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सेंट्रल गुरु पुरब कमेटी को लेकर है विवाद, बन चुके हैं दो समानांतर संगठन
विवाद सुलझानेे श्री अकाल तख्त, अमृतसर से पांच सिंह साहिबान यहां पहुंचे
बरेली। सिख समाज के प्रमुख संगठन सेंट्रल गुरु पुरब कमेटी का विवाद चरम पर है। गुरुनानक जयंती पर बिशप मंडल में होने वाले कार्यक्रम को लेकर भी रस्साकशी चल रही है। इसको लेकर श्री अकाल तख्त साहिब को भी हस्तक्षेप करना पड़ा है। विवाद निपटाने के लिए श्री अकाल तख्त अमृतसर के पांच सिंह साहिबान बुधवार को शहर पहुंचे। वे बृहस्पतिवार को दोनों पक्षों को बैठाकर बातचीत करेंगे।
पिछली सेंट्रल गुरु पुरब कमेटी का कार्यकाल पूरा होने के पश्चात नए वर्ष के लिए दो सितंबर को चुनाव हुआ था। इसमें मालिक सिंह कालरा अध्यक्ष और गुरदीप सिंह बग्गा सचिव चुने गए। इस कमेटी से असंतुष्ट सिख समाज के दूसरे गुट ने इसी के समानांतर कमेटी बना ली। इसका चुनाव तीन दिन बाद पांच सितंबर को हुआ। इसमें परमजीत सिंह ओबराय अध्यक्ष और हरप्रीत सिंह सचिव चुने गए। आठ सितंबर को मालिक सिंह की अध्यक्षता वाली कमेटी ने इसकी जानकारी श्री अकाल तख्त साहिब को दी। दोनों पक्ष के लोग वहां पहुंचे, मगर कोई हल नहीं निकला।
प्रकाश पर्व को लेकर दोनों कमेटियां मांग रही थीं अनुमति
पिछले महीने से नवंबर में होने वाले गुरु नानक के प्रकाश पर्व को लेकर तैयारियां की जाने लगीं। इसमें बिशप मंडल इंटर कॉलेज मैदान पर दरबार भी सजाया जाता है। आयोजन के लिए प्रशासन से दोनों ही कमेटियों ने कार्यक्रम करने के लिए अनुमति मांगी थी। इसमें जिलाधिकारी ने कोतवाली पुलिस से रिपोर्ट मांगी। मगर पुलिस इसमें उलझ गई कि सही कमेटी कौन सी है, किसे अनुमति दी जाए। इसके चलते ही कई दिन से मामला लटका हुआ था और अनुमति नहीं हो सकी थी। अनुमति पाने के लिए राजनीतिक रसूख का भी इस्तेमाल किया जा रहा था।
नई कमेटी का मिली अनुमति
कहा जा रहा है कि गुरु नानक देव के प्रकाश पर्व पर बिशप मंडल इंटर कॉलेज के ग्राउंड पर होने पर होने वाला आयोजन इस कमेटी का सबसे प्रमुख कार्यक्रम है। इस समय दोनों ही कमेटियों में विवाद है और वे अपना वर्चस्व स्थापित करने में लगी हैं। इस वजह से ही दोनों कमेटियां आयोजन की अनुमति अपने पक्ष में कराने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। इसी बीच बुधवार को परमजीत सिंह ओबराय की अध्यक्षता वाली कमेटी को आयोजन की अनुमति मिल गई है।
संजयनगर गुरुद्वारे में आज होगी सभा
इस बीच इस विवाद को निपटाने के लिए श्री अकाल तख्त साहिब ने एक बार फिर प्रयास किया है। वहां से पांच सिंह साहिबान बुधवार देर रात शहर पहुंचे हैं। इसमें हेड ग्रंथी मानयोग सिंह साहिब और ज्ञानी मलकीत सिंह की अगुवाई में पूरी टीम होगी। टीम में ज्ञानी सुरजीत सिंह (हेड ग्रंथी गुरुद्वारा बेर साहिब) सुल्तानपुर लोधी, भाई मंगल सिंह पंज प्यारे (श्री अकाल तख्त), भाई गुरविंदर सिंह पंज प्यारे (तख्त श्री दमदमा साहिब) भटिंडा, संयोजक भाई अजीत सिंह (प्रभारी धर्म प्रचार कमेटी अमृतसर) आदि शामिल हैं। ये सभी लोग बृहस्पतिवार को संजयनगर स्थित गुरुद्वारा दुख निवारण में सुबह 10 बजे समस्त कमेटियों और सिख संगत के साथ सभा करेंगे।
सेंट्रल गुरु पुरब कमेटी को लेकर है विवाद, बन चुके हैं दो समानांतर संगठन
विवाद सुलझानेे श्री अकाल तख्त, अमृतसर से पांच सिंह साहिबान यहां पहुंचे
बरेली। सिख समाज के प्रमुख संगठन सेंट्रल गुरु पुरब कमेटी का विवाद चरम पर है। गुरुनानक जयंती पर बिशप मंडल में होने वाले कार्यक्रम को लेकर भी रस्साकशी चल रही है। इसको लेकर श्री अकाल तख्त साहिब को भी हस्तक्षेप करना पड़ा है। विवाद निपटाने के लिए श्री अकाल तख्त अमृतसर के पांच सिंह साहिबान बुधवार को शहर पहुंचे। वे बृहस्पतिवार को दोनों पक्षों को बैठाकर बातचीत करेंगे।
पिछली सेंट्रल गुरु पुरब कमेटी का कार्यकाल पूरा होने के पश्चात नए वर्ष के लिए दो सितंबर को चुनाव हुआ था। इसमें मालिक सिंह कालरा अध्यक्ष और गुरदीप सिंह बग्गा सचिव चुने गए। इस कमेटी से असंतुष्ट सिख समाज के दूसरे गुट ने इसी के समानांतर कमेटी बना ली। इसका चुनाव तीन दिन बाद पांच सितंबर को हुआ। इसमें परमजीत सिंह ओबराय अध्यक्ष और हरप्रीत सिंह सचिव चुने गए। आठ सितंबर को मालिक सिंह की अध्यक्षता वाली कमेटी ने इसकी जानकारी श्री अकाल तख्त साहिब को दी। दोनों पक्ष के लोग वहां पहुंचे, मगर कोई हल नहीं निकला।
प्रकाश पर्व को लेकर दोनों कमेटियां मांग रही थीं अनुमति
पिछले महीने से नवंबर में होने वाले गुरु नानक के प्रकाश पर्व को लेकर तैयारियां की जाने लगीं। इसमें बिशप मंडल इंटर कॉलेज मैदान पर दरबार भी सजाया जाता है। आयोजन के लिए प्रशासन से दोनों ही कमेटियों ने कार्यक्रम करने के लिए अनुमति मांगी थी। इसमें जिलाधिकारी ने कोतवाली पुलिस से रिपोर्ट मांगी। मगर पुलिस इसमें उलझ गई कि सही कमेटी कौन सी है, किसे अनुमति दी जाए। इसके चलते ही कई दिन से मामला लटका हुआ था और अनुमति नहीं हो सकी थी। अनुमति पाने के लिए राजनीतिक रसूख का भी इस्तेमाल किया जा रहा था।
नई कमेटी का मिली अनुमति
कहा जा रहा है कि गुरु नानक देव के प्रकाश पर्व पर बिशप मंडल इंटर कॉलेज के ग्राउंड पर होने पर होने वाला आयोजन इस कमेटी का सबसे प्रमुख कार्यक्रम है। इस समय दोनों ही कमेटियों में विवाद है और वे अपना वर्चस्व स्थापित करने में लगी हैं। इस वजह से ही दोनों कमेटियां आयोजन की अनुमति अपने पक्ष में कराने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। इसी बीच बुधवार को परमजीत सिंह ओबराय की अध्यक्षता वाली कमेटी को आयोजन की अनुमति मिल गई है।
संजयनगर गुरुद्वारे में आज होगी सभा
इस बीच इस विवाद को निपटाने के लिए श्री अकाल तख्त साहिब ने एक बार फिर प्रयास किया है। वहां से पांच सिंह साहिबान बुधवार देर रात शहर पहुंचे हैं। इसमें हेड ग्रंथी मानयोग सिंह साहिब और ज्ञानी मलकीत सिंह की अगुवाई में पूरी टीम होगी। टीम में ज्ञानी सुरजीत सिंह (हेड ग्रंथी गुरुद्वारा बेर साहिब) सुल्तानपुर लोधी, भाई मंगल सिंह पंज प्यारे (श्री अकाल तख्त), भाई गुरविंदर सिंह पंज प्यारे (तख्त श्री दमदमा साहिब) भटिंडा, संयोजक भाई अजीत सिंह (प्रभारी धर्म प्रचार कमेटी अमृतसर) आदि शामिल हैं। ये सभी लोग बृहस्पतिवार को संजयनगर स्थित गुरुद्वारा दुख निवारण में सुबह 10 बजे समस्त कमेटियों और सिख संगत के साथ सभा करेंगे।
सेंट्रल गुरु पुरब कमेटी में सरदार मनमोहन सिंह अध्यक्षता वाली टीम काम कर रही थी। चुनाव के बाद संवैधानिक रूप से हमारी कमेटी ने उनसे चार्ज लिया था। तीन दिन बाद कुछ लोगों ने समानांतर एक नई कमेटी खड़ी कर दी, उसमें जो पदाधिकारी चुने गए हैं, वे श्री अकाल तख्त साहिब के नियमों का उल्लंघन करते हुए चुने गए हैं। अब उस कमेटी को राजनैतिक संरक्षण भी मिल गया है। – मालिक सिंह कालरा, अध्यक्ष, सेंट्रल गुरु पुरब कमेटी
श्री अकाल तख्त साहिब हमारे लिए सुप्रीम है। उसके आदेश को सिख समाज मानता है, हम भी मानते हैं। कमेटी का मामला छोटा सा आपसी विवाद है। सेवा के लिए संगत ने मुझे नई कमेटी का अध्यक्ष चुना है। गुरु की सेवा सभी करना चाहते हैं, वह भी करते थे, हम भी चाहते हैं। हम सब लोग मिलकर गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व धूमधाम से मनाएंगे। – परमजीत सिंह ओबराय, अध्यक्ष, सेंट्रल गुरु पुरब कमेटी (नई)