नई दिल्ली33 मिनट पहले
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बारिश के बाद दिल्ली में हवा का स्तर 32 इलाकों में बेहद खराब है।
- सबसे ज्यादा ध्यान सिंह स्टेडियम क्षेत्र की हवा खराब, पूसा में सबसे बेहतर स्थिति
रविवार को दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति में सुधार हुई है। पर दिल्ली में अब भी सांस लेना है दूभर है। दिल्ली में बारिश के बाद बारिश के बाद दिल्ली में हवा का स्तर 32 इलाकों में बेहद खराब 6 इलाकों में खराब दर्ज की गई है। दिल्ली के नेहरू नगर सबसे अधिक ध्यानचंद स्टेडियम के पास हवा का स्तर 445 और पूसा में सबसे कम 230 हवा का स्तर दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने रविवार शाम या रात तक आंशिक तौर पर बादल छाए रहने और हल्की बारिश होने का अनुमान जताया है।
बारिश के बाद सोमवार को दिल्ली का मौसम कुछ और साफ हो सकता है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार रविवार को दिल्ली में सुबह साढ़े आठ बजे हवा में नमी का स्तर 95 प्रतिशत दर्ज किया गया, जबकि अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस के आस-पास रहने का अनुमान है।
वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान और अनुसंधान प्रणाली सफर के अनुसार राजधानी दिल्ली में हवा की गुणवत्ता खराब स्थिति में बनी हुई है। आज 5 दिसंबर से हवाओं में तेजी आना शुरू होगी, लेकिन प्रदूषण का स्तर पर मामूली असर दिखेगा।
गुरुवार से दिख रहा है दिल्ली की हवा के स्तर में सुधार
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार दिल्ली की हवा की स्तर में गुरुवार से सुधार देखने को मिल रहा है। शनिवार को हल्की बारिश के बाद भी दिल्ली में हवा का स्तर अभी खराब श्रेणी में बनी हुई है। इस कारण दिल्ली में लोगों का सांस लेना मुश्किल है। रविवार की सुबह दिल्ली के मेजर ध्यानचंद स्टेडियम के पास हवा का स्तर 445, तो मुंडका में 378 दर्ज किया गया. वहीं, इस दौरान गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा और फरीदाबाद में भी जहरीली हवा का असर कम हुआ है, लेकिन अभी भी हालात गंभीर बने हुए हैं।
निर्माण स्थल पर प्रदूषण कम करने के लिए डीएमआरसी ने लगाईं 14 एंटी स्मॉग गन
प्रदूषण से बचने के लिए दिल्ली मेट्रो रेल कार्पोरेशन(डीएमआरसी) ने दिल्ली में अपने निर्माण स्थल पर प्रदूषण कम करने के लिए बड़ी पहल की है। डीएमआरसी ने 14 स्थानों पर अपने निर्माण स्थलों पर एंटी स्माॅग गण लगाया है। डीएमआरसी के कार्यकारी निदेशक कम्यूनिकेशन अनुज दयाल ने बताया कि दिल्ली मेट्रो द्वारा निर्माण साइटों पर लगाई जा रहीं ये आधुनिकतम एंटी स्मॉग गने 70 से 100 मीटर की दूरी तक हल्की फुहारें छोड़ने में कारगर हैं।
ऐसे में एक एंटी स्मॉग गन 20,000 वर्ग मीटर के क्षेत्र के लिए पर्याप्त मानी जाती है। यह एंटी स्मॉग गन निर्माण कार्यों से उत्पन्न होने वाले धूल-कणों के वातावरण में बिखराव को हल्की फुहारों से रोकने में प्रभावी है। डीएमआरसी के मुताबिक इस समय, फेज-IV के साथ–साथ राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में दिल्ली मेट्रो की कुछ अन्य निर्माण परियोजनाओं के 12 सिविल कॉन्ट्रेक्ट चल रहे हैं। डीएमआरसी के अनुसार एंटी स्मॉग गणों के इस्तेमाल के दौरान यह सुनिश्चित किया जाता है कि छिड़काव के लिए इस्तेमाल होने वाला पानी कॉलीफोर्म, वायरस और बैक्टीरिया रहित हो।