अमर उजाला ब्यूरो, नई दिल्ली
Published by: अनुराग सक्सेना
Updated Thu, 02 Dec 2021 07:36 AM IST
सार
जिला उपशिक्षा निदेशक के नेतृत्व में शुरू होने वाले इन सेल का काम स्कूल के खिलाफ अभिभावकों की शिकायतों का समाधान करना, व यह सुनिश्चित करना कि स्कूल मानक और उनके अंक शिक्षा निदेशालय की वेबसाइट पर उपलब्ध मॉड्यूल पर अपलोड करें।
दिल्ली के निजी स्कूलों में नर्सरी, केजी, व पहली कक्षा में एडमिशन की दौड़ 15 दिसंबर से शुरू होने जा रही है। दाखिला प्रक्रिया के दौरान अभिभावकों को किसी प्रकार की परेशानी ना हो, इसके लिए स्कूलों पर नजर रखने के लिए प्रत्येक जिले में मॉनिटरिंग सेल स्थापित होंगे।
जिला उपशिक्षा निदेशक के नेतृत्व में शुरू होने वाले इन सेल का काम स्कूल के खिलाफ अभिभावकों की शिकायतों का समाधान करना, व यह सुनिश्चित करना कि स्कूल मानक और उनके अंक शिक्षा निदेशालय की वेबसाइट पर उपलब्ध मॉड्यूल पर अपलोड करें।
सेल के तहत शिकायत समाधान व मॉनिटरिंग सिस्टम के माध्यम से अभिभावक स्कूल के खिलाफ डोनेशन, फीस बढ़ोत्तरी, अन्यायपूर्ण मानकों व दाखिले से जड़ी अन्य शिकायतें व्यक्तिगत तौर या ऑनलाइन दर्ज करा सकते हैं। सेल यह सुनिश्चित करेगा कि स्कूल शिक्षा निदेशालय के ऑनलाइन मॉड्यूल पर तय समय सीमा में प्वाइंट वाइज अपने मानकों को अपलोड करें। इसका अर्थ यह है कि स्कूल किस मानक के लिए कितने अंक तय कर रहा है, इसकी जानकारी देनी होगी। सेल यह देखेगा कि शिक्षा निदेशालय ने जिन मानकों को समाप्त किया है स्कूल उन्हें अपने मानकों में किसी तरह से शामिल ना करें।
शिक्षा निदेशालय ने स्कूलों को अंकों के साथ मानक अपलोड करने के लिए 14 दिसंबर तक की समय सीमा दी है। लिहाजा जो स्कूल इस तय तिथि तक मानक की जानकारी अपलोड नहीं करते उनके खिलाफ संबंधित जिला अधिकारी कार्रवाई भी कर सकते हैं। इस तरह से सेल के अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि सभी स्कूल दाखिला प्रक्रिया के दौरान पूरी पारदर्शिता बरतें।
विस्तार
दिल्ली के निजी स्कूलों में नर्सरी, केजी, व पहली कक्षा में एडमिशन की दौड़ 15 दिसंबर से शुरू होने जा रही है। दाखिला प्रक्रिया के दौरान अभिभावकों को किसी प्रकार की परेशानी ना हो, इसके लिए स्कूलों पर नजर रखने के लिए प्रत्येक जिले में मॉनिटरिंग सेल स्थापित होंगे।
जिला उपशिक्षा निदेशक के नेतृत्व में शुरू होने वाले इन सेल का काम स्कूल के खिलाफ अभिभावकों की शिकायतों का समाधान करना, व यह सुनिश्चित करना कि स्कूल मानक और उनके अंक शिक्षा निदेशालय की वेबसाइट पर उपलब्ध मॉड्यूल पर अपलोड करें।
सेल के तहत शिकायत समाधान व मॉनिटरिंग सिस्टम के माध्यम से अभिभावक स्कूल के खिलाफ डोनेशन, फीस बढ़ोत्तरी, अन्यायपूर्ण मानकों व दाखिले से जड़ी अन्य शिकायतें व्यक्तिगत तौर या ऑनलाइन दर्ज करा सकते हैं। सेल यह सुनिश्चित करेगा कि स्कूल शिक्षा निदेशालय के ऑनलाइन मॉड्यूल पर तय समय सीमा में प्वाइंट वाइज अपने मानकों को अपलोड करें। इसका अर्थ यह है कि स्कूल किस मानक के लिए कितने अंक तय कर रहा है, इसकी जानकारी देनी होगी। सेल यह देखेगा कि शिक्षा निदेशालय ने जिन मानकों को समाप्त किया है स्कूल उन्हें अपने मानकों में किसी तरह से शामिल ना करें।
शिक्षा निदेशालय ने स्कूलों को अंकों के साथ मानक अपलोड करने के लिए 14 दिसंबर तक की समय सीमा दी है। लिहाजा जो स्कूल इस तय तिथि तक मानक की जानकारी अपलोड नहीं करते उनके खिलाफ संबंधित जिला अधिकारी कार्रवाई भी कर सकते हैं। इस तरह से सेल के अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि सभी स्कूल दाखिला प्रक्रिया के दौरान पूरी पारदर्शिता बरतें।
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