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नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बुधवार सुबह टिल्लू ताजपुरिया-परवेश गिरोह के शार्प शूटर परवीन त्यागी उर्फ गौरव त्यागी उर्फ गोलू को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है। गौरव को पैर में गोली लगी है। वहीं गौरव की गोली से दिल्ली पुलिस का हवलदार बाल-बाल बचा। दिल्ली पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर एक लाख रुपये का इनाम रखा हुआ था। स्पेशल सेल ने इस पर मकोका लगाया हुआ था। पुलिस मकोका समेत दो मामलों में इसकी तलाश कर रही थी।
स्पेशल सेल डीसीपी (नॉर्दर्न रेंज) राजीव रंजन सिंह के अनुसार, स्पेशल सेल की टीम शार्प शूटर गौरव की एक वर्ष से तलाश कर रही थी। इंस्पेक्टर पूरनपंत व रवि तुषार की टीम ने दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड व राजस्थान आदि जगहों पर छापा मारा, मगर ये हर बार गिरफ्तारी से बच गया। टीम को बुधवार सुबह नौ बजे सूचना मिली थी कि गौरव त्यागी खेड़ा नहर पुल से सटे खेड़ा-बवाना मार्ग से गुजरेगा। पुलिस टीम ने यहां घेराबंदी की। सुबह करीब 11.20 मोटरसाइकिल से गौरव वहां आया तो पुलिस टीम ने उसे समर्पण करने को कहा। गौरव ने समर्पण करने की बजाय पुलिस टीम पर तीन से चार गोलियां चला दीं। एक गोली हवलदार दयाल की बुलेट प्रूफ जैकेट पर लगी, इससे वह बाल-बाल बच गया।
जवाबी कार्रवाई में पुलिस टीम ने भी फायरिंग की। एक गोली गौरव के पैर में लगी। इसके बाद पुलिस टीम ने दिल्ली के होलंबी कलां निवासी गौरव को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से बरामद पिस्तौल के चेंबर में एक कारतूस व मैगजीन से भी एक कारतूस बरामद किया गया। बरामद मोटरसाइकिल नजफगढ़ से चुराई थी।
जूनियर राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप में जीत चुका है कांस्य
गौरव पहलवान रह चुका है। इसने 2007 में जूनियर राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था। सड़क दुर्घटना के कारण उनकी जांघ की हड्डी टूट गई थी, इस कारण से आगे पहलवानी नहीं कर पाया। इसके बाद ये स्वीकर लूथरा के गिरोह के संपर्क में आया, जो नकली भारतीय मुद्रा के सिक्कों के प्रचलन में शामिल था और रोहिणी क्षेत्र में आरोपी गौरव की दुकान के पास उसके ठिकाने थे।
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बुधवार सुबह टिल्लू ताजपुरिया-परवेश गिरोह के शार्प शूटर परवीन त्यागी उर्फ गौरव त्यागी उर्फ गोलू को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है। गौरव को पैर में गोली लगी है। वहीं गौरव की गोली से दिल्ली पुलिस का हवलदार बाल-बाल बचा। दिल्ली पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर एक लाख रुपये का इनाम रखा हुआ था। स्पेशल सेल ने इस पर मकोका लगाया हुआ था। पुलिस मकोका समेत दो मामलों में इसकी तलाश कर रही थी।
स्पेशल सेल डीसीपी (नॉर्दर्न रेंज) राजीव रंजन सिंह के अनुसार, स्पेशल सेल की टीम शार्प शूटर गौरव की एक वर्ष से तलाश कर रही थी। इंस्पेक्टर पूरनपंत व रवि तुषार की टीम ने दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड व राजस्थान आदि जगहों पर छापा मारा, मगर ये हर बार गिरफ्तारी से बच गया। टीम को बुधवार सुबह नौ बजे सूचना मिली थी कि गौरव त्यागी खेड़ा नहर पुल से सटे खेड़ा-बवाना मार्ग से गुजरेगा। पुलिस टीम ने यहां घेराबंदी की। सुबह करीब 11.20 मोटरसाइकिल से गौरव वहां आया तो पुलिस टीम ने उसे समर्पण करने को कहा। गौरव ने समर्पण करने की बजाय पुलिस टीम पर तीन से चार गोलियां चला दीं। एक गोली हवलदार दयाल की बुलेट प्रूफ जैकेट पर लगी, इससे वह बाल-बाल बच गया।
जवाबी कार्रवाई में पुलिस टीम ने भी फायरिंग की। एक गोली गौरव के पैर में लगी। इसके बाद पुलिस टीम ने दिल्ली के होलंबी कलां निवासी गौरव को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से बरामद पिस्तौल के चेंबर में एक कारतूस व मैगजीन से भी एक कारतूस बरामद किया गया। बरामद मोटरसाइकिल नजफगढ़ से चुराई थी।
जूनियर राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप में जीत चुका है कांस्य
गौरव पहलवान रह चुका है। इसने 2007 में जूनियर राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था। सड़क दुर्घटना के कारण उनकी जांघ की हड्डी टूट गई थी, इस कारण से आगे पहलवानी नहीं कर पाया। इसके बाद ये स्वीकर लूथरा के गिरोह के संपर्क में आया, जो नकली भारतीय मुद्रा के सिक्कों के प्रचलन में शामिल था और रोहिणी क्षेत्र में आरोपी गौरव की दुकान के पास उसके ठिकाने थे।