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नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय में स्नातक कोर्सेज में दाखिले के लिए अक्तूबर में शुरू हुई दाखिले की दौड़ स्पेशल ड्राइव के दाखिलेे के साथ ही सोमवार को समाप्त हो गई। स्पेशल ड्राइव के दाखिले के लिए छात्र मंगलवार तक फीस का भुगतान कर सकते हैं। इसके बाद सीटें खाली रहने पर विश्लेषण किया जाएगा। जिसके बाद पर सामान्य कटऑफ से नहीं बल्कि स्पेशल ड्राइव के माध्यम से ही सीटों को भरा जाएगा। स्पेशल ड्राइव में कॉलेज सीटों सेे अधिक दाखिले से बचने के लिए मेरिट निकालकर दाखिला देंगे।
डीयू दाखिला चेयरमैन डॉ राजीव गुप्ता ने कहा कि यह तय है कि अब सामान्य कटऑफ नहीं आएगी। अब स्पेशल ड्राइव से ही सीटों को भरा जाएगा। स्पेशल ड्राइव का मकसद खाली सीटों को भरना है। सीटों से अधिक दाखिलों को रोकने के लिए एक प्रावधान भी किया गया है। अभी तक जो भी छात्र कटऑफ में जगह बनाता था उसे दाखिला मिल रहा था।
स्पेशल ड्राइव के लिए प्रावधान किया गया है कि इसकी कटऑफ के बाद आवेदनों के आधार पर कॉलेज मेरिट लिस्ट निकालेंगेे। इसमें जो भी टॉप पर रहेेंगे उन्हें दाखिला मिलेगा।
उन्होंने कहा कि मसलन किसी कॉलेज में किसी कोर्स में 10 सीटें हैं और उनके लिए 25 आवेदकों नेे आवेेदन किया है, तो सर्वाधिक अंक वाले 10 आवेदकों को ही दाखिला दिया जाएगा। अब तक जो भी छात्र कटऑफ में आ रहे थे उन सभी को दाखिला दिया जा रहा था। इस कारण कई कॉलेजों के कई कोर्सेज में सीटों सेे अधिक दाखिले हो गए हैं।
स्पेशल ड्राइव मेें उन्हीं छात्रों को अवसर मिलेगा जिनका दाखिला पहलेे किसी कॉलेज में नहीं हुआ। मालूम हो कि डीयू में दाखिले के लिए पांच कटऑफ, एक स्पेशल कटऑफ के बाद 13 नवंबर को स्पेशल ड्राइव के लिए कटऑफ निकाली थी।
नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय में स्नातक कोर्सेज में दाखिले के लिए अक्तूबर में शुरू हुई दाखिले की दौड़ स्पेशल ड्राइव के दाखिलेे के साथ ही सोमवार को समाप्त हो गई। स्पेशल ड्राइव के दाखिले के लिए छात्र मंगलवार तक फीस का भुगतान कर सकते हैं। इसके बाद सीटें खाली रहने पर विश्लेषण किया जाएगा। जिसके बाद पर सामान्य कटऑफ से नहीं बल्कि स्पेशल ड्राइव के माध्यम से ही सीटों को भरा जाएगा। स्पेशल ड्राइव में कॉलेज सीटों सेे अधिक दाखिले से बचने के लिए मेरिट निकालकर दाखिला देंगे।
डीयू दाखिला चेयरमैन डॉ राजीव गुप्ता ने कहा कि यह तय है कि अब सामान्य कटऑफ नहीं आएगी। अब स्पेशल ड्राइव से ही सीटों को भरा जाएगा। स्पेशल ड्राइव का मकसद खाली सीटों को भरना है। सीटों से अधिक दाखिलों को रोकने के लिए एक प्रावधान भी किया गया है। अभी तक जो भी छात्र कटऑफ में जगह बनाता था उसे दाखिला मिल रहा था।
स्पेशल ड्राइव के लिए प्रावधान किया गया है कि इसकी कटऑफ के बाद आवेदनों के आधार पर कॉलेज मेरिट लिस्ट निकालेंगेे। इसमें जो भी टॉप पर रहेेंगे उन्हें दाखिला मिलेगा।
उन्होंने कहा कि मसलन किसी कॉलेज में किसी कोर्स में 10 सीटें हैं और उनके लिए 25 आवेदकों नेे आवेेदन किया है, तो सर्वाधिक अंक वाले 10 आवेदकों को ही दाखिला दिया जाएगा। अब तक जो भी छात्र कटऑफ में आ रहे थे उन सभी को दाखिला दिया जा रहा था। इस कारण कई कॉलेजों के कई कोर्सेज में सीटों सेे अधिक दाखिले हो गए हैं।
स्पेशल ड्राइव मेें उन्हीं छात्रों को अवसर मिलेगा जिनका दाखिला पहलेे किसी कॉलेज में नहीं हुआ। मालूम हो कि डीयू में दाखिले के लिए पांच कटऑफ, एक स्पेशल कटऑफ के बाद 13 नवंबर को स्पेशल ड्राइव के लिए कटऑफ निकाली थी।