नई दिल्लीएक घंटा पहले
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- कई लोगों को बेची जा चुकी थी वारदात में इस्तेमाल कार
नार्थ दिल्ली के सराय रोहिल्ला इलाके में हुई डकैती की एक वारदात को महज चौबीस घंटे के भीतर सुलझाने का दावा किया गया है। इस सिलसिले में पुलिस ने दो नाबालिग समेत छह आरोपी पकड़े हैं। मामले में पकड़े गए सभी आरोपी उभरते हुए बदमाश है। इनकी पहचान सोनू, विक्रम पासवान, मोहम्मद अफसार व मोनू कुमार के तौर पर हुई। इनके पास से एक कार भी बरामद की गई है।
पुलिस ने इनके पास से एक पिस्टल, नौ जिंदा कारतूस, एक देसी कट्टा जिंदा कारतूस और वारदात में इस्तेमाल कार बरामद की है। डीसीपी सागर सिंह कलसी ने बताया 12 दिसंबर को सराय रोहिल्ला फ्लाईओवर पर झगड़े की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंची पुलिस को सिकंदर यादव मिला। उसने बताया वह मूलरुप से झारखंड का रहने वाला है। यहां कारगो कंपनी में ड्राइवर की नौकरी करता है। देर रात दो बजे उसने टाटा टैम्पो इस फ्लाईओवर के नीचे खड़ा किया था। सात लोग वहां आए जिन्होंने उसके साथ मारपीट कर दी। उसे डंडे से मारा गया।
पीड़ित के विरोध करने और शोर मचाने पर एक युवक ने पिस्टल से हमला कर दिया। इसके बाद बदमाश उसका मोबाइल लेकर भाग गए। शोर शराबा सुन उसका मालिक राजेन्द्र प्रसाद और ऑफिस में काम करने वाला द्वारिका वहां पहुंचे। उन्होंने आरोपियों को पकड़ने की कोशिश की। इस दौरान उनकी पिस्टल और मैगजीन वहीं गिर गई। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु की।
वारदात में इस्तेमाल कार के मालिक का पता लगाया गया। यह गाड़ी रोहिणी के पते पर रजिस्टर्ड मिली। उसने बताया वह कार राहुल को बेच चुका है। बाद में यह गाड़ी मल्होत्रा मोटर्स मोती नगर को बेची गई। यहां से भी कार अमर पार्क निवासी सैफ को बेचे जाने का पता चला। सैफ ने पुलिस को बताया इस कार को त्रिनगर निवासी सोनू चलाता है। इसके बाद पुलिस सोनू तक पहुंच गई और उसके बाद वारदात खुल गई।