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भाजपा का ये गुर्जर नेता कर रहा है बुलंदशहर व गौतमबुद्धनगर की आधा दर्जन सीटों पर धुआंधार चुनाव प्रचार

भाजपा के एमएलसी और गुर्जर नेता नरेंद्र भाटी ने बुलंदशहर व गौतमबुद्धनगर की आधा दर्जन विधान सभा सीटों पर किया धुआंधार चुनाव प्रचार

भाटी मतदाता इन विधानसभाओं में भारी तादाद मे हैं नरेंद्र भाटी गुर्जर समाज के साथ-साथ राजपूतों में बहुत असर रखते हैं जाट और ब्राह्मण समाज के प्रमुख लोग भी नरेंद्र भाटी से हमेशा जुड़े रहे हैं

गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर रफ्तार टुडे । नरेंद्र भाटी ने बुलंदशहर सदर सिकन्दराबाद जेवर दादरी नोएडा विधानसभा सीटों पर गांव गांव जाकर व नुक्कड सभा करके भाजपा प्रत्याशियों के लिए 10 फरवरी को वोट डालने की अपील की नरेंद्र भाटी का इन विधानसभाओं में व्यापक असर है पिछले 30 वर्ष के राजनीतिक जीवन में हजारों लोगों से उनके आत्मीय रिश्ते हैं नरेंद्र भाटी के चुनाव में उतरने से जेवर सिकंदराबाद दादरी और नोएडा विधानसभा पर भाजपा प्रत्याशी मजबूत स्थिति में आ गए हैं।

क्योंकि नरेंद्र भाटी खुद भाटी गोत्र के हैं भाटी मतदाता इन विधानसभाओं में भारी तादाद मे हैं नरेंद्र भाटी गुर्जर समाज के साथ-साथ राजपूतों में बहुत असर रखते हैं जाट और ब्राह्मण समाज के प्रमुख लोग भी नरेंद्र भाटी से हमेशा जुड़े रहे हैं। उनके आने से आधा दर्जन विधानसभा सीटों पर लाखों वोटों का भाजपा को फायदा होने जा रहा है नरेंद्र भाटी अपनी बात के बहुत धनी हैं पार्टी कार्यकर्ता उनको बहुत प्रिय होते हैं

 

कार्यकर्ताओं के मान-सम्मान के लिए वह किसी भी हद तक चले जाते हैं। नरेंद्र भाटी की लोकप्रियता आप इसी बात से लगा सकते हैं कि अपने राजनीतिक जीवन में वह लगातार राजनीति की मुख्यधारा में बने रहे है। विधायक मंत्री विधान परिषद सदस्य रहें है वर्तमान में भी एमएलसी हैं।

दादरी तहसील के बोड़ाकी गांव के रहने वाले किसान प्रेम सिंह के पुत्र नरेंद्र सिंह भाटी ने बैनामा लेखक के रूप में करियर शुरू किया था। पांच साल तक उन्होंने दादरी तहसील में बैनामा लेखक के रूप में काम भी किया। 1975 में उन्होंने युवा कांग्रेस सदस्य के रूप में राजनीतिक करियर की शुरुआत की। 1980 में ब्लॉक प्रमुख चुने गए और दो बार ब्लाक प्रमुख बने। इसके बाद उन्होंने विधानसभा की राजनीति में कदम रखा।

और 1989 और 1991 में वह जनता दल के टिकट पर यहां से चुनाव जीतकर विधायक बनें और इसके बाद उन्होंने सपा की सदस्यता ग्रहण कर ली तथा वर्ष 1996 में वह सपा के टिकट पर सिकंदराबाद से विधायक चुने गये। इसके बाद से वह विधानसभा या लोकसभा चुनाव नहीं जीत सके। 7 मार्च 2016 को समाजवादी पार्टी ने उन्हें एमएलसी बनाया। इस दौरान वह यूपी स्टेट एग्रो इंडस्ट्रियल कॉरपोरेशन लिमिटेड के अध्यक्ष भी रहे। अनेक बार हारने के बावजूद मुलायम सिंह यादव ने उनका साथ नहीं छोड़ा था और सिकंदराबाद में आयोजित एक सभा में भीड़ से यहां तक कह दिया दिया था कि आप इसे हराते रहो, मैं टिकट देता रहूंगा। अब लंबे समय बाद नरेंद्र भाटी ने सपा का साथ छोड़ भाजपा का दामन थामा है।।
नरेंद्र भाटी की छवि एक जमीनी नेता की है वो ग्रामीण आँचल मे बहुत लोकप्रिय है।

देखते है 2022 के इन चुनावों मे भाटी भाजपा को कितना फ़ायदा पहुंचाते है।

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