न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: Vikas Kumar
Updated Tue, 16 Nov 2021 08:12 PM IST
सार
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक, मंगलवार को दिल्ली-एनसीआर में सबसे बुरे हालात दिल्ली के रहे हैं। बीते 24 घंटे में दिल्ली के एक्यूआई में 50 अंकों की बढ़ोतरी के साथ यह 403 दर्ज किया गया।
गंभीर श्रेणी में पहुंची दिल्ली की हवा
– फोटो : amar ujala
बीते दो दिनों से बहुत खराब श्रेणी में चल रही है दिल्ली की हवा मंगलवार को खिसक कर गंभीर श्रेणी में पहुंच गई। इस बीच 141 शहरों की सूची में दिल्ली देश का तीसरा सबसे प्रदूषित शहर रहा है। पहले स्थान पर हरियाणा का जिंद 428 व मानेसर 410 एक्यूआई के साथ दूसरे स्थान पर रहा। एनसीआर के अन्य शहरों में औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक में बढ़ोतरी हुई है। हालांकि, हवा बहुत खराब श्रेणी में ही बनी रही। हवा की रफ्तार कम होने की वजह से मंगलवार की रात से हवा की गुणवत्ता और बिगड़ेगी। इससे बुधवार को दिनभर स्मॉग की चादर छाई रह सकती है। आगामी 18 नवंबर के बाद हवा की सेहत सुधरने के आसार हैं।
अगले दो दिनों तक पूर्वी दिशा से चलेगी हवा
सफर इंडिया के मुताबिक, बीते एक सप्ताह से पड़ोसी राज्यों में पराली जलने की घटनाओं में कमी आई है। 24 घंटे के भीतर पड़ोसी राज्यों में 1820 पराली जलने की घटनाएं रिकॉर्ड की गई हैं। इससे उत्पन्न होने वाले पीएम 2.5 की दिल्ली के प्रदूषण में सिर्फ आठ फीसदी हिस्सेदारी रही। अगले दो दिनों तक हवा का रूख पूर्वी दिशा की ओर होने के कारण पड़ोसी राज्यों से आने वाला धुआं दिल्ली के प्रदूषण का कारण नहीं बनेगा। सफर के मुताबिक, हवा की धीमी रफ्तार के कारण मंगलवार रात से ही हवा की सेहत बिगड़ना शुरू होगी और बुधवार शाम तक इसके हालात बदतर रहेंगे।
मिक्सिंग हाइट और हवा की सुस्त चाल ने बिगाड़ी सेहत
भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) के मुताबिक, मंगलवार को हवा की रफ्तार चार से आठ किलोमीटर प्रतिघंटा रही है। वेंटिलेशन इंडेक्स पांच हजार वर्ग मीटर प्रति सेकेंड दर्ज किया गया। वहीं, मिक्सिंग हाइट 1300 वर्ग मीटर प्रति सेकेंड के आसपास बनी रही। अगले दो दिनों के भीतर मिक्सिंग हाइट में कमी होगी। बुधवार को यह एक हजार मीटर वर्ग मीटर प्रति सेकेंड और बृहस्पतिवार को 1100 वर्ग मीटर प्रति सेकेंड रह सकती है। आगामी दो दिनों में हवा की चाल सुस्त पड़ने के कारण प्रदूषण को लेकर हालात सुधरने के आसार नहीं हैं।
आईआईटीएम का पूर्वानुमान है कि अगले दो दिनों के भीतर वेंटिलेशन इंडेक्स में कमी होगी और यह तीन हजार वर्ग मीटर प्रति सेकेंड तक रह सकता है। आगामी 21 नवंबर से तेज हवाओं को दौर शुरू होगा। इससे वायु गुणवत्ता में सुधार होने में मदद मिलेगी। हवा की रफ्तार 10 किलोमीटर प्रतिघंटा से कम होने व मिक्सिंग हाइट छह हजार वर्ग मीटर प्रति सेकेंड से कम होने पर प्रदूषक हवा में ही मौजूद रहते हैं।
दिल्ली-एनसीआर में सबसे बुरे रहे दिल्ली के हालात
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक, मंगलवार को दिल्ली-एनसीआर में सबसे बुरे हालात दिल्ली के रहे हैं। बीते 24 घंटे में दिल्ली के एक्यूआई में 50 अंकों की बढ़ोतरी के साथ यह 403 दर्ज किया गया। इससे एक दिन पहले यह 353 रहा था। एनसीआर के अन्य शहरों में दूसरे स्थान पर नोएडा 397 एक्यूआई के साथ दर्ज किया गया। वहीं, फरीदाबाद और गुरुग्राम की हवा भी अधिक खराब रही है। बीते दो दिनों से दिल्ली का एक्यूआई बहुत खराब श्रेणी में बना हुआ था।
दिल्ली-एनसीआर के आंकड़े
शहर | 16 नवंबर | 15 नवंबर |
दिल्ली | 403 | 353 |
फरीदाबाद | 370 | 319 |
गाजियाबाद | 356 | 335 |
ग्रेटर नोएडा | 361 | 317 |
गुरुग्राम | 369 | 332 |
नोएडा | 397 | 338 |
देश के तीन सबसे प्रदूषित शहर
जींद- 428
मानेसर-410
दिल्ली-403
विस्तार
बीते दो दिनों से बहुत खराब श्रेणी में चल रही है दिल्ली की हवा मंगलवार को खिसक कर गंभीर श्रेणी में पहुंच गई। इस बीच 141 शहरों की सूची में दिल्ली देश का तीसरा सबसे प्रदूषित शहर रहा है। पहले स्थान पर हरियाणा का जिंद 428 व मानेसर 410 एक्यूआई के साथ दूसरे स्थान पर रहा। एनसीआर के अन्य शहरों में औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक में बढ़ोतरी हुई है। हालांकि, हवा बहुत खराब श्रेणी में ही बनी रही। हवा की रफ्तार कम होने की वजह से मंगलवार की रात से हवा की गुणवत्ता और बिगड़ेगी। इससे बुधवार को दिनभर स्मॉग की चादर छाई रह सकती है। आगामी 18 नवंबर के बाद हवा की सेहत सुधरने के आसार हैं।
अगले दो दिनों तक पूर्वी दिशा से चलेगी हवा
सफर इंडिया के मुताबिक, बीते एक सप्ताह से पड़ोसी राज्यों में पराली जलने की घटनाओं में कमी आई है। 24 घंटे के भीतर पड़ोसी राज्यों में 1820 पराली जलने की घटनाएं रिकॉर्ड की गई हैं। इससे उत्पन्न होने वाले पीएम 2.5 की दिल्ली के प्रदूषण में सिर्फ आठ फीसदी हिस्सेदारी रही। अगले दो दिनों तक हवा का रूख पूर्वी दिशा की ओर होने के कारण पड़ोसी राज्यों से आने वाला धुआं दिल्ली के प्रदूषण का कारण नहीं बनेगा। सफर के मुताबिक, हवा की धीमी रफ्तार के कारण मंगलवार रात से ही हवा की सेहत बिगड़ना शुरू होगी और बुधवार शाम तक इसके हालात बदतर रहेंगे।
मिक्सिंग हाइट और हवा की सुस्त चाल ने बिगाड़ी सेहत
भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) के मुताबिक, मंगलवार को हवा की रफ्तार चार से आठ किलोमीटर प्रतिघंटा रही है। वेंटिलेशन इंडेक्स पांच हजार वर्ग मीटर प्रति सेकेंड दर्ज किया गया। वहीं, मिक्सिंग हाइट 1300 वर्ग मीटर प्रति सेकेंड के आसपास बनी रही। अगले दो दिनों के भीतर मिक्सिंग हाइट में कमी होगी। बुधवार को यह एक हजार मीटर वर्ग मीटर प्रति सेकेंड और बृहस्पतिवार को 1100 वर्ग मीटर प्रति सेकेंड रह सकती है। आगामी दो दिनों में हवा की चाल सुस्त पड़ने के कारण प्रदूषण को लेकर हालात सुधरने के आसार नहीं हैं।
आईआईटीएम का पूर्वानुमान है कि अगले दो दिनों के भीतर वेंटिलेशन इंडेक्स में कमी होगी और यह तीन हजार वर्ग मीटर प्रति सेकेंड तक रह सकता है। आगामी 21 नवंबर से तेज हवाओं को दौर शुरू होगा। इससे वायु गुणवत्ता में सुधार होने में मदद मिलेगी। हवा की रफ्तार 10 किलोमीटर प्रतिघंटा से कम होने व मिक्सिंग हाइट छह हजार वर्ग मीटर प्रति सेकेंड से कम होने पर प्रदूषक हवा में ही मौजूद रहते हैं।
दिल्ली-एनसीआर में सबसे बुरे रहे दिल्ली के हालात
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक, मंगलवार को दिल्ली-एनसीआर में सबसे बुरे हालात दिल्ली के रहे हैं। बीते 24 घंटे में दिल्ली के एक्यूआई में 50 अंकों की बढ़ोतरी के साथ यह 403 दर्ज किया गया। इससे एक दिन पहले यह 353 रहा था। एनसीआर के अन्य शहरों में दूसरे स्थान पर नोएडा 397 एक्यूआई के साथ दर्ज किया गया। वहीं, फरीदाबाद और गुरुग्राम की हवा भी अधिक खराब रही है। बीते दो दिनों से दिल्ली का एक्यूआई बहुत खराब श्रेणी में बना हुआ था।
दिल्ली-एनसीआर के आंकड़े
शहर | 16 नवंबर | 15 नवंबर |
दिल्ली | 403 | 353 |
फरीदाबाद | 370 | 319 |
गाजियाबाद | 356 | 335 |
ग्रेटर नोएडा | 361 | 317 |
गुरुग्राम | 369 | 332 |
नोएडा | 397 | 338 |
देश के तीन सबसे प्रदूषित शहर
जींद- 428
मानेसर-410
दिल्ली-403
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