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Twelve Driver Constables Of Delhi Police Sacked – फरमान : दिल्ली पुलिस के बारह ड्राइवर सिपाही बर्खास्त, फर्जीवाड़ा करके हुए थे भर्ती

अमर उजाला नेटवर्क, नई दिल्ली
Published by: दुष्यंत शर्मा
Updated Tue, 16 Nov 2021 03:45 AM IST

सार

फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस देकर वर्ष 2007 में दिल्ली पुलिस में हुए थे भर्ती। क्राइम ब्रांच मामले की कर रही है जांच।

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फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस के जरिए दिल्ली पुलिस में भर्ती 12 सिपाहियों को बर्खास्त कर दिया गया है। बर्खास्त सिपाही वर्ष 2007 में दिल्ली पुलिस में बतौर ड्राइवर सिपाही के पद पर भर्ती हुए थे। इनके दस्तावेजों की जांच में ड्राइविंग लाइसेंस फर्जी पाया गया। एक के बाद फर्जीवाड़ा के कई मामले आने के बाद इसकी जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई थी। 

पुलिस के अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक इस मामले में अभी और कई भर्तियों की जांच चल रही है। फिलहाल 12 पुलिसकर्मियों को जांच पूरा होने के बाद उन्हें बर्खास्त कर दिया गया है। बर्खास्त सभी पुलिसकर्मी दिल्ली पुलिस की पीसीआर में ड्राइवर के पद पर तैनात थे। दिल्ली पुलिस ने ड्राइवर सिपाही के पद के लिए 2007 में भर्तियां निकाली थी। जिसमें उन्हें ड्राइविंग लाइसेंस देने के लिए कहा गया था। इस दौरान छह सौ से ज्यादा ड्राइवर भर्ती किए गए थे। 

इस मामले का खुलासा तब हुआ जब साल 2012 में सुल्तान सिंह नाम के एक सिपाही के दिए हुए दस्तावेजों की स्पेशल ब्रांच से जांच करवाई गई। सुल्तान सिंह ने मथुरा अथॉरिटी द्वारा जारी अपना ड्राइविंग लाइसेंस दिया हुआ था। जांच में लाइसेंस फर्जी पाया गया। इसके बाद अधिकारियों ने वर्ष 2019 में दिल्ली पुलिस में 2007 में हुई भर्तियों में 81 आवेदन की जांच का जिम्मा क्राइम ब्रांच को सौंप दिया। जांच में 12 सिपाहियों के लाइसेंस फर्जी पाए गए। जांच में फर्जीवाड़ा की पुष्टि होने के बाद अब इन्हें बर्खास्त कर दिया गया। 

विस्तार

फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस के जरिए दिल्ली पुलिस में भर्ती 12 सिपाहियों को बर्खास्त कर दिया गया है। बर्खास्त सिपाही वर्ष 2007 में दिल्ली पुलिस में बतौर ड्राइवर सिपाही के पद पर भर्ती हुए थे। इनके दस्तावेजों की जांच में ड्राइविंग लाइसेंस फर्जी पाया गया। एक के बाद फर्जीवाड़ा के कई मामले आने के बाद इसकी जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई थी। 

पुलिस के अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक इस मामले में अभी और कई भर्तियों की जांच चल रही है। फिलहाल 12 पुलिसकर्मियों को जांच पूरा होने के बाद उन्हें बर्खास्त कर दिया गया है। बर्खास्त सभी पुलिसकर्मी दिल्ली पुलिस की पीसीआर में ड्राइवर के पद पर तैनात थे। दिल्ली पुलिस ने ड्राइवर सिपाही के पद के लिए 2007 में भर्तियां निकाली थी। जिसमें उन्हें ड्राइविंग लाइसेंस देने के लिए कहा गया था। इस दौरान छह सौ से ज्यादा ड्राइवर भर्ती किए गए थे। 

इस मामले का खुलासा तब हुआ जब साल 2012 में सुल्तान सिंह नाम के एक सिपाही के दिए हुए दस्तावेजों की स्पेशल ब्रांच से जांच करवाई गई। सुल्तान सिंह ने मथुरा अथॉरिटी द्वारा जारी अपना ड्राइविंग लाइसेंस दिया हुआ था। जांच में लाइसेंस फर्जी पाया गया। इसके बाद अधिकारियों ने वर्ष 2019 में दिल्ली पुलिस में 2007 में हुई भर्तियों में 81 आवेदन की जांच का जिम्मा क्राइम ब्रांच को सौंप दिया। जांच में 12 सिपाहियों के लाइसेंस फर्जी पाए गए। जांच में फर्जीवाड़ा की पुष्टि होने के बाद अब इन्हें बर्खास्त कर दिया गया। 

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