सोनीपतएक घंटा पहले
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हरियाणा के सोनीपत की पुलिस ने 2 करोड़ की ठगी के मामले में एक बुजुर्ग व्यक्ति उसके बेटे और दो बेटियों को गिरफ्तार किया है। इन पर आरोप है कि रिटेल स्टोर खोलने का झांसा देकर इन्होंने गांव रसोई स्थित पारकर रैजीडेंसी निवासी अतुल के साथ धोखाधड़ी की। पुलिस ने एक आरोपी विजय को कोर्ट से चार दिन के रिमांड पर लिया है।
दुकान बेच जुटाए थे सवा दो करोड़
सोनीपत में पारकर रैजीडेंसी निवासी अतुल कौशिक ने 2 फरवरी, 2019 को कुंडली थाना पुलिस में अपने साथ हुई धोखाधड़ी की शिकायत दी थी। उसने अंसल प्लाजा मॉल में अपनी दुकान को करीब सवा दो करोड़ रुपए में बेचा था। प्रॉपर्टी डीलर अमित को इसकी जानकारी थी। अमित ने वर्ष 2017 में उसे मोहनलाल वर्मा और वशिष्ठ वर्मा से मिलवाया। दोनों ने खुद को एएम इंडिया मार्ट कंपनी के निदेशक बताया था।
मोटे मुनाफे का दिया झांसा
मोहनलाल ने बताया कि उनकी कंपनी रिटेल स्टोर खोलकर उसमें पैसा लगाकर मुनाफा कमाती है। उसने अतुल को फरीदाबाद में रिटेल स्टोर खोलने का ऑफर दिया। इसके बाद उसने केवल पार्क एक्सटेंशन आदर्श नगर दिल्ली निवासी निदेशक ब्यास कुमार वर्मा, कनकचंद वर्मा, अनीता वर्मा, संध्या वर्मा, मनसा वर्मा से भी मिलवाया था।
चैक से किया भुगतान
वर्मा फैमिली के कहने पर अतुल मोटे पैसे कमाने के चक्कर में उनके झांसे में आ गया। उसने बिजनेस के लिए एक बार 31 लाख और उसके बाद 1 करोड़ 67 लाख का चेक उनको दिया था। जून 2017 में उसने 2 लाख का चैक और दिया था। करीब दो करोड़ रुपए देने के बाद भी उसे रिटेल स्टोर नहीं मिला। उसे अपने साथ धोखाधड़ी का पता लगा था।
पहले हो चुकी तीन की गिरफ्तारी
पुलिस ने माला दर्ज कर मोहनलाल, उसकी पत्नी अनीता व ब्यास कुमार को महाराष्ट्र मुंबई से गिरफ्तार कर लिया था। उनसे ठगी के पैसों से खरीदी गई फारच्यूनर व इनोवा गाड़ी बरामद की थी। अब पुलिस ने मामले में आदर्श नगर दिल्ली निवासी कनकचंद, उनके बेटे विजय और बेटी मानसा व संध्या को गिरफ्तार किया है।
तीन जेल गए, एक रिमांड पर
आर्थिक अपराधा शाखा प्रभारी इंस्पेक्टर राजीव कुमार ने सोमवार को बताया कि पुलिस ने आरोपियों से सोने की चेन, टोप्स व सोने का छल्ला बरामद किया है। यह धोखाधड़ी से ली गई राशि से खरीदे गए हैं। आरोपियों को पुलिस ने सोमवार को कोर्ट में पेश किया। सुनवाई के बाद एक आरोपी विजय को चार दिन के रिमांड पर भेजा गया। वहीं कनकचंद, मनसा व संध्या को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।