शिक्षाग्रेटर नोएडा

GIMS College News : गुरुओं को मिला गरिमा का गौरव, बनारस में जीएनआईओटी संस्थान ने किया शिक्षाविदों का भव्य अभिनंदन, बोले विधायक सुशील सिंह - ‘शिक्षक ही राष्ट्र निर्माण की असली नींव हैं’

GNIOT ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूशंस के सीईओ स्वदेश कुमार सिंह ने कहा, “हमारे देश के पास सबसे बड़ी पूंजी हमारे शिक्षक हैं। उनका सम्मान करना केवल एक औपचारिकता नहीं बल्कि हमारी जिम्मेदारी है। जीएनआईओटी परिवार हमेशा से शिक्षकों के सशक्तिकरण और उनकी प्रतिष्ठा के लिए समर्पित रहा है। भविष्य में भी हम ऐसे आयोजनों की श्रृंखला को जारी रखेंगे।”


वाराणसी | रफ्तार टुडे
काशी की पावन धरती पर उस ज्ञान का सम्मान हुआ, जो पीढ़ियों को दिशा देता है, समाज को स्वरूप देता है और राष्ट्र को शक्ति देता है। दिल्ली-एनसीआर के ग्रेटर नोएडा स्थित जीएनआईओटी ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूशंस द्वारा वाराणसी शहर के एक प्रमुख होटल में आयोजित “शिक्षाविद् सम्मान समारोह” इस बात का जीवंत प्रमाण बन गया कि आज भी शिक्षक समाज के मूल स्तंभ हैं और उनका योगदान सदा-सर्वदा वंदनीय है।


100 से अधिक शिक्षाविदों को दिया गया सम्मान, ज्ञान की मशाल थामे इन गुरुओं को मिला गौरव

इस गरिमामयी कार्यक्रम में वाराणसी और उसके आसपास के क्षेत्रों से आए 100 से अधिक प्रतिष्ठित शिक्षकों को उनके शिक्षा क्षेत्र में किए गए उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया। मंच पर स्मृति चिन्ह भेंट कर इन ज्ञानदीपों का अभिनंदन किया गया। समस्त अतिथियों द्वारा शिक्षकों को माल्यार्पण किया गया और शिक्षा के प्रति उनके समर्पण को नमन किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की वंदना और दीप प्रज्वलन से हुआ। ज्ञान और संस्कृति की इस धरती पर शिक्षा का यह समारोह आस्था और आदर का पर्व बन गया।


विधायक सुशील सिंह ने की सराहना, कहा – “शिक्षक राष्ट्र की आत्मा हैं”

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं सैय्यदराजा (चंदौली) के विधायक सुशील सिंह ने शिक्षाविदों को संबोधित करते हुए कहा,
“शिक्षक किसी भी राष्ट्र की आत्मा होते हैं। वे बच्चों को केवल विषय नहीं सिखाते, बल्कि संस्कार देते हैं, दृष्टिकोण बदलते हैं और समाज की दिशा तय करते हैं। आज मैं स्वयं को गर्वित महसूस कर रहा हूं कि मुझे इतनी बड़ी संख्या में समर्पित शिक्षकों के साथ मंच साझा करने का अवसर मिला।”

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गुरुओं को मिला गरिमा का गौरव, बनारस में जीएनआईओटी संस्थान ने किया शिक्षाविदों का भव्य अभिनंदन

उन्होंने GNIOT के इस आयोजन को ‘एक प्रेरणादायक कदम’ बताते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम समाज में शिक्षा को सम्मान की दृष्टि से देखने का वातावरण बनाते हैं।


विशिष्ट अतिथियों ने साझा किए अनुभव, शिक्षकों के समर्पण को बताया अमूल्य

कार्यक्रम में वाराणसी विकास प्राधिकरण के मानद सदस्य अम्बरीष सिंह भोला ने शिक्षकों को समाज का मार्गदर्शक बताया और कहा,
“हमारे समाज का हर विकास शिक्षक की मेहनत पर टिका है। शिक्षक सिर्फ पठन-पाठन तक सीमित नहीं रहते, वे चरित्र निर्माण और सामाजिक जिम्मेदारी सिखाते हैं।”

काशियाना फाउंडेशन के अध्यक्ष सुमित सिंह ने शिक्षा में नवाचार की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि “नए युग में शिक्षा तभी प्रभावी होगी जब उसमें नवाचार और डिजिटल सोच को भी जोड़ा जाएगा।”

मां सिद्धेश्वरी चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष व GIMS के एडवाइजर सत्यप्रकाश सिंह ने कहा कि “शिक्षा से बड़ा कोई दान नहीं, और शिक्षक ही वो महान आत्माएं हैं जो बिना किसी अपेक्षा के निरंतर यह दान देते हैं।”

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गुरुओं को मिला गरिमा का गौरव, बनारस में जीएनआईओटी संस्थान ने किया शिक्षाविदों का भव्य अभिनंदन

GNIOT ग्रुप के अधिकारियों ने रखे विचार, बोले – यह शुरुआत है, हम रुकेंगे नहीं

GNIOT ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूशंस के सीईओ स्वदेश कुमार सिंह ने कहा,
“हमारे देश के पास सबसे बड़ी पूंजी हमारे शिक्षक हैं। उनका सम्मान करना केवल एक औपचारिकता नहीं बल्कि हमारी जिम्मेदारी है। जीएनआईओटी परिवार हमेशा से शिक्षकों के सशक्तिकरण और उनकी प्रतिष्ठा के लिए समर्पित रहा है। भविष्य में भी हम ऐसे आयोजनों की श्रृंखला को जारी रखेंगे।”

संस्थान के निदेशक डॉ. भूपेंद्र सोम ने शिक्षा के बदलते परिवेश और उसमें शिक्षकों की भूमिका पर बात करते हुए बताया कि किस प्रकार डिजिटल क्रांति के युग में भी शिक्षक की भूमिका और अधिक महत्वपूर्ण हो गई है।

ग्रुप हेड आउटरीच पंकज कुमार ने कहा कि, “आज का समारोह सिर्फ एक आयोजन नहीं, बल्कि समाज के सभी वर्गों के लिए एक संदेश है कि शिक्षक सर्वोच्च हैं, और उनका स्थान सदैव पूजनीय रहेगा।”


सम्मानित हुए शिक्षाविदों की आंखों में दिखा गर्व, बोले – यह प्रेरणा जीवन भर साथ रहेगी

सम्मानित हुए शिक्षकों की प्रतिक्रिया भी उतनी ही भावुक थी। उन्होंने आयोजकों का आभार जताते हुए कहा कि इस प्रकार के सम्मान शिक्षक को अपने कर्तव्यों के प्रति और अधिक निष्ठावान बनाते हैं। उन्होंने इस मंच से शिक्षा के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का संकल्प दोहराया।


कई गणमान्य लोग हुए शामिल, कार्यक्रम बना शहर की चर्चा का विषय

इस अवसर पर समाज के कई प्रतिष्ठित व्यक्तित्व उपस्थित रहे। विमल सिंह, रूपेश राव, उमेश सिंह, अभिनय राज, आशीष तोमर, चारु शर्मा, पूजा सिंह, रितु भारद्वाज, रजनीश सिंह समेत जीएनआईओटी ग्रुप की टीम के सभी सदस्यों की भूमिका भी अत्यंत सराहनीय रही।

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गुरुओं को मिला गरिमा का गौरव, बनारस में जीएनआईओटी संस्थान ने किया शिक्षाविदों का भव्य अभिनंदन

निष्कर्ष – शिक्षा की रौशनी से रौशन हुआ काशी का आसमान

GNIOT ग्रुप का यह प्रयास केवल एक सम्मान समारोह नहीं, बल्कि एक संदेश था कि शिक्षक चाहे कहीं भी हों, उनका योगदान अमूल्य है और उन्हें उचित आदर मिलना चाहिए। बनारस की पवित्र भूमि पर यह आयोजन शिक्षा के उजास का पर्व बन गया।


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