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Growth rate of 8.4%, this is the fastest GDP size in the world exceeds the pre-Kovid level | 8.4% रही विकास दर, यह दुनिया में सबसे तेज जीडीपी का आकार प्री-कोविड स्तर से ज्यादा हुआ

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नई दिल्ली42 मिनट पहले

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अब अर्थव्यवस्था का आकार 35.73 लाख करोड़, कोरोना से पहले 35.61 लाख करोड़ था। - Dainik Bhaskar

अब अर्थव्यवस्था का आकार 35.73 लाख करोड़, कोरोना से पहले 35.61 लाख करोड़ था।

देश के लिए अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर अच्छी खबर है। मंगलवार शाम को जीडीपी की विकास दर के आंकड़े आए, जो उम्मीद से बेहतर रहे। वित्त वर्ष 2021-22 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में विकास दर 8.4% दर्ज की गई। इसी के साथ भारत की अर्थव्यवस्था का आकार 35.73 लाख करोड़ रुपए हो गया, जोकि कोरोनाकाल से पहले यानी 2019 की दूसरी तिमाही में 35.61 लाख करोड़ रुपए था।

2020 की दूसरी तिमाही में अर्थव्यवस्था का आकार 32.96 लाख करोड़ रह गया था। विकास की रफ्तार को सेक्टर के हिसाब से देखें तो सबसे अधिक 15.4% ग्रोथ रेट माइनिंग सेक्टर में दर्ज किया गया। इसी तरह मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में 5.5%, निर्माण गतिविधियों में 7.5% की तेजी आई।

एग्रीकल्चर सेक्टर में 4.5% ग्रोथ रही। सबसे अहम बात यह है कि भारत की विकास दर दुनिया में सबसे तेज रही है। दुनिया के प्रमुख देश अमेरिका (4.9%), चीन (4.9%), जापान (1.4%) आदि में पिछली तिमाही में विकास दर कम रही है। भारत के बाद दूसरे स्थान पर तुर्की (6.9%) रहा है।

भारत में इस साल अप्रैल से अक्टूबर के बीच राजकोषीय घाटा पूरे साल के लक्ष्य के 36.3% पर रहा है। कुल टैक्स कलेक्शन 10.53 लाख करोड़ रुपए रहा है, जबकि सरकार का कुल खर्च 18.27 लाख करोड़ रुपए रहा है। बता दें कि केंद्र सरकार ने इस साल राजकोषीय घाटा 6.8% पर रहने का अनुमान लगाया था।

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गिरावट वाले कंस्ट्रक्शन सेक्टर में सुधार
2020-21 की पहली तिमाही में लॉकडाउन के बाद सबसे अधिक असर कंस्ट्रक्शन सेक्टर पर पड़ा था। 50.3% गिरावट के साथ इसका आकार सिकुड़कर 1.30 लाख करोड़ रुपए रह गया था। अब सवा साल बाद इस सेक्टर ने अच्छी ग्रोथ दर्ज की और यह सितंबर तिमाही में प्री-कोविड स्तर से मात्र 660 करोड़ रुपए पीछे रह गया है।

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