गाजियाबादएक घंटा पहले
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गाजीपुर बॉर्डर स्थित किसान क्रांति गेट के समक्ष किसानों ने केंद्र सरकार का पुतला जलाया और नारेबाजी की।
तीन कृषि कानून और लखीमपुर खीरी कांड के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर शनिवार को उत्तर प्रदेश में जगह-जगह केंद्र सरकार के पुतले जलाए जा रहे हैं। किसानों का दो टूक कहना है कि अगर खीरी हिंसा में गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी की गिरफ्तारी नहीं हुई तो 18 अक्तूबर को देशभर में छह घंटे के लिए रेल रोकेंगे। गाजीपुर बॉर्डर स्थित किसान क्रांति गेट के समक्ष भारतीय किसान यूनियन कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार और काले कानूनों का पुतला जलाया। किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस मौके पर दिनेश शर्मा ने कहा कि किसान शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन चला रहे हैं, लेकिन किसान हमारी बात नहीं सुन रही है।

बुलंदशहर के स्याना में भाकियू ने रावण की तरह दस मुंह वाला पुतला जलाया।
बुलंदशहर में भी कई जगह पुतले फूंके
बुलंदशहर जिले के स्याना में भाकियू के एनसीआर प्रभारी मांगेराम त्यागी के नेतृत्व में किसानों ने दस मुंह वाले पुतले का दहन किया। बुलंदशहर के ही खुर्जा क्षेत्र में किसान सभा, सीटू ने हाईवे पर पुतला जलाकर प्रदर्शन किया। कौशाम्बी जिले में अखिल भारतीय मजदूर सभा ने जुलूस निकालकर पुतले को आग के हवाले कर दिया। इटावा में किसान सभा कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार का पुतला जलाकर तीन कानूनों के खिलाफ नारे लगाए।

बुलंदशहर के खुर्जा क्षेत्र में किसान सभा ने मोदी सरकार का पुतला फूंका।
दूसरे राज्यों में भी जलाए गए पुतले
संयुक्त किसान मोर्चा के अनुसार, यूपी के अलावा ओडिशा के पुरी, गुनूपुर और मयूरभंज, महाराष्ट्र, चेन्नई, हरियाणा के रेवाड़ी, बिहार के सीतामढ़ी, सुपौल और मुजफ्फरपुर, पंजाब के जीरा, राजस्थान के झुंझनू आदि स्थानों पर भी पुतले जलाए जा चुके हैं। शाम तक पुतले जलाने का क्रम जारी रहेगा।
खीरी से हुआ था आंदोलन का ऐलान
तीन अक्तूबर को लखीमपुर खीरी में थार से कुचलकर चार किसानों और एक पत्रकार की मौत हो गई। मंत्री अजय मिश्र टेनी का बेटा आशीष मिश्र पहले ही गिरफ्तार हो चुका है। संयुक्त किसान मोर्चा की मांग है कि मंत्री को गिरफ्तार कर बर्खास्त किया जाए। तब तक यह आंदोलन ऐसे ही चलता रहेगा। किसानों ने 11 अक्तूबर को अंतिम अरदास में चार कार्यक्रमों का ऐलान किया था, इसमें एक पुतले जलाने का भी कार्यक्रम था।