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Greater Noida West News : इस सोसाइटी में हादसा सोसाइटी की ऊपरी मंजिल से गिरा प्लास्टर, 'करोड़ों का घर, कंक्रीट का कहर!', लग्जरी लिविंग पर लगा 'मेंटेनेंस' का ग्रहण, दो कारें बनीं चकनाचूर!, क्या आपकी सोसाइटी भी है खतरे की जद में?

ग्रेटर नोएडा वेस्ट, रफ्तार टुडे। ग्रेटर नोएडा वेस्ट की प्रतिष्ठित सोसाइटी अरिहंत आर्डेन में हुए एक डरावने हादसे ने रेजिडेंट्स की नींद उड़ा दी है। देर शाम हुए इस घटनाक्रम में टावर की ऊपरी मंजिल से अचानक बड़े हिस्से का प्लास्टर गिरा, जिससे नीचे पार्किंग में खड़ी दो शानदार कारें पूरी तरह से तबाह हो गईं। यह वाकया सोसाइटी में बढ़ती लापरवाही और सुरक्षा मानकों की अनदेखी का जीता-जागता सबूत बन गया है।

🔍 घटना का विस्तृत ब्यौरा:

  • घटना सोमवार शाम लगभग 7:30 बजे अरिहंत आर्डेन के टावर-5 में हुई
  • ऊपरी मंजिल (लगभग 12वीं फ्लोर) से 5×5 फीट के क्षेत्र का प्लास्टर अचानक गिरा
  • नीचे पार्किंग में खड़ी एक होंडा सिटी (सफेद) और हुंडई वर्ना (ग्रे) कार को भारी नुकसान
  • कारों के विंडस्क्रीन, बोनट और सनरूफ पूरी तरह से क्षतिग्रस्त

रेजिडेंट्स का आक्रोश:
“हम हर महीने हजारों रुपये मेंटेनेंस चार्ज के रूप में देते हैं, लेकिन सोसाइटी प्रबंधन सुरक्षा पर ध्यान नहीं दे रहा,” यह कहना है टावर-5 के रेजिडेंट राजीव मित्तल का। उन्होंने आगे बताया कि यह पहली बार नहीं है जब ऐसी घटना हुई है, पिछले छह महीनों में यह तीसरा मामला है।

सोसाइटी में बढ़ती लापरवाही के संकेत:

  1. पिछले दो महीनों में तीन बार प्लास्टर गिरने की घटनाएं
  2. लिफ्ट में बार-बार खराबी की शिकायतें
  3. फायर सेफ्टी सिस्टम का ठीक से काम न करना
  4. सोसाइटी में बच्चों के प्ले एरिया की दयनीय हालत

पिछली घटनाओं का सिलसिला:
मात्र दो महीने पहले ही पड़ोस की सोसाइटी इरोज संपूर्णम में भी ऐसी ही घटना हुई थी, जहां A4 टावर से गिरे प्लास्टर ने एक कार को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया था। इससे पहले जनवरी में गार्डन आइलैंड सोसाइटी में भी ऐसी ही एक घटना सामने आई थी।

विशेषज्ञों की राय:
नोएडा के प्रसिद्ध सिविल इंजीनियर डॉ. अमित शर्मा का कहना है, “यह घटनाएं बिल्डिंग की संरचनात्मक अखंडता पर सवाल उठाती हैं। प्लास्टर का बार-बार गिरना संभवत: कंक्रीट की खराब क्वालिटी या नमी के प्रवेश का संकेत हो सकता है।”

कानूनी पहलू:
रियल एस्टेट कानून विशेषज्ञ अद्वैत वर्मा बताते हैं, “RERA के तहत बिल्डर दस साल तक संरचनात्मक दोषों के लिए जिम्मेदार होता है। प्रभावित रेजिडेंट्स कानूनी कार्रवाई कर सकते हैं।”

सोसाइटी प्रबंधन की प्रतिक्रिया:
अरिहंत आर्डेन के एसोसिएशन प्रेसिडेंट संजय गुप्ता ने बताया, “हमने तुरंत एक टेक्निकल टीम को निरीक्षण के लिए बुलाया है। प्रभावित वाहन मालिकों को मुआवजा दिया जाएगा। हम सभी टावर्स की व्यापक जांच करवा रहे हैं।”

सुरक्षा सुझाव:

  1. नियमित स्ट्रक्चरल ऑडिट करवाएं
  2. वॉटरप्रूफिंग की जांच करवाएं
  3. पार्किंग एरिया को री-डिजाइन करने पर विचार करें
  4. इमरजेंसी प्रोटोकॉल तैयार करें

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