
दादरी, विद्यानगर | रफ्तार टुडे
सुरक्षित भविष्य के लिए जागरूक वर्तमान की जरूरत को समझते हुए सेंट-हूड कॉन्वेंट स्कूल, दादरी में आपातकालीन मॉक ड्रिल का सफल आयोजन किया गया। यह आयोजन न केवल एक अभ्यास था, बल्कि यह विद्यार्थियों को आपदा प्रबंधन की असली कसौटी पर कसने वाला जीवनोपयोगी पाठ भी साबित हुआ।
सायरन की आवाज के साथ ही स्कूल परिसर में सतर्कता और अनुशासन का माहौल बन गया। विद्यार्थी, शिक्षक और स्टाफ पूर्व निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार हरकत में आए और सुरक्षित निकासी प्रणाली को सफलतापूर्वक लागू किया गया।
एनसीसी कैडेट्स ने संभाला नेतृत्व, निभाई जीवन रक्षक की भूमिका
इस मॉक ड्रिल में 40 यूपी बटालियन, एनसीसी के कैडेट्स ने नेतृत्वकारी भूमिका निभाई। उन्होंने दिखा दिया कि युवा कैडेट्स न केवल अनुशासन में निपुण हैं, बल्कि विपरीत परिस्थितियों में मार्गदर्शक भी बन सकते हैं।
कैडेट्स ने सबसे पहले जूनियर वर्ग के बच्चों को टेबल के नीचे छिपाकर प्राथमिक सुरक्षा प्रदान की और फिर उन्हें खुले मैदान की ओर संगठित रूप से सुरक्षित ले गए।
प्रतीकात्मक रूप से घायल छात्रों को कंधों पर उठाकर प्राथमिक चिकित्सा केंद्र तक पहुँचाया गया, जहाँ उन्हें तुरंत उपचार दिया गया। यह दृश्य न केवल ह्रदयस्पर्शी था, बल्कि जीवन रक्षा के प्रति एक मजबूत संदेश भी था।
सीबीएसई और रक्षा मंत्रालय की गाइडलाइन के अंतर्गत आयोजन
यह अभ्यास सीबीएसई के सुरक्षा निर्देशों तथा रक्षा मंत्रालय के स्कूल सुरक्षा अभियान के तहत आयोजित किया गया था, जिसका उद्देश्य छात्रों और स्कूल स्टाफ को आपदा की स्थिति में त्वरित निर्णय लेने और समुचित व्यवहार करने के लिए तैयार करना है।
विद्यालय प्रबंधन ने बताया कि ऐसे आयोजनों से विद्यालयों की आपदा प्रतिक्रिया क्षमता का भी मूल्यांकन होता है और ज़रूरत पड़ने पर इसमें सुधार के अवसर मिलते हैं।
विद्यालय प्रबंधन ने की सराहना, बताया मॉक ड्रिल को छात्रों के चरित्र निर्माण का हिस्सा
सेंट-हूड कॉन्वेंट स्कूल के प्रबंध निदेशक और प्रधानाचार्य ने एनसीसी कैडेट्स, स्टाफ और छात्रों की प्रतिबद्धता की सराहना करते हुए कहा कि यह मॉक ड्रिल केवल एक अभ्यास नहीं, बल्कि शिक्षा के व्यापक दृष्टिकोण का हिस्सा है।
उन्होंने कहा कि नेतृत्व क्षमता, सामाजिक ज़िम्मेदारी और आत्मनिर्भरता जैसे गुणों का विकास इस प्रकार की गतिविधियों के माध्यम से छात्रों में स्वाभाविक रूप से होता है।
अनुशासन, तत्परता और सेवा भावना बनी प्रेरणा
ड्रिल में शामिल प्रत्येक छात्र और शिक्षक की अनुशासन और तत्परता देख यह कहना गलत नहीं होगा कि दादरी के इस स्कूल में शिक्षा केवल पुस्तकों तक सीमित नहीं है, बल्कि जीवन की चुनौतियों से जूझने की तैयारी भी यहाँ करवाई जा रही है।
एनसीसी कैडेट्स ने न केवल अभ्यास किया, बल्कि ‘सेवा परमो धर्म:’ की भावना को भी साकार कर दिखाया।
भविष्य की तैयारी आज से, जागरूकता ही है सुरक्षा की पहली सीढ़ी
मॉक ड्रिल ने यह स्पष्ट कर दिया कि संकट का समय बिना पूर्व चेतावनी के आता है, लेकिन यदि हम पहले से तैयार हों तो जान-माल की हानि को कम किया जा सकता है।
विद्यालय की इस पहल ने समाज को यह सीख भी दी कि आपदा प्रबंधन केवल सरकारी जिम्मेदारी नहीं, बल्कि सामूहिक सामाजिक जिम्मेदारी है।
ऐसे आयोजनों को होना चाहिए अनिवार्य
इस प्रकार की मॉक ड्रिल हर स्कूल में होनी चाहिए ताकि हर बच्चा और शिक्षक आपदा की घड़ी में घबराने की बजाय तुरंत सही निर्णय लेकर कार्य कर सके।
एनसीसी की भूमिका भी इस दौरान प्रेरणास्पद रही और यह दर्शाती है कि युवाओं में यदि सही मार्गदर्शन हो, तो वे देश, समाज और मानवता की सेवा में हमेशा तत्पर रह सकते हैं।
#StHoodConventSchool #DadriNews #MockDrill #EmergencyPreparedness #NCCIndia #40UPBattalion #DisasterManagement #SchoolSafety #CBSEGuidelines #RashtriyaSuraksha #UPSchoolNews #BachpanSeTayyari #JeevanRakhsha #SelfReliance #StudentLeadership #SchoolPreparedness #RaftarToday #VidyanagarDadri #MockDrillSuccess #NCCInAction #CBSESafetyProtocol #BachpanKaSurakshaPath #RashtriyaKartavya #SamajikUttaradayitva #SchoolNewsUP
🛑 Raftar Today व्हाट्सएप चैनल से जुड़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक को टच करें।
Raftar Today WhatsApp Channel पर जुड़ें
Follow the Raftar Today channel on Twitter (X):
Raftar Today (@raftartoday)