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नई दिल्ली। मध्य जिले की पहाड़गंज थाना पुलिस ने फर्जी जज को गिरफ्तार किया है। शनिवार शाम रानी झांसी रोड पर जांच के लिए रोकने पर वह ट्रैफिक पुलिस कर्मियों पर रौब झाड़ रहा था। गाड़ी के कागजात और डीएल मांगने पर वह खुद को ग्रुरुग्राम का मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) बताने लगा। शक होने पर स्थानीय पुलिस को भी बुला लिया गया। जांच में उसके फर्जी जज होने का पता चला। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
आरोपी की पहचान नरेला के बख्तावरपुर निवासी लवीश शर्मा (35) के रूप में हुई है। पुलिस को आरोपी के पास से लाल बत्ती लगी गाड़ी, पिस्टल, छह कारतूस, सीबीआई वकील का फर्जी आईकार्ड, नकली शील्ड, मेडल, जज के फर्जी विजिटिंग कार्ड, फर्जी स्टांप, बार काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा जारी आईकार्ड बरामद हुआ है। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि आरोपी ने वकालत की पढ़ाई करने के बाद न्यायिक सेवाओं के लिए परीक्षा की तैयारी की थी, लेकिन वह कामयाब नहीं हुआ तो रौब झड़ने के लिए फर्जी जज बन गया। दो दिन की रिमांड पर लेकर पहाड़गंज थाना पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है।
मध्य जिला पुलिस उपायुक्त श्वेता चौहान ने बताया कि शनिवार शाम 7.30 बजे रानी झांसी रोड पर श्मशान घाट के पास ट्रैफिक पुलिस वाहनों की जांच कर रही थी। इसी दौरान टीम ने गलत दिशा से एक गाड़ी को आते देखा। गाड़ी पर लाल बत्ती लगी थी। पुलिस कर्मियों ने कार को रोक लिया। चालक से पहले ड्राइविंग लाइसेंस मांगा गया तो वह पुलिस कर्मियों को ही डांटने लगा। वह खुद को ग्रुरुग्राम का सीजेएम बताने लगा। काफी देर बहस करने के बाद भी उसने गाड़ी के कागजात नहीं दिखाए। इसके बाद स्थानीय पुलिस को मौके पर बुला लिया गया। कार की तलाशी लेने पर उसमें एक अवैध पिस्टल व छह कारतूस बरामद हुए। फर्जी दस्तावेज व आईकार्ड भी मिला। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने बताया कि वह जज नहीं है।
नई दिल्ली। मध्य जिले की पहाड़गंज थाना पुलिस ने फर्जी जज को गिरफ्तार किया है। शनिवार शाम रानी झांसी रोड पर जांच के लिए रोकने पर वह ट्रैफिक पुलिस कर्मियों पर रौब झाड़ रहा था। गाड़ी के कागजात और डीएल मांगने पर वह खुद को ग्रुरुग्राम का मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) बताने लगा। शक होने पर स्थानीय पुलिस को भी बुला लिया गया। जांच में उसके फर्जी जज होने का पता चला। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
आरोपी की पहचान नरेला के बख्तावरपुर निवासी लवीश शर्मा (35) के रूप में हुई है। पुलिस को आरोपी के पास से लाल बत्ती लगी गाड़ी, पिस्टल, छह कारतूस, सीबीआई वकील का फर्जी आईकार्ड, नकली शील्ड, मेडल, जज के फर्जी विजिटिंग कार्ड, फर्जी स्टांप, बार काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा जारी आईकार्ड बरामद हुआ है। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि आरोपी ने वकालत की पढ़ाई करने के बाद न्यायिक सेवाओं के लिए परीक्षा की तैयारी की थी, लेकिन वह कामयाब नहीं हुआ तो रौब झड़ने के लिए फर्जी जज बन गया। दो दिन की रिमांड पर लेकर पहाड़गंज थाना पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है।
मध्य जिला पुलिस उपायुक्त श्वेता चौहान ने बताया कि शनिवार शाम 7.30 बजे रानी झांसी रोड पर श्मशान घाट के पास ट्रैफिक पुलिस वाहनों की जांच कर रही थी। इसी दौरान टीम ने गलत दिशा से एक गाड़ी को आते देखा। गाड़ी पर लाल बत्ती लगी थी। पुलिस कर्मियों ने कार को रोक लिया। चालक से पहले ड्राइविंग लाइसेंस मांगा गया तो वह पुलिस कर्मियों को ही डांटने लगा। वह खुद को ग्रुरुग्राम का सीजेएम बताने लगा। काफी देर बहस करने के बाद भी उसने गाड़ी के कागजात नहीं दिखाए। इसके बाद स्थानीय पुलिस को मौके पर बुला लिया गया। कार की तलाशी लेने पर उसमें एक अवैध पिस्टल व छह कारतूस बरामद हुए। फर्जी दस्तावेज व आईकार्ड भी मिला। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने बताया कि वह जज नहीं है।