पानीपत18 मिनट पहले
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एमपी के आवास के बाहर प्रदर्शन करती महिलाएं।
हरियाणा के पानीपत जिले में आंगनबाड़ी वर्कर और हेल्पर्स यूनियन पिछले 10 दिन से अपनी मांगो को लेकर जिला लघु सचिवालय में धरना-प्रदर्शन कर रही हैं। लेकिन उन्हें अब तक न तो कोई आश्वासन मिला है और न ही संतोषजनक जवाब। इसी से रोषित जिले की आंगनबाड़ी वर्करों ने आज सुबह पहले लघु सचिवालय में प्रदर्शन किया। इसके बाद यहां से एकजुट होकर सैंकड़ों की संख्या में मॉडल टाउन स्थित करनाल सांसद संजय भाटिया के निवास स्थान पहुंची। जहां महिलाओं ने काफी नारेबाजी की। स्थिति को भांपते हुए मौके पर करीब 70 पुलिसकर्मियों की सुरक्षा के मद्देनजर ड्यूटी लगाई गई। काफी देर प्रदर्शन कर महिलाओं ने एमपी के स्टाफ मेंबर को ज्ञापन सौंपा।
एमपी के स्टाफकर्मियों को ज्ञापन सौंपती महिलाएं।
आंगनबाड़ी वर्कर की मांगें
– 2018 के समझौते को लागू करते हुए बकाया एरियर समेत पैसे दिए जाएं।
– आंगनबाड़ी वर्कर को 50 हजार और हेल्पर को 30 हजार रिटायरमेंट का लाभ दिया जाए।
– दुर्घटना होने पर इलाज का पूरा खर्च व मृत्यु होने पर 50 हजार रुपये का मुआवजे की मांग।
– केंद्र के अनुसार आए हुए फोन के आठ हजार रुपये का बजट दिया जाए।
– आंगनबाड़ी वर्कर को 24 हजार और हेल्पर को 16 हजार रुपये दिए जाने चाहिए।
लाभ कर्मचारियों वाले नहीं मिल रहे
आंगनबाड़ी राज्य महासचिव हरियाणा संतोष रावल ने कहा कि सरकार व समाज हमें एक कर्मचारी की नजर से देखता है। सरकार हम से जो काम करवाती है वह सारे एक सरकारी कर्मचारी वाले ही हैं ,लेकिन जब एक कर्मचारी के सारे लाभ देने की बात आती है तो सरकार हमारी जायज मांगों को हमेशा से अनसुना करती आ रही है। छह सेवाएं तथा पांच उद्देश्यों जिसमें खेल खेल में शिक्षा टीकाकरण बच्चों व माताओं की देखरेख आदि यह सारे काम एक प्राथमिक अध्यापक की तरह ही है ,लेकिन उसमें मिलने वाले लाभ अलग-अलग हैं।