पीटीआई, नई दिल्ली
Published by: प्रशांत कुमार
Updated Mon, 06 Dec 2021 10:45 PM IST
सार
फोन टैपिंग विवाद राजस्थान में पिछले साल जुलाई में शेखावत और कांग्रेस नेताओं के बीच कथित टेलीफोन पर बातचीत के ऑडियो क्लिप सामने आने के बाद सामने आया था।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा
– फोटो : सोशल मीडिया
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विस्तार
दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने सोमवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री के ओएसडी लोकेश शर्मा से अवैध फोन टैपिंग के एक मामले में पूछताछ की। शर्मा से उनकी कथित संलिप्तता के संबंध में करीब चार घंटे तक पूछताछ हुई। शर्मा ने फोन टैपिंग के आरोपों को खारिज किया है। अवैध फोन टैपिंग का मामला केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने दिल्ली में दर्ज कराया था।
गिरफ्तारी के डर से खटखटाया था न्यायालय का दरवाजा
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि शर्मा को जांच और पूछताछ में शामिल होने के लिए चार बार नोटिस भेजा गया। हमारी टीम ने करीब चार घंटे तक उनसे पूछताछ की। मामले से संबंधित कई सवाल पूछे गए। पिछले महीने तीसरा नोटिस मिलने के बाद शर्मा ने गिरफ्तारी की आशंका से दिल्ली उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। अपने खिलाफ प्राथमिकी रद्द करने की उनकी याचिका पर जल्द सुनवाई का अनुरोध किया था।
शर्मा की याचिका पर हाईकोर्ट ने उनके खिलाफ किसी भी तरह की दंडात्मक कार्रवाई पर 13 जनवरी तक रोक लगा दी थी। 12 नवंबर को उनकी याचिका पर सुनवाई के दौरान दिल्ली पुलिस ने हाईकोर्ट को यह भी आश्वासन दिया कि अगले आदेश तक सीएम के ओएसडी के खिलाफ कोई कठोर कदम नहीं उठाया जाएगा। शर्मा निजी कारणों का हवाला देते हुए पिछली तीन तारीखों में से किसी पर भी पुलिस के सामने पेश नहीं हुए। जांच अधिकारी ने कहा कि संदेह है कि शर्मा ने एक संज्ञेय अपराध किया है।