अमर उजाला ब्यूरो, नई दिल्ली
Published by: सुशील कुमार
Updated Tue, 21 Dec 2021 07:42 PM IST
सार
अस्पताल में पुलिस को पता चला कि एक युवक को मृत घोषित कर दिया गया है जबकि दूसरे की हालत गंभीर है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच शुरू की। मृतक की शिनाख्त एल ब्लॉक मंगोलपुरी निवासी अमरदीप (20) के रूप में हुई।
मंगोलपुरी में कंधा टकराने पर ट्यूटर की चाकू मारकर हत्या की गई थी। घटना के दौरान हमलावरों ने उसके दोस्त पर भी चाकू से हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। पुलिस ने इस मामले की जांच करते हुए घटना को अंजाम देने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपी घटना के समय अपने दोस्त के घर से पार्टी कर लौट रहे थे। पुलिस आरोपियों के कब्जे से खून से सने कपड़े और वारदात में इस्तेमाल चाकू और खुखरी बरामद कर ली है। जिला पुलिस उपायुक्त परविंदर सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मंगोलपुरी निवासी मुकेश कुमार, रौनक और रोहित के रूप में हुई है। 14 दिसंबर की रात करीब सवा आठ बजे एन ब्लॉक मंगोलपुरी में झगड़े के दौरान दो युवकों को चाकू मारे जाने की जानकारी मिली। मौके पर पहुंची पुलिस को पता चला कि घायलों को संजय गांधी अस्पताल पहुंचाया जा चुका है।
अस्पताल में पुलिस को पता चला कि एक युवक को मृत घोषित कर दिया गया है जबकि दूसरे की हालत गंभीर है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच शुरू की। मृतक की शिनाख्त एल ब्लॉक मंगोलपुरी निवासी अमरदीप (20) के रूप में हुई। जबकि घायल उसका दोस्त सागर के ब्लॉक मंगोलपुरी में रहता था। जांच में पता चला कि अमरदीप सिविल सर्विस की परीक्षा की तैयारी करने के साथ-साथ इलाके के बच्चों को ट्यूशन पढ़ाता था। रात में वह सागर के साथ एक दोस्त से मिलने जा रहा था। इसी दौरान कंधा टकराने के बाद तीन युवकों ने उनपर खुखरी से हमला कर उन्हें घायल कर दिया।
थाना प्रभारी मुकेश कुमार के नेतृत्व पुलिस टीम आरोपियों की तलाश शुरू की। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरे को खंगाला। जिसके जरिए पुलिस को तीनों आरोपी मुकेश, रौनक और रोहित की पहचान कर ली। घटना के दो दिन बाद ही पुलिस ने रोहित को गिरफ्तार कर लिया। उसके निशानदेही पर पुलिस ने फरार अन्य आरोपियों की तलाश शुरू की। इस दौरान पुलिस ने करीब 350 सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को खंगाला और आरोपियों के रिश्तेदारों और परिचितों के घर पर दबिश दी। सोमवार को पुलिस ने तकनीकी जांच के जरिए दोनों आरोपियों को मंगोलपुरी अंडरपास के पास से गिरफ्तार कर लिया। मुकेश पेशे से ड्राइवर है जबकि रौनक पोस्टर चिपकाने का काम करता है। वहीं रोहित एक फैक्टरी में हेल्पर का काम करता है।
कैसे दिया घटना को अंजाम
पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि घटना वाली शाम मुकेश ने रोहित को फोन कर बुलाया। फिर तीनों दोस्तों ने शराब की पार्टी की। पार्टी करने के बाद तीनों मुकेश की घर जा रहे थे। इसी दौरान सामने से आए अमरदीप से उनका कंधा टकरा गया। इस बात पर दोनों पक्षों में हाथापाई हो गई। झगड़े के दौरान अमरदीप ने अपने दो और दोस्तों को बुला लिया। उसके बाद दोबारा मारपीट हो गई। इस दौरान रौनक और मुकेश ने अमरदीप और सागर पर खुखरी से ताबड़तोड़ हमला कर दिया और वहां से फरार हो गए।
आरोपियों को अखबार से मिली अमरदीप की मौत की सूचना
आरोपियों ने पूछताछ में खुलासा किया कि अगले दिन अखबार से उन्हें हमले में घायल हुए अमरदीप की मौत की सूचना मिली। वारदात को अंजाम देने के बाद मुकेश और रौनक रेलवे लाइन के पास स्थित एक खाली झुग्गी में छुप गया था। उन्होंने बताया कि उनके पास सिर्फ 15 सौ रुपये थे। घटना के बाद से दोनों दूध और ब्रेड खाकर रह रहे थे।
घटना के बाद अमरदीप के परिवार वालों ने किया प्रदर्शन
सरेआम एक युवक की हत्या और दूसरे पर जानलेवा हमला के बाद इलाके में काफी रोष था। अमरदीप के परिवार वालों ने आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से 17 दिसंबर थाने का घेराव किया और पुलिस पर कई संगीन आरोप लगाए।
विस्तार
मंगोलपुरी में कंधा टकराने पर ट्यूटर की चाकू मारकर हत्या की गई थी। घटना के दौरान हमलावरों ने उसके दोस्त पर भी चाकू से हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। पुलिस ने इस मामले की जांच करते हुए घटना को अंजाम देने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपी घटना के समय अपने दोस्त के घर से पार्टी कर लौट रहे थे। पुलिस आरोपियों के कब्जे से खून से सने कपड़े और वारदात में इस्तेमाल चाकू और खुखरी बरामद कर ली है। जिला पुलिस उपायुक्त परविंदर सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मंगोलपुरी निवासी मुकेश कुमार, रौनक और रोहित के रूप में हुई है। 14 दिसंबर की रात करीब सवा आठ बजे एन ब्लॉक मंगोलपुरी में झगड़े के दौरान दो युवकों को चाकू मारे जाने की जानकारी मिली। मौके पर पहुंची पुलिस को पता चला कि घायलों को संजय गांधी अस्पताल पहुंचाया जा चुका है।
अस्पताल में पुलिस को पता चला कि एक युवक को मृत घोषित कर दिया गया है जबकि दूसरे की हालत गंभीर है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच शुरू की। मृतक की शिनाख्त एल ब्लॉक मंगोलपुरी निवासी अमरदीप (20) के रूप में हुई। जबकि घायल उसका दोस्त सागर के ब्लॉक मंगोलपुरी में रहता था। जांच में पता चला कि अमरदीप सिविल सर्विस की परीक्षा की तैयारी करने के साथ-साथ इलाके के बच्चों को ट्यूशन पढ़ाता था। रात में वह सागर के साथ एक दोस्त से मिलने जा रहा था। इसी दौरान कंधा टकराने के बाद तीन युवकों ने उनपर खुखरी से हमला कर उन्हें घायल कर दिया।
थाना प्रभारी मुकेश कुमार के नेतृत्व पुलिस टीम आरोपियों की तलाश शुरू की। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरे को खंगाला। जिसके जरिए पुलिस को तीनों आरोपी मुकेश, रौनक और रोहित की पहचान कर ली। घटना के दो दिन बाद ही पुलिस ने रोहित को गिरफ्तार कर लिया। उसके निशानदेही पर पुलिस ने फरार अन्य आरोपियों की तलाश शुरू की। इस दौरान पुलिस ने करीब 350 सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को खंगाला और आरोपियों के रिश्तेदारों और परिचितों के घर पर दबिश दी। सोमवार को पुलिस ने तकनीकी जांच के जरिए दोनों आरोपियों को मंगोलपुरी अंडरपास के पास से गिरफ्तार कर लिया। मुकेश पेशे से ड्राइवर है जबकि रौनक पोस्टर चिपकाने का काम करता है। वहीं रोहित एक फैक्टरी में हेल्पर का काम करता है।
कैसे दिया घटना को अंजाम
पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि घटना वाली शाम मुकेश ने रोहित को फोन कर बुलाया। फिर तीनों दोस्तों ने शराब की पार्टी की। पार्टी करने के बाद तीनों मुकेश की घर जा रहे थे। इसी दौरान सामने से आए अमरदीप से उनका कंधा टकरा गया। इस बात पर दोनों पक्षों में हाथापाई हो गई। झगड़े के दौरान अमरदीप ने अपने दो और दोस्तों को बुला लिया। उसके बाद दोबारा मारपीट हो गई। इस दौरान रौनक और मुकेश ने अमरदीप और सागर पर खुखरी से ताबड़तोड़ हमला कर दिया और वहां से फरार हो गए।
आरोपियों को अखबार से मिली अमरदीप की मौत की सूचना
आरोपियों ने पूछताछ में खुलासा किया कि अगले दिन अखबार से उन्हें हमले में घायल हुए अमरदीप की मौत की सूचना मिली। वारदात को अंजाम देने के बाद मुकेश और रौनक रेलवे लाइन के पास स्थित एक खाली झुग्गी में छुप गया था। उन्होंने बताया कि उनके पास सिर्फ 15 सौ रुपये थे। घटना के बाद से दोनों दूध और ब्रेड खाकर रह रहे थे।
घटना के बाद अमरदीप के परिवार वालों ने किया प्रदर्शन
सरेआम एक युवक की हत्या और दूसरे पर जानलेवा हमला के बाद इलाके में काफी रोष था। अमरदीप के परिवार वालों ने आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से 17 दिसंबर थाने का घेराव किया और पुलिस पर कई संगीन आरोप लगाए।
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