Ghaziabad का नाम बदलने की तैयारी, अब योगीराज में इस नाम से जाना जाएगा? सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र सौंपकर गाजियाबाद का नाम ‘गजप्रस्थ’ करने की मांग की
गाजियाबाद, रफ्तार टुडे। प्राचीन शहरों के नाम बदलने की मांग लगातार बढ़ रही है। अब तक संगम नगरी प्रयागराज, मुगलसराय समेत कई स्थानों के नाम बदले जा चुके हैं। इसके बाद अब गाजियाबाद (Ghaziabad) का नाम बदलने की आवाज उठने लगी है। विधानसभा चुनाव 2022 से पहले भी यह मांग उठने लगी थी। अब गाजियाबाद के लिए नए नाम प्रस्तावित किए जा रहे हैं, जिसमें जिले का नाम अब ‘गजप्रस्थ’ करने की मांग ज्यादा जोर पकड़ रही है।
दूधेश्वर नाथ मंदिर’ के महंत और ‘पंच दशनाम जूना अखाड़ा’ के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता महंत नारायण गिरी ने सीएम योगी आदित्यनाथ से लखनऊ में शिष्टाचार भेंट की थी। इस दौरान उन्होंने सीएम को पत्र सौंपकर गाजियाबाद का नाम ‘गजप्रस्थ’ करने की मांग की है, जिसके बाद एक बार फिर गाजियाबाद का नाम बदलने की मांग तेज हो गई है।
विभिन्न संगठनों को गाजियाबाद नाम पर कड़ी आपत्ति है। ये संगठन लंबे समय से गाजियाबाद का नाम बदलने की मांग कर रहे हैं। कई ने नाम भी सुझाए हैं, जिसमें ‘हरनंदी नगर’ और ‘दूधेश्वर नगरी’ शामिल हैं।
मुगलकाल में गाजियाबाद के आसपास के इलाके में खासतौर पर हिंडन नदी (Hindon River) के तट मुगल शाही परिवार के लिए पिकनिक स्थल की तरह थे। तब प्राचीन हिंडन नदी को हरनंदी के नाम से भी जाना जाता था।