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Pilot project started in five districts of the state, schools are closed, so Gurugram and Faridabad will be out | प्रदेश के 5 जिलों में पायलट प्रोजेक्ट शुरू, स्कूल बंद इसलिए गुरुग्राम और फरीदाबाद होंगे बाहर

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चंडीगढ़एक घंटा पहले

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पंचकूला स्थित शिक्षा सदन। - Dainik Bhaskar

पंचकूला स्थित शिक्षा सदन।

हरियाणा सरकार ने सरकारी स्कूलों में बच्चों को टैब देने की घोषणा की है। अब इन बच्चों को टैब के साथ दो जीबी डाटा भी मुफ्त मिलेगा। साथ ही पहल सॉफ्टवेयर भी सरकार ही अपलोड करके देगी। इसके लिए टेंडर प्रकिया शुरू कर दी गई है। हरियाणा सरकार ने 560 करोड़ की लागत से 5 लाख टैब खरीदने का भी टेंडर जारी किया है। सरकार ने अब इन टैब में प्रतिदिन दो जीबी डाटा देने और कंटेट अपलोड करने की तैयारी शुरू कर दी है। इसमें पहल नाम का सॉफ्टवेयर इंस्टाल किया जाएगा।

पांच जिलों में शुरू हुआ पायलट प्रोजेक्ट

पायलट प्रोजेक्ट के लिए सरकार ने प्रदेश के पांच जिलों का चयन किया है, जिसमें गुरुग्राम, फरीदाबाद, जींद, अंबाला और करनाल शामिल हैं। हालांकि गुरुग्राम और फरीदाबाद में वायु प्रदूषण के कारण स्कूल बंद हैं। इसलिए बाकी तीन जिलों में यह पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर चल रहा है, जिसमें बच्चों को टैब देकर उसमें इस्तेमाल के दौरान आने वाले कमियों को नोट किया जाएगा। जिसे दूर करने के बाद ही बच्चों को योजना के तहत टैब वितरित किए जाएंगे। गुरुग्राम और फरीदाबाद के स्कूल बंद हैं, इसलिए पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर अन्य किन्हीं दो जिलों को शामिल किया जाएगा।

अगले सत्र से मिलेंगे टैब

मौजूदा शिक्षा सत्र खत्म होने के नजदीक आ गया है, इसलिए निदेशालय ने निर्णय लिया है कि अगले सत्र की शुरुआत के साथ ही बच्चों को टैब दिए जाएंगे। हालांकि यह योजना 9वीं से 12वीं कक्षा तक के बच्चों के लिए है, पर विभाग अभी 11वीं और 12वीं के बच्चों को टैब देना चाहता है। जिसके लिए पिछले दिनों हाई पॉवर परचेज कमेटी में टैब खरीदने के एजेंडे पर मोहर लगाई गई थी। अभी 9वीं में पंजीकृत बच्चों की संख्या 209456, 10वीं में 209954, 11वीं में 211307 और 12वीं में 154455 है।

अगले सत्र से बच्चों को टैब वितरित किए जाएंगे। सेकेंडरी शिक्षा निदेशक जे गणेशन ने बताया कि बच्चों को टैब के साथ-साथ सॉफ्टवेयर और दो जीबी डाटा भी दिया जाएगा, ताकि बच्चे को काम करते समय किसी तरह की दिक्कत न आए। अभी टैब वितरण से पहले इससे जुड़ी कमियों को नोट करने के लिए पांच जिलों में पायलट प्रोजेक्ट चलाया गया है। गुरुग्राम और फरीदाबाद की जगह पर दो नए जिलों का चुनाव किया जाएगा।

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