@gauravsharma, रफ्तार टुडे।
उत्तर प्रदेश में जारी विधानसभा चुनाव के बीच सत्ताधारी भाजपा मायावती और उनकी पार्टी बसपा पर नरम रुख इख्तियार करती नजर आ रही है। दरअसल इस बार के चुनावों में कहा जा रहा है कि यूपी में मुख्य लड़ाई भाजपा और सपा के बीच है। ऐसे में चार बार उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री रह चुकीं मायावती के बारे में कहा जा रहा है कि वे ज्यादा अक्रामक होकर चुनावी मैदान में नहीं उतरी हैं।
हालांकि इसको लेकर अब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि मायावती ने अपनी प्रासंगिकता नहीं खोई है। उनकी पार्टी को उत्तर प्रदेश में वोट मिलेगा। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि जाटव वोट बसपा के साथ रहा है।
अमित शाह ने कहा, “बसपा ने अपनी प्रासंगिकता बनाए रखी है। मुझे विश्वास है कि उन्हें वोट मिलेगा। मुझे नहीं पता कि यह कितनी सीटों में तब्दील होगा लेकिन बसपा को वोट मिलेगा।” शाह ने कहा कि मायावती की जमीन पर अपनी पकड़ है।
उन्होंने कहा, “जाटव वोटबैंक मायावती के साथ जाएगा। मुस्लिम वोट भी बड़ी मात्रा में मायावती के साथ जाएगा।” जब शाह से ये पूछा गया कि क्या इससे भाजपा को फायदा होगा तो उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि इससे भाजपा को फायदा होगा या नुकसान। यह उस सीट पर निर्भर करता है। लेकिन, यह सच नहीं है कि मायावती का रेलवेंस खत्म हो चुका है।’
बता दें कि ये पहला मौका नहीं है भाजपा के कोई बड़े नेता ने मायावती के बारे में सकारात्मक बयान दिया हो। इससे पहले खुद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी चुनावी रैलियों में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और मायावती के खिलाफ अधिक आक्रामक रुख नहीं दिखया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक ताजा इंटरव्यू में बसपा के प्रति नरम रवैये को लेकर उठ रहे सवालों पर जवाब देते हुए कहा, ”हमारा किसी पार्टी से कोई समझौता नहीं है। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी की तरह बीएसपी भी बीजेपी की एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी है। तीन विपक्षी दल दूसरे और तीसरे स्थान के लिए लड़ रहे हैं। बीजेपी 2014 (लोकसभा). 2017 (विधानसभा चुनाव) और 2019 (लोकसभा चुनाव) के प्रदर्शन को दोहराएगी और बहुमत के साथ सरकार बनाएगी।'”
यूपी में पूर्ण बहुमत की बीजेपी सरकार बनने का दावा करते हुए चुनाव बाद बसपा से किसी तरह के गठबंधन की संभावना से इनकार किया है।