अमर उजाला ब्यूरो, नई दिल्ली
Published by: प्रशांत कुमार
Updated Fri, 19 Nov 2021 04:20 PM IST
सार
बीच-बीच में उग्र हुए किसानों के गुस्से का शिकार दिल्ली पुलिस के तीन थाना प्रभारी हुए। दो थाना प्रभारियों पर तलवार से हमला किया गया, वहीं किसानों के पथराव में एक थाना प्रभारी गंभीर रूप से घायल हो गए।
दिल्ली की सीमाओं पर कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान कई बार उग्र हुए। 26 जनवरी को किसानों ने ट्रैक्टर रैली के दौरान लालकिला पर पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया। लेकिन उसके बाद भी किसानों की उग्रता में कोई कमी नहीं आई। गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर रैली के दौरान तिरंगा का अपमान को लेकर स्थानीय लोगों ने सिंघु बॉर्डर पर बैठे किसानों का विरोध कर दिया। 29 जनवरी 2021 को काफी संख्या में स्थानीय लोग तिरंगा सम्मान यात्रा निकाल कर किसान आंदोलन खत्म कराने के लिए सिंघु बॉर्डर पर पहुंच गए। दोनों तरफ से तनाव हो गया। इस बीच किसी ने किसानों पर पथराव कर दिया। किसानों की ओर से पथराव शुरू कर दिया गया।
बॉर्डर पर मौजूद नरेला थाना के प्रभारी विनय कुमार और अलीपुर थाना प्रभारी प्रदीप पालीवाल ने पुलिस टीम के साथ हालात पर काबू करने का प्रयास किया। पथराव में विनय कुमार चोटिल हो गए। इसी दौरान किसानों की ओर से पंजाब, नवांशहर निवासी रंजीत सिंह तलवार लेकर दूसरे पक्ष पर हमला करने पहुंच गया। अलीपुर थाना प्रभारी प्रदीप पालीवाल ने उसे रोकने का प्रयास किया। इस दौरान उसने थाना प्रभारी पर तलवार से हमला कर दिया। हाथ में तलवार लगने से वह घायल हो गए। इस घटना में पांच पुलिसकर्मियों समेत 12 लोग घायल हो गए। पुलिस ने इस मामले में तलवार चलाने वाले रंजीत समेत 44 लोगों को गिरफ्तार किया था।
सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन में शामिल एक किसान पंजाब निवासी हरप्रीत सिंह 17 फरवरी 2021 उग्र हो गया। उसने बॉर्डर पर गश्त कर रहे एक पुलिसकर्मी से तलवार के बल पर कार छीन ली और वह दिल्ली की ओर भागने लगा। पुलिसकर्मी उसका पीछा करते हुए मुकरबा चौक पर पहुंचे। इस दौरान आरोपी ने कार छोड़कर एक युवक से स्कूटी छीनकर भागने लगा। इस घटना की जानकारी मिलने के बाद समयपुर बादली के तत्कालीन थाना प्रभारी आशीष दूबे के नेतृत्व में पुलिस टीम ने उसका पीछा किया। पुलिस को पीछे आते देखकर आरोपी ने कुछ ही दूरी पर आशीष दुबे पर तलवार से हमला कर दिया। इससे उनकी गर्दन और अंगुलियों में चोट आई। अन्य पुलिसकर्मियों ने पीछा का अरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
विस्तार
दिल्ली की सीमाओं पर कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान कई बार उग्र हुए। 26 जनवरी को किसानों ने ट्रैक्टर रैली के दौरान लालकिला पर पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया। लेकिन उसके बाद भी किसानों की उग्रता में कोई कमी नहीं आई। गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर रैली के दौरान तिरंगा का अपमान को लेकर स्थानीय लोगों ने सिंघु बॉर्डर पर बैठे किसानों का विरोध कर दिया। 29 जनवरी 2021 को काफी संख्या में स्थानीय लोग तिरंगा सम्मान यात्रा निकाल कर किसान आंदोलन खत्म कराने के लिए सिंघु बॉर्डर पर पहुंच गए। दोनों तरफ से तनाव हो गया। इस बीच किसी ने किसानों पर पथराव कर दिया। किसानों की ओर से पथराव शुरू कर दिया गया।
बॉर्डर पर मौजूद नरेला थाना के प्रभारी विनय कुमार और अलीपुर थाना प्रभारी प्रदीप पालीवाल ने पुलिस टीम के साथ हालात पर काबू करने का प्रयास किया। पथराव में विनय कुमार चोटिल हो गए। इसी दौरान किसानों की ओर से पंजाब, नवांशहर निवासी रंजीत सिंह तलवार लेकर दूसरे पक्ष पर हमला करने पहुंच गया। अलीपुर थाना प्रभारी प्रदीप पालीवाल ने उसे रोकने का प्रयास किया। इस दौरान उसने थाना प्रभारी पर तलवार से हमला कर दिया। हाथ में तलवार लगने से वह घायल हो गए। इस घटना में पांच पुलिसकर्मियों समेत 12 लोग घायल हो गए। पुलिस ने इस मामले में तलवार चलाने वाले रंजीत समेत 44 लोगों को गिरफ्तार किया था।
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