अमर उजाला ब्यूरो, नई दिल्ली
Published by: प्रशांत कुमार
Updated Tue, 21 Dec 2021 11:52 AM IST
सार
राजधानी में ओमिक्रॉन संक्रमण का पहला मामला बीते पांच दिसंबर को मिला था। ओमिक्रॉन से बचाव के लिए वैक्सीन की बूस्टर यानी अतिरिक्त खुराक को अहम विकल्प माना जा रहा है लेकिन दिल्ली में ऐसे भी मामले अब सामने लगे हैं जिन्हें तीसरी खुराक लेने के बाद भी कोरोना संक्रमण हुआ है।
दिल्ली में ओमिक्रॉन के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। केंद्र सरकार के मुताबिक राजधानी में अब कुल 54 मामले हो गए हैं। ओमिक्रॉन की बढ़ती रफ्तार ने स्वास्थ्य महकमे और सरकार की चिंता बढ़ा दी है। इससे पहले सोमवार को आठ नए मामले सामने आए थे।
राजधानी के मैक्स अस्पताल में भर्ती कोरोना संक्रमित मरीजों में से चार की जीनोम सीक्वेंसिंग रिपोर्ट में ओमिक्रॉन वैरिएंट की पुष्टि हुई थी। जबकि चार अन्य मामले लोकनायक अस्पताल में मिले। इन सभी मरीजों में संक्रमण के लक्षण नहीं हैं।
कई देशों ने दी बूस्टर खुराक की मंजूरी
ओमिक्रॉन के मामले बढ़ने के बाद कई देशों ने बूस्टर खुराक की मंजूरी दे दी है। जर्मनी जैसे देशों में तो अब बच्चों को भी संक्रमण से बचाने के लिए वैक्सीन लगाई जा रही है। भारत सरकार ने भी अब तक वैक्सीन के बूस्टर खुराक को हरी झंडी नहीं दी है। हाल ही में नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने प्रेस कान्फ्रेंस में कहा था कि सबसे पहले भारत में सभी लोगों को पूरी तरह वैक्सीनेट करना सरकार की प्राथमिकता है।
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विस्तार
दिल्ली में ओमिक्रॉन के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। केंद्र सरकार के मुताबिक राजधानी में अब कुल 54 मामले हो गए हैं। ओमिक्रॉन की बढ़ती रफ्तार ने स्वास्थ्य महकमे और सरकार की चिंता बढ़ा दी है। इससे पहले सोमवार को आठ नए मामले सामने आए थे।
राजधानी के मैक्स अस्पताल में भर्ती कोरोना संक्रमित मरीजों में से चार की जीनोम सीक्वेंसिंग रिपोर्ट में ओमिक्रॉन वैरिएंट की पुष्टि हुई थी। जबकि चार अन्य मामले लोकनायक अस्पताल में मिले। इन सभी मरीजों में संक्रमण के लक्षण नहीं हैं।
कई देशों ने दी बूस्टर खुराक की मंजूरी
ओमिक्रॉन के मामले बढ़ने के बाद कई देशों ने बूस्टर खुराक की मंजूरी दे दी है। जर्मनी जैसे देशों में तो अब बच्चों को भी संक्रमण से बचाने के लिए वैक्सीन लगाई जा रही है। भारत सरकार ने भी अब तक वैक्सीन के बूस्टर खुराक को हरी झंडी नहीं दी है। हाल ही में नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने प्रेस कान्फ्रेंस में कहा था कि सबसे पहले भारत में सभी लोगों को पूरी तरह वैक्सीनेट करना सरकार की प्राथमिकता है।
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