आखिर कासना में क्यों लगे धीरेंद्र सिंह मुर्दाबाद के नारों के पीछे 5 साल का आक्रोश तो नही
अब यह देखना होगा की भारतीय जनता पार्टी विधायक धीरेंद्र का टिकट काटती है या उन्ही का टिकट रहता है?
रफ्तार टुडे । 26 दिसंबर को जन विश्वास यात्रा में जेवर विधानसभा के कासना क्षेत्र में जिस समय विशाल रैली का आयोजन हो रहा था उसी समय गुर्जर अमित पहलवान वह उसके अन्य साथियों ने जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह मुर्दाबाद के नारे लगाए। और उनके समर्थक ने तो उन्हें जननायक के उपाधि दे दिया है। ब्राह्मण और गुर्जर उनसे नाराज है इसकी सबसे बड़ी विधायक धीरेंद्र सिंह द्वारा लगातार अपमानित किया जा रहा है।
उससे जन विश्वास यात्रा का जो मजा था वह खराब हो गया जिस समय 1 महीने दूर चुनाव हैं ऐसे समय विधानसभा में स्थानीय विधायक के विरुद्ध मुर्दाबाद के नारों के पीछे क्षेत्र के लोगों का मानना है कि स्थानीय विधायक के अंदर घोर ठाकुर वाद है और समय-समय पर ब्राह्मण में गुर्जर जातियों पर वह लगातार व्यंग करते रहते हैं।
पिछले दिनों कासना मंडल अध्यक्ष जयदीप नागर के साथ पुलिस ने जो थाने में दुर्व्यवहार करा और पार्टी के जिला उपाध्यक्ष राहुल पंडित के साथ जिस तरीका का बर्ताव जेवर विधानसभा में किया जाता है उसी से मिलता जुलता हुआ।
उस दिन जन विश्वास यात्रा में जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह ने भरे मंच पर कहा, कौन है यह अमित पहलवान? हम तो जानते नहीं इस तरीका का दम और अहंकार जब एक प्रतिनिधि के मुंह से टपकता है तो वह फिर मुर्दाबाद के नारों में प्रकट होता है वह तो भगवान का शुक्र है की गौतम बुद्ध नगर के सांसद डॉ महेश शर्मा और क्षेत्रीय महामंत्री हरीश ठाकुर ने समय पर पहुंचकर अमित पहलवान के हाथ से माइक छीन लिया जिस तरीका का तनाव मंच पर था उसमें बस लात घूंसे चलना बाकी रह गया था।
पिछले 3 वर्ष में स्थानीय विधायक जेवर व गौतम बुद्ध नगर के बड़े राजनेताओं के बीच जो मनमुटाव की राजनीति हो रही है उसकी परिणिति लगता है जेवर विधानसभा चुनाव हार कर ही पार्टी समझ पाएगी या तो धीरेंद्र सिंह को टिकट नहीं मिल पाएगा? पूरे जेवर विधानसभा क्षेत्र में यह चर्चा हम हैं की विधायक धीरेंद्र सिंह लोगों से और पत्रकारों से बोल रहे हैं कि यह एक साजिश के तहत मेरी बेइज्जती कराई गई है मेरी लोकप्रियता के चलते ही पार्टी के नेताओं को झील नहीं रही है मेरी लोकप्रियता से घबराकर जिन लोगों ने मेरे साथ यह घटना की है मैं भली-भांति उन लोगों को जानता हूं जेवर विधायक का यह बयान अहंकार को प्रकट करता है इसका मतलब लोग सही कहते हैं कि जहां पूरे प्रदेश में ठाकुर वाद का राज चल रहा है वही जेवर विधानसभा में भी धीरेंद्र सिंह घोर ठाकुर वाद के पर्याय बन चुके हैं यदि यही हाल रहा तो जाट लोक दल की तरफ ब्राह्मण मायूस होकर वोट डालने नहीं जाएगा।
सम्राट मिहिर भोज प्रकरण पहले से ही जहां गुर्जर समाज के सम्मान के लिए विषय बना हुआ है वहीं पर विधायक का व्यवहार भाजपा से गुर्जर समाज को भी दूर कर देगा यदि समय रहते भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने जेवर पर ध्यान नहीं दिया तो 2022 का चुनाव भाजपा बुरी तरह हारने जा रही है ऐसा चित्र में घूमने पर मैंने पाया। कासना की घटना ने लोगों के दिलों को तोड़ दिया है kasna में विधायक के मुर्दाबाद के नारों के बाद राष्ट्रीय लोक दल और समाजवादी गठबंधन से गुर्जरों के बड़े नेता अवतार सिंह भड़ाना के मैदान में आने से गुर्जर समाज पूरी तरह एकमुश्त भाजपा के विरुद्ध इकट्ठा हो चुका है। अब यह देखना होगा की भारतीय जनता पार्टी विधायक का टिकट काटती है या उन्ही का टिकट रहता है?
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