चुनाव बाद बढ़ेंगे पेट्रोल डीजल के दाम, हाय महंगाई महंगाई तुझको जरा शर्म ना आई,
कमर तोड महंगाई से जनता बेहाल
Raftar Today। मंगाई के मुद्दे पर हो रहा है मतदान जिससे भाजपा को भारी नुकसान हो रहा है पेट्रोल डीजल रसोई गैस और खाने की वस्तुओं से जनता है बेहाल। रफ्तार टुडे ने जब बूथ पर जाकर लोगों से जाना कि आप किन मुद्दों पर मतदान कर रहे हैं तो जहां नौजवान बेरोजगारी को बड़ा मुद्दा बता रहे थे ।
वहीं पर महिलाएं महंगाई को बड़ा मुद्दा बता कर मतदान कर रही थी। ऐसा लग रहा है कि गठबंधन के पक्ष में मतदान महंगाई से त्रस्त जनता ज्यादा कर रही है ऊपर से उत्तर प्रदेश में बिजली सबसे ज्यादा महंगी है किसानों की उपज का उन्हें उचित मुआवजा नहीं मिल रहा है।ऊपर से 2 लाख करोड रुपए गन्ना किसानों का मील मालिकों पर बकाया है। ये फैक्टर भी चुनाव में भाजपा के खिलाफ जा रहा है
एक नौजवान से जब हमारी बात हुई तो उसने बताया कि महंगाई के साथ-साथ आप कहीं रोजगार के लिए जाते हैं तो हर जगह तो टोल टैक्स लगाए हुए हैं 10 किलोमीटर के लिए भी ₹150 टोल टैक्स देना पड़ता है कुल मिलाकर सड़कों पर आम लोगों का टोल टैक्स के नाम पर शोषण हो रहा है मतदान करने के बाद जब हमने एक वरिष्ठ नागरिक से पूछा कि आपने किस मुद्दे पर मतदान किया तो उन्होंने बताया मैं पिछले 50 साल से मतदान कर रहा हूं लेकिन आज तक ना अच्छे स्कूल है ना अच्छे अस्पताल हैं हर जगह प्राइवेट संस्थान आम नागरिक का खून पी रहें है
आम आदमी का शोषण कर रहे हैं उपर से महंगाई ने कमर तोड़ दी है जबसे नोटबंदी हुई है बाजार यानी हमारी दुकानदारी चौपट है ऊपर से कोरोना महामारी में हम लोग कर्ज में डूब गए हैं।
सरकार सिर्फ बीपीएल धारकों की मदद करती है हम जैसे अति मध्यम वर्ग के लोगों को ना मकान है ना कोई राशन में रियायत है आखिर हम मध्यवर्ग जाएं तो जाएं कहां।
देखते हैं जनता महंगाई और बेरोजगारी पर क्या परिणाम 10 मार्च को देती है