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केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने एमिटी विश्वविद्यालय में कहा कि देश को विकसित बनाने में युवाओं का योगदान आवश्यक

नोएडा, रफ्तार टुडे।
एमिटी विश्वविद्यालय के एमिटी लॉ स्कूल के द यूथ पार्लियामेंट सोसाइटी द्वारा भारत में प्रचलित संसदीय प्रणाली का एक अकादमिक अनुकरण करने हेतु दो दिवसीय ‘‘सृजन – ए जेनेसिस ऑफ इंडियन पॉलिटिक्स’’ नामक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसका आज समापन हो गया। इस समापन समारोह में केन्द्रीय खेल एवं युवा मामले के मंत्री अनुराग ठाकुर, उत्तराखंड विधानसभा की सभापति रितु खंडूरी भूषण, एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चौहान, नेशनल कमीशन फॉर शेडयूल कास्ट के वाइस चेयरमैन अरूण हैदर, बीजेपी महिला मोर्चा की राष्ट्रीय महासचिव श्रीमती दीप्ति रावत, एनईसी सदस्य और पश्चिम बंगाल राज्य इंचार्ज शक्ति सिंह, एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला और एमिटी लॉ स्कूल के चेयरमैन डा डी के बंद्योपाध्याय ने छात्रों को प्रोत्साहित एवं पुरस्कृत किया।


केन्द्रीय खेल एवं युवा मामले के मंत्री अनुराग ठाकुर ने छात्रो को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी देश में युवा महत्वपूर्ण हितधारक होते है। 2014 में देश में के सामने कई क्षेत्रों में चुनौतियां थी जिसमें सबसे बड़ी देश की लड़खड़ाती और चरमराती अर्थव्यवस्था की छवि को बेहतर बनाना था और सरकार के प्रयासो सें आज भारत विश्व की सबसे बड़ी पांच अर्थव्यवस्था में शामिल है। उन्होनें छात्रो से कहा कि आप जीवन में कोई भी कार्य करें किंतु सर्वप्रथम अच्छे नागरिक बने और देश को आगे ले जाने सहायक बने।

लोकतंत्र में सबसे बड़ा योगदान वोटर का होता है और सही व्यक्ति को चुनकर आप सही निर्णय लेते है। कोविड के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने आपदा में अवसर का मंत्र दिया जिससे जहां पर मास्क उपलब्ध नही था लोगों ने घरों में मास्क बनाना प्रारंभ किया और हमने पीपीई किट सहित वैक्सीन बनाकर देश में निशुल्क वैक्सीन की व्यवस्था की बल्कि कई अन्य देशों को को वैक्सीन उपलब्ध कराया। हमने भारत की प्रभावी छवि का निर्माण किया जिससे आज जी 20 की अध्यक्षता व सफल आयोजन पर पूरे विश्व में हमें सराहा है। श्री ठाकुर ने सरकार द्वारा आईपीसी, सीआरपीसी और इंडियन एविडेंस एक्ट में किये जा रहे संसोधनों पर कहा कि सरकार द्वारा 1500 से अधिक आर्चिव कानून को खत्म किया गया और एमिटी के छात्रों को इन संशोधनों पर अपनी सलाह देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रेस एंड रजिस्ट्रेशन ऑफ बुक एक्ट, अंग्रेजो के समय से संचालित कानून है जिसमें डीएम व रजिस्ट्रार के पास रजिस्ट्रेशन के लिए डेढ से दो साल का समय लगता था अब समानंतर प्रक्रिया से इसमे मात्र दो माह का समय लग रहा है।

उन्होने छात्रों से कहा कि अमृतकाल से स्वर्णिम काल की यात्रा में भारत को विकसित भारत बनाना है, वर्तमान समय में देश मे आपके लिए अवसर के मार्ग, आशावादी वातावरण और खुले विचारों का माहौल है। कल तक इसरो का कार्य बंद कमरे में होता था आज हमने स्पेस और डिफेंस के दरवाजे खोल दिये है, आयात करने वाला हमारा देश आज डिफेंस उत्पादों का बड़ा निर्यातक बन रहा है। जी 20 की अध्यक्षता, भारत मंडपम सहित सबसे बड़ी उपलब्धि चंद्रयान की दक्षिणी धुव्र पर सफल लैडिंग नये भारत का संकेत है। पीएम मोदी की पहल खेलो इंडिया अभियान और खिलाड़ियों के प्रोत्साहन से आज हर खेल हर क्षेत्र में लड़के और विशेषकर लड़किया स्वर्ण पदक जीत रहे है। उन्होनें छात्रों से 01 अक्टूबर को क्लिनेस ड्राइव सहित मेरी माटी मेरा देश पहल में में हिस्सा लेने का आह्वान किया।

उत्तराखंड विधानसभा की सभापति रितु खंडूरी भूषण ने छात्रो को संबोधित करते हुए कहा कि वसुधैव कुटुबंकम प्राचीन समय से हमारे मूल्यों और संस्कारों का हिस्सा रहा है तब भी हम समस्त पृथ्वी को एक परिवार का हिस्सा मानते थे। हमने ना केवल माना है बल्कि अपने आचरण से पूरा संसार एक परिवार है इसको बताया है। विश्व एवं विश्व के लोगों के प्रति अपनी जवाबदारी को समझा है। पृथ्वी को केवल नदी, वृक्षों या लोगों से जोड़ कर नही देखा बल्कि उसमें जीवित मां को देखा है माना है इसलिए प्रधानमंत्री मोदी द्वारा जी 20 के दौरान दिये गये विश्व बंधुत्व के थीम ‘‘वसुधैव कुटुबंकम’’ को पूरे विश्व ने समझा व अपनाया। इस प्रकार के सम्मेलन छात्रों के हेतु भविष्य में सहायक होगें।

एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चौहान ने संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी देश का विकास युवाओं के योगदान के बगैर संभव नही है। वर्तमान समय में सरकार द्वारा छात्रों के विकास के लिए योजनाओं का संचालन किया जा रहा है और महत्वपूर्ण कार्यो में उनक योगदान को साझा किया जा रहा है। डा चौहान ने कहा कि एमिटी सदैव छात्रों को एक बेहतरीन नागरिक बनाकर राष्ट्र निर्माण में सहयोग करने के लिए प्रेरित करती है और इस प्रकार के सम्मेलनों द्वारा छात्रों को ठाकुर और खंडुरी सहित अन्य विशेषज्ञों का मार्गदर्शन प्राप्त होता है।


नेशनल कमीशन फॉर शेडयूल कास्ट के वाइस चेयरमैन अरूण हैदर ने संबोधित करते हुए कहा कि राजनीति किसी भी देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है क्योकी राजनीति के बगैर किसी भी कानून का निर्माण, नीति का निर्माण संभव नही हैं और छात्र राजनीती से दूर रहते है जबकी उन्हे भी इसका हिस्सा बनाना चाहिए। कानून के छात्रों को राजनीति का ज्ञान भी होना चाहिए।
एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि एमिटी में छात्रों का सर्वागीण विकास ही हमारा एक मात्र उददेश्य है और हम छात्रों को हर संभव अवसर प्रदान करते है। इस प्रकार के सम्मेलन छात्रों को विषय के साथ वर्तमान मुद्दों पर चर्चा करने, शोध करने और विचार रखने का अवसर प्रदान करते है।
समापन समारोह के अंर्तगत ‘‘सृजन – ए जेनेसिस ऑफ इंडियन पॉलिटिक्स’’ आधारित सोवेनियर, ईमजिंग कॉनटोरर्स ऑफ लॉ एंड गर्वनेंस इन टेक्नोलॉजिकल इनोवेशन और लोकल सेल्फ गर्वनेंस एंड लीडरशिप ऑडियोलॉजी इन इंडिया नामक पुस्तक का विमोचन अतिथियों द्वारा किया गया।

इस अवसर पर एमिटी गु्रप वाइस चांसलर डा गुरिंदर सिंह, एमिटी साइंस टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन फांउडेशन के अध्यक्ष डा डब्लू सेल्वामूर्ती, एमिटी लॉ स्कूल की एडिशनल डायरेक्टर डा शेफाली रायजादा और डा आदित्य तोमर ने भी अपने विचार रखे।

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