ख़बर सुनें
नई दिल्ली। पूर्वी दिल्ली की शाहदरा झील नए साल में आगंतुकों का स्वागत करने की तैयारी में है। उपेक्षित पड़ी झील को जुलाई 2018 में संवारने का काम शुरू हुआ था। काम 15 महीने में पूरा होना था, लेकिन 41 महीने बाद अब पहले फेज का काम अंतिम चरण में है। जल्द काम पूरा कर 24 जनवरी को पूर्वी निगम इसे आगंतुकों के लिए खोलने की तैयारी कर रहा है।
पूर्वी निगम के अधिकार क्षेत्र वाली शाहदरा झील को वेलकम झील कहा जाता है। शाहदरा में स्थित यह जल श्रोत कई साल से प्रदूषण और उपेक्षा की मार झेल रहा था। पूर्वी निगम की कोशिश से शहरी विकास मंत्रालय और स्थानीय सांसद इसे संवारने के लिए तैयार हुए। निगम की इस महत्वाकांक्षी परियोजना पर करीब 20 करोड़ रुपये खर्च कर संवारने का काम चल रहा है।
झील के 30.74 एकड़ क्षेत्रफल में से 14 एकड़ को पक्के जल क्षेत्र के रूप में विकसित किया गया है। खुलते ही यहां बोटिंग शुरू होगी, किनारों पर पाथ वे और जॉगिंग ट्रैक बनाने का काम भी अंतिम रूप ले रहा है। इसी हफ्ते लेक की तरफ शेड भी तैयार करने की तैयारी है। अगले चरण में फूड कोर्ट प्लाजा कैनोपी, बच्चों के लिए झूले लगाए जाएंगे। उद्यान विभाग के निदेशक राघवेंद्र सिंह ने बताया कि झील और जॉगिंग ट्रैक के बीच खाली स्थानों पर पौधे लगाने का काम जारी है।
रंग-बिरंगे फूल मोह लेंगे मन
कैना लिली, सदाबहार सिनकोना, चांदनी और गुड़हल जैसे रंग-बिरंगे फूलों को झील के किनारों पर लगाया गया है। इसके अलावा एस्टोनिया, जटरोफा और फाइकस के सजावटी पौधों ने भी झील के किनारे जगह ले ली है, जोकि आगंतुकों का मन मोह लेंगे और नीम, जामुन और पिलखन की छाया धूप में शीतलता पहुंचाएगी।
पर्यटन हॉटस्पॉट साबित होगी झील
पूर्वी निगम में स्थायी समिति के अध्यक्ष बीर सिंह पंवार ने बताया कि झील से संबंधित सभी कार्यों की बराबर समीक्षा की जा रही है। जल्द ही स्थानीय निवासियों को इसका लाभ मिलेगा और निगम के जल संरक्षण मिशन को सफलता मिल जाएगी। यहां जल शोधन संयंत्र जैसी प्रणाली बनाई जा रही है। यह झील पूर्वी दिल्ली का पर्यटन हॉटस्पॉट साबित होगा। दक्षिणी निगम के भारत दर्शन पार्क के बाद पूर्वी निगम की ओर से दिल्ली वासियों को एक और आकर्षक पर्यटन क्षेत्र भेंट किया जाएगा, जहां घूमने के लिए मामूली पैसे खर्च करके टिकट भी लेना पड़ेगा।
नई दिल्ली। पूर्वी दिल्ली की शाहदरा झील नए साल में आगंतुकों का स्वागत करने की तैयारी में है। उपेक्षित पड़ी झील को जुलाई 2018 में संवारने का काम शुरू हुआ था। काम 15 महीने में पूरा होना था, लेकिन 41 महीने बाद अब पहले फेज का काम अंतिम चरण में है। जल्द काम पूरा कर 24 जनवरी को पूर्वी निगम इसे आगंतुकों के लिए खोलने की तैयारी कर रहा है।
पूर्वी निगम के अधिकार क्षेत्र वाली शाहदरा झील को वेलकम झील कहा जाता है। शाहदरा में स्थित यह जल श्रोत कई साल से प्रदूषण और उपेक्षा की मार झेल रहा था। पूर्वी निगम की कोशिश से शहरी विकास मंत्रालय और स्थानीय सांसद इसे संवारने के लिए तैयार हुए। निगम की इस महत्वाकांक्षी परियोजना पर करीब 20 करोड़ रुपये खर्च कर संवारने का काम चल रहा है।
झील के 30.74 एकड़ क्षेत्रफल में से 14 एकड़ को पक्के जल क्षेत्र के रूप में विकसित किया गया है। खुलते ही यहां बोटिंग शुरू होगी, किनारों पर पाथ वे और जॉगिंग ट्रैक बनाने का काम भी अंतिम रूप ले रहा है। इसी हफ्ते लेक की तरफ शेड भी तैयार करने की तैयारी है। अगले चरण में फूड कोर्ट प्लाजा कैनोपी, बच्चों के लिए झूले लगाए जाएंगे। उद्यान विभाग के निदेशक राघवेंद्र सिंह ने बताया कि झील और जॉगिंग ट्रैक के बीच खाली स्थानों पर पौधे लगाने का काम जारी है।
रंग-बिरंगे फूल मोह लेंगे मन
कैना लिली, सदाबहार सिनकोना, चांदनी और गुड़हल जैसे रंग-बिरंगे फूलों को झील के किनारों पर लगाया गया है। इसके अलावा एस्टोनिया, जटरोफा और फाइकस के सजावटी पौधों ने भी झील के किनारे जगह ले ली है, जोकि आगंतुकों का मन मोह लेंगे और नीम, जामुन और पिलखन की छाया धूप में शीतलता पहुंचाएगी।
पर्यटन हॉटस्पॉट साबित होगी झील
पूर्वी निगम में स्थायी समिति के अध्यक्ष बीर सिंह पंवार ने बताया कि झील से संबंधित सभी कार्यों की बराबर समीक्षा की जा रही है। जल्द ही स्थानीय निवासियों को इसका लाभ मिलेगा और निगम के जल संरक्षण मिशन को सफलता मिल जाएगी। यहां जल शोधन संयंत्र जैसी प्रणाली बनाई जा रही है। यह झील पूर्वी दिल्ली का पर्यटन हॉटस्पॉट साबित होगा। दक्षिणी निगम के भारत दर्शन पार्क के बाद पूर्वी निगम की ओर से दिल्ली वासियों को एक और आकर्षक पर्यटन क्षेत्र भेंट किया जाएगा, जहां घूमने के लिए मामूली पैसे खर्च करके टिकट भी लेना पड़ेगा।