नई दिल्ली2 घंटे पहले
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बवाना इलाके में नामी कंपनियों के नकली पेंट बनाने वाली फैक्टरी पकड़ी गई है। यहां से पुलिस ने 8,394 नकली प्रिंटिड बाल्टी, 36 फर्जी डाई, एक ऑटोमेटिक प्रिटिंग मशीन जब्त की है। पुलिस ने मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनकी पहचान सुभाष नगर निवासी चालीस वर्षीय मुकेश नारंग उर्फ कमल, विष्णु गार्डन निवासी श्याम सुंदर और नरेला निवासी उन्नीस वर्षीय अभिषेक के तौर पर हुई। इस फैक्टरी के मालिक को लॉकडाउन के दौरान कारोबार में घाटा हो गया था, जिसकी भरपाई करने के लिए वह नकली पेंट बनाने के धंधे में आ गया।
आउटर नार्थ डिस्ट्रिक डीसीपी ब्रिजेंद्र कुमार यादव ने बताया यह फैक्टरी डीएसआईडीसी बवाना में चल रही थी, जिसका मालिक मुकेश नारंग है। जबकि दो अन्य आरोपी उसके यहां काम करते हैं। पुलिस ने जो दो नामी कंपनियों के नाम पर नकली प्रिटिंड पेंट की बाल्टी बरामद की, उसे देख कर असली या नकली में फर्क करना आम ग्राहकों के लिए तो दूर की बात एक्सपर्ट भी अंतर नहीं कर पाते। तीनों आरोपियों को डी आई यू इंस्पेक्टर अरुण देव नेहरा की टीम ने पकड़ा है।
दरअसल त्योहार के इस सीजन में अधिकांश लोग अपने घर में रंग रोगन का काम करवाते हैं। इस वजह से दो नामी कंपनियों के पेंट की डिमांड अक्सर इस मौसम में बढ जाती है। 11 अकटूबर को पुलिस ने स्वरुप नगर इलाके से दो लोगों अभिषेक और श्याम सुंदर को पकड़ा था। ये एक छोटा हाथी वाहन में सवार थे जिसमें दोनों ही बड़ी कंपनियों की खाली प्रिटिंड बाल्टियां रखी हुई थीं।
पुलिस ने अधिकृत कंपनी के प्रतिनिधि को बुलाया, जिन्होंने इस बात को क्लीयर किया कि ये फर्जी प्रिटिंड बाल्टी हैं। अभिषेक ने पुलिस को बताया ये बाल्टियां उनके मालिक कमल उर्फ मुकेश नारंग की हैं। उसकी फैक्टरी बवना में फैक्ट्री है। पुलिस जे ब्लॉक सेक्टर एक स्थित फैक्टरी में गई जहां पर लॉक लगा मिला। बाद में फैक्ट्री मालिक को भी गिरफ्तार कर लिया।