जियो और जीने का संदेश लेकर भगवान महावीर इस दुनिया में आये जिन्होंने विश्व में शांति और सौहार्द का संदेश दिया
रफ्तार टुडे। जियो और जीने का संदेश लेकर भगवान महावीर इस दुनिया में आये जिन्होंने विश्व में शांति और सौहार्द का संदेश दिया। आने वाले समय में इस पृथ्वी पर जीवन तभी सुरक्षित होगा जब हम भगवान महावीर के संदेशों को मानेगे और उन पर चलने का प्रण लेंगे आने वाला नया वर्ष भगवान महावीर के 2550 वां निर्वाण महोत्सव के रूप मनाया जाएगा।
2550वां निर्वाण महोत्सव मनाने का कार्य सुचारू रूप से चले इसलिए जैन समाज के सभी पंथों ने जैन मंदिर काम्प्लेक्स राजा बाजार कनॉट प्लेस में राष्ट्रीय कार्यालय का उद्घाटन किया जिसमें प्रज्ञसागर जी मुनिराज के सानिध्य में अखिल भारतीय भगवान महावीर 2550 वां निर्वाण महोत्सव समिति के मुख्य संयोजक सत्यभूषण जैन, गजराज जैन गंगवाल, नरेश आनन्द प्रकाश जैन, किशोर कोचर जैन, सुभाष ओसवाल जैन व सुखराज सेठिया जैन उपस्थित रहे सबसे अहम बात इस निर्वाण महोत्सव की ये रही की जैन धर्म के चारो पंथ एक जगह सम्मिलित हुए और और इस उत्सव में सामान रूप से अपनी भागीदारी देंगे ।
इस अवसर पर सत्यभूषण जैन ने कहा की भारत शांति चाहने वाला देश है हम सब भगवान महावीर के बताये रास्ते पर चलकर पुरे विश्व में शांति लाना चाहते है। सुखराम जैन ने कहा की भगवान महावीर के संदेशों को जन जन पहुंचाना है और सभी को एक सूत्र में बंधे रखना है।
गजराज जैन गंगवाल ने कहा कि विश्व में एकता और शांति का एकमात्र विकल्प है एक दूसरे को क्षमा कर देना। राजीव जैन ने कहा आज से भगवान महावीर के नाम का शंखनाद गूंजेगा जो पुरे विश्व में सुनाई देगा क्योंकि जैन समाज के चारो पंथ एक हो गए। नरेश आनंद जैन ने कहा आज पूरे विश्व में शांति की जरूरत है और भगवान महावीर के संदेश से अच्छा कुछ नहीं है जैसे जियो और जीने दो या क्षमा दान।
डॉ डी. वीरेंद्र हेगड़े ने कहा की यह 2550वॉ निर्वाण महोत्सव हम सब भारतवासी धूमधाम से मनाएंगे। ने कहा की निर्वाण महोत्सव में हमारा उद्देश्य की हम एक दूसरे को जोड़कर चले यही भगवान महावीर मानना था जुड़कर चलने से बड़ी से बड़ी परेशानी छोटी हो जाती है।
इस अवसर पर प्रमोद जैन, मनोज जैन, दीपक जैन ने भी अपने विचार रखते हुए कहा की सभी कार्य सुचारु रूप से चलेंगे हम भारत सरकार से भी सहयोग की उम्मीद करते है ।