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GIPST द्वारा “क्वालिटेटिव डेटा एवं मेटा-एनालिसिस” विषय पर ऑनलाइन फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का हुआ शुभांरभ

रफ्तार टुडे। ग्रेटर नॉएडा इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज (GIPS) मे एक सप्ताह का “क्वालिटेटिव डेटा एवं मेटा-एनालिसिस” विषय पर ऑनलाइन फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का शुभांरभ किया गया I एफडीपी के मुख्य वक्ता वीर नर्मदा दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय, सूरत से डॉ. धवल महेता रहे।

जिन्होंने एनआईटी और आईआईएम सहित विभिन्न स्तरों पर रिसर्च मेथोडोलॉजी वर्कशॉप्स के आयोजन के साथ साथ “डेटा एनालिसिस यूजिंग आर” पुस्तक भी प्रकाशित की है जो अमेज़न पर भी उपलब्ध है सत्र का शुभारम्भ डॉ सविता मोहन प्रिंसिपल ग्रेटर नॉएडा इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज द्वारा स्वागत उद्बोधन में कहा कि आधुनिक समाज शिक्षकों से उच्च गुणवत्ता वाले शिक्षण और सीखने की मांग करता है।

“शिक्षकों के पास गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की उन मांगों और मानकों को पूरा करने के लिए शिक्षण और मूल्यांकन प्रथाओं दोनों के संबंध में बहुत अधिक ज्ञान और कौशल होना चाहिए और यह एफडीपी उस कार्य को पूरा करने के लिए एक कदम आगे है” ।

डॉ सविता मोहन ने सभी प्रतिभागियों को बधाई दी और उन्हें फलदायक शिक्षा के लिए प्रेरित किया । उन्होंने कहा एफडीपी का उद्देश्य अनुसंधान में प्राथमिक और महत्वपूर्ण चरणों का पता लगाना है कि कैसे क्वालिटेटिव डाटा एनालिसिस के माध्यम से कई वैज्ञानिक अध्ययनों को कैसे संयोजित किया जाए।

इसके बाद प्रतिभागियों ने डॉ. धवल महेता द्वारा दिए गए ज्ञान का लाभ उठाया। उन्होंने कहा कि थीमेटिक एनालिसिस , सेंटीमेंट एनालिसिस , ट्वीट एनालिसिस कुछ महत्वपूर्ण तकनीकें हैं जिनके द्वारा प्रतिभागी जामोवी, एनवीवो & बिब्लिओशिनी पर व्यावहारिक अनुभव ले सकते हैं I

डॉ. धवल महेता द्वारा सभी प्रतिभागियों को विभिन्न एनालिटिकल टूल्स द्वारा प्रैक्टिकल अभ्यास का ज्ञान दिया गया एवं कहा कि इन टूल्स द्वारा शोधकर्ताओं के लिए भविष्य के अध्ययन की योजना में लाभ मिलेगा ।

इस आयोजन के अंत में डॉ अविजित डीन, ग्रेटर नॉएडा इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज ने प्रतिभागियो को शुभकामनाएं दी एवं कहा कि एफडीपी द्वारा सभी प्रतिभागियों को भविष्य मे शोध पत्र विकसित करने,डेटा को संश्लेषित करने एवं चयनित विषयो का आलोचनात्मक मूल्यांकन तय करने मे उपयोग होगा। प्रोग्राम की मॉडरेटर प्रोफ. तारु माहेश्वरी रही उन्होंने कहा कि प्रत्येक का सीखना एक सतत प्रक्रिया है जो शिक्षकों के शिक्षण कौशल को बढ़ावा देती है।

नई दक्षता विकसित करती है, जो बदले में छात्रों के सीखने में सुधार करने में मदद करती है, केवल निरंतर और समर्पित प्रयास ही शिक्षक के शैक्षणिक मानकों में सुधार कर सकते हैं। पहले दिन 95 से अधिक सदस्य एफडीपी में शामिल हुए।

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