लाने में बड़ी भूमिका निभा सकती है।

विस्तार

राजधानी में प्रदूषण को रोकने के लिए 14 नवंबर से राहगीरी दिवस का आयोजन होगा। डायलॉग एंड डेवलपमेंट कमीशन (डीडीसी) की ओर से राहगीरी फाउंडेशन और डब्ल्यूआरआई इंडिया के सहयोग से यह अभियान पूरी दिल्ली में चलेगा। अगले तीन माह तक चलने वाले इस अभियान में छह राहगिरी दिवस आयोजित किए जाएंगे। 

राहगीरी दिवस का पहला आयोजन 14 नवंबर सुबह 7 बजे से 10 बजे तक पटपड़गंज में किया जाएगा। यह आयोजन बीएसईएस यमुना पावर लिमिटेड कार्यालय और पश्चिम विनोद नगर स्थित सर्वोदय कन्या/बाल विद्यालय के नजदीक सड़क पर होगा। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया शामिल होंगे। कार्यक्रम के दौरान दौड़ना, साइकिलिंग, स्केटिंग, नुक्कड़ खेल, संगीत बैंड, पेंटिंग, नृत्य, प्रदर्शन कला, योग, एरोबिक्स व जुंबा आदि गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम में बच्चे, कलाकार व फिटनेस विशेषज्ञ सहित अन्य लोग शामिल होंगे।

सरकार के मुताबिक, कार्यक्रम का आयोजन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा शुरू किए गए युद्ध प्रदूषण के विरुद्ध अभियान के तहत किया जा रहा है। इससे लोगों को वायु प्रदूषण को कम करने के लिए व्यक्तिगत जिम्मेदारी लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।इस तरह के आयोजनों का मुख्य उद्देश्य लोगों को कारों के बिना सड़कों का सुखद अहसास महसूस कराना है।

उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि यह हमारा सामूहिक कर्तव्य है कि व्यक्तिगत और सामुदायिक स्तर पर आगे आएं और प्रदूषण को कम करें। ट्रैफिक सिग्नल पर वाहनों को बंद करने और सार्वजनिक परिवहन से यात्रा करने जैसे छोटे कदम उठाकर एक स्वस्थ दिल्ली की नींव तैयार की जा सकती है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार सड़कों को सुरक्षित और सार्वजनिक परिवहन को सुलभ बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।

दिल्ली डायलॉग एंड डेवलपमेंट कमीशन के उपाध्यक्ष जस्मीन शाह ने कहा कि अरविंद केजरीवाल की ओर से शुरू किए गए युद्ध प्रदूषण के विरुद्ध अभियान का मुख्य पहलू सस्टेनेबल मोबिलिटी को बढ़ावा देकर प्रदूषण कम करना है। राहगीरी लोगों की कार-मुक्त पहल है जो सुरक्षित, सुलभ और समावेशी सार्वजनिक सड़कों की वकालत करती है। राहगीरी फाउंडेशन की सह-संस्थापक और ट्रस्टी सारिका पांडा भट्ट ने कहा कि लोगों की जागरूकता और इच्छा सड़कों पर बदलाव लाने में बड़ी भूमिका निभा सकती है।

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