अमर उजाला ब्यूरो, नई दिल्ली
Published by: प्रशांत कुमार
Updated Thu, 23 Dec 2021 10:04 AM IST
सार
एक अध्ययन से पता चला है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट के लिए रिपोर्ट किए गए शीर्ष पांच लक्षणों में नाक बहना, सिरदर्द, थकान (या तो हल्का या गंभीर), छींकना और गले में खराश होना है।
सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : पिक्साबे
कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी(आईजीआईबी) का कहना है कि इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर परीक्षण करने वाले प्रत्येक पांच यात्रियों में से एक मामला ओमिक्रॉन का मिल रहा है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एक वरिष्ठ वैज्ञानिक ने कहा कि आईजीआईबी में हर दिन 15 से 20 नमूनों का अनुक्रम किया जा रहा था। दिल्ली में दो दिसंबर को तंजानिया से लौटे 37 वर्षीय व्यक्ति में ओमिक्रॉन का पहला मामला सामने आया था। पिछले 20 दिनों में यह संख्या 57 हो गई है। पिछले 24 घंटों में इस वैरिएंट के तीन नए मामलों की पुष्टि हुई है। जो डेल्टा वैरिएंट की तुलना में तीन गुना अधिक संक्रामक है।
समुदाय में भी फैल सकता है ओमिक्रॉन
प्रारंभ में ओमिक्रॉन अंतरराष्ट्रीय यात्रियों तक सीमित था। लेकिन महामारी विज्ञानियों ने कहा कि पिछले एक सप्ताह में कोविड-19 मामलों में अचानक बढोतरी बता रही है कि यह समुदाय में भी फैल सकता है। हमारे पास अस्पताल में 17 ओमिक्रॉन मरीज भर्ती हैं। उनमें से तीन का कोई यात्रा इतिहास नहीं है।
देश में रिपोर्ट किए गए कुल 213 मामलों में से लगभग 27 फीसदी मामले दिल्ली में हैं। दिल्ली के बाद सभी महानगरों में मुंबई में सबसे ज्यादा (30) मामले हैं। लोक नायक अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ सुरेश कुमार ने कहा कि दिल्ली और मुंबई दोनों में सबसे व्यस्त हवाई अड्डे हैं। जहां रोजाना सैकड़ों अंतरराष्ट्रीय यात्री आते हैं। यही कारण है कि दोनों शहरों में मामलों की संख्या अधिक है।
विस्तार
कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी(आईजीआईबी) का कहना है कि इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर परीक्षण करने वाले प्रत्येक पांच यात्रियों में से एक मामला ओमिक्रॉन का मिल रहा है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एक वरिष्ठ वैज्ञानिक ने कहा कि आईजीआईबी में हर दिन 15 से 20 नमूनों का अनुक्रम किया जा रहा था। दिल्ली में दो दिसंबर को तंजानिया से लौटे 37 वर्षीय व्यक्ति में ओमिक्रॉन का पहला मामला सामने आया था। पिछले 20 दिनों में यह संख्या 57 हो गई है। पिछले 24 घंटों में इस वैरिएंट के तीन नए मामलों की पुष्टि हुई है। जो डेल्टा वैरिएंट की तुलना में तीन गुना अधिक संक्रामक है।
समुदाय में भी फैल सकता है ओमिक्रॉन
प्रारंभ में ओमिक्रॉन अंतरराष्ट्रीय यात्रियों तक सीमित था। लेकिन महामारी विज्ञानियों ने कहा कि पिछले एक सप्ताह में कोविड-19 मामलों में अचानक बढोतरी बता रही है कि यह समुदाय में भी फैल सकता है। हमारे पास अस्पताल में 17 ओमिक्रॉन मरीज भर्ती हैं। उनमें से तीन का कोई यात्रा इतिहास नहीं है।
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