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नोएडा में 86 और ग्रेटर नोएडा में 88 हजार करोड़ निवेश के MOU साइन, न्यू नोएडा के लिए Adani का ये प्लान भी जान लो

नोएडा, रफ्तार टुडे।न्यू नोएडा को लेकर अडानी ग्रुप ने सबसे पहला प्रस्ताव दिया है। यहां अडानी ग्रुप ने निवेश के तौर पर पहला एमओयू भी साइन कर लिया है। वहीं ग्लोबल इनवेस्टर समिट के तहत नोएडा और ग्रेटर नोएडा में भी 86 और 88 हजार करोड़ रुपये निवेश के लिए कई एमओयू साइन हुए हैं।

औद्योगिक विकास और निवेश में ब्रांड बन चुके नोएडा की झलक न्यू नोएडा में भी दिखने लगी है। दादरी-खुर्जा के बीच 87 गांव की जमीन पर बसने वाले न्यू नोएडा में भले अभी जमीन अधिग्रहण नहीं शुरू हुआ है, लेकिन प्रॉजेक्ट पहले से ही आने लगे हैं। यहां पर अडाणी ग्रुप 500 एकड़ जमीन में वेयर हाउसिंग प्रॉजेक्ट स्थापित करेगा। इसका एमओयू नोएडा अथॉरिटी के साथ ग्रुप ने साइन कर लिया है। न्यू नोएडा के लिए यह पहला निवेश प्रस्ताव व एमओयू है। माना जा रहा है कि अब यहां मौके पर जमीन अधिग्रहण व विकास तेज होगा।

जानकारी के मुताबिक, यह एमओयू अडाणी ग्रुप ने ग्लोबल इनवेस्टर समिट-2023 में साइन किया है। अब आगे अथॉरिटी को यहां पर मास्टरप्लान फाइनल करने के साथ जमीन अधिग्रहण और विकास शुरू करवाना है। मास्टरप्लान-2041 का ड्राफ्ट स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर (SPA) दिल्ली ने तैयार किया है। ड्राफ्ट रिपोर्ट में एसपीए ने नोएडा अथॉरिटी को बताया है कि 87 गांव की जमीन जो न्यू नोएडा बसाने के लिए मौके पर मिलेगी, वह करीब 20 हजार हेक्टेयर होगी।

यह इनवेस्टमेंट रीजन के रूप में विकसित होगा। पूरे क्षेत्रफल में प्रतिशत के हिसाब से देखें तो 41 प्रतिशत में इंडस्ट्रियल, 11.5 प्रतिशत रेजिडेंशल, 17 प्रतिशत ग्रीनरी और रिएक्शनल, 15.5 प्रतिशत में सड़क, 9 प्रतिशत इंस्टीट्यूशनल और 4.5 प्रतिशत स्थान कमर्शल के लिए चिह्नित किया गया है। एसपीए की यह रिपोर्ट नोएडा अथॉरिटी दिल्ली में फिक्की ऑडिटोरियम में उद्यमियों के सामने रख चुकी है। इसके साथ ही और बेहतर प्लानिंग के लिए सिंगापुर की प्लानिंग करने वाली एजेंसी से भी नोएडा अथॉरिटी संपर्क में है।

4 फेज में विकसित होगा न्यू नोएडा
अधिकारियों ने बताया कि पूरा न्यू नोएडा एक साथ नहीं विकसित किया जा सकता। इसके लिए यह तय किया गया है कि इसे चार फेज में बसाया जाएगा। हर एक फेज में मास्टरप्लान के हिसाब से जो लैंडयूज तय है, उसे जमीन पर उतारा जाएगा। तेजी से विकास के लिए अथॉरिटी यहां पीपीपी मॉडल भी चुन सकती है।

नोएडा और ग्रेटर नोएडा निवेश के लिए MOU
ग्लोबल इनवेस्टर समिट-2023 के लिए नोएडा अथॉरिटी एरिया में 86 हजार करोड़ रुपये निवेश के एमओयू साइन हुए हैं। वहीं ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी में 88 हजार करोड़ रुपये निवेश के एमओयू साइन हो चुके हैं। इनवेस्टर समिट के दिल्ली में होने वाले आयोजन के लिए सोमवार से अथॉरिटी अधिकारियों का लखनऊ ड्यूटी में जाना शुरू हो गया है। 30 अधिकारियों व इंजीनियरों की ड्यूटी लगाई गई है। सीईओ रितु माहेश्वरी 9 फरवरी को जाएंगी।

नोएडा-ग्रेनो अथॉरिटी सीईओ रितु माहेश्वरी ने बताया कि ग्लोबल इनवेस्टर समिट में नोएडा-ग्रेनो अथॉरिटी को कई बड़े निवेश के प्रस्ताव मिले हैं। न्यू नोएडा में भी पहला प्रस्ताव आया है। यहां अडाणी ग्रुप ने 500 एकड़ जमीन पर वेयर हाउसिंग प्रॉजेक्ट के लिए एमओयू साइन किया है। अथॉरिटी उद्यमियों को वर्ल्ड क्लास इंफ्रा व सिंगल विंडो सुविधा उपलब्ध करवाने को तैयार है।

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